बदली अहमियत, तो बदला व्यवहार – रोनिता कुंडू: Moral stories in hindi

सलोनी..! अचार की बरनिया जरा उतार देना, शिव्या और ज्योति आ रही है… उन्होंने खास अचार की मांग की है.. शोभा जी ने अपनी बहू सलोनी से कहा सलोनी:  हां मम्मी जी आपके बनाए हुए अचार होते ही बड़े लाजवाब है.. पिछली बार जब मैं अपने मायके लेकर गई थी, मेरी भाभी ने भी कहा … Read more

किस्मत के खेल से कौन बच सका है भला..? – रोनिता कुंडू:Moral stories in hindi

मैंने इनको कुछ टेस्ट किए हैं… कल आकर रिपोर्ट ले जाइएगा.. डॉक्टर ने अविनाश से कहा   अविनाश: पर डॉक्टर हुआ क्या है इसे..? यह तीसरी बार है जब यूं यह चलते-चलते बेहोश हो गई… डॉक्टर इसलिए तो कुछ टेस्ट करवाए हैं… आप कल आकर रिपोर्ट दिखा जाना.. अगले दिन अविनाश डॉक्टर के पास रिपोर्ट के … Read more

किसके भाग्य खुले..? – रोनिता कुंडु : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : अरे राधा.. जरा बुलाओ अपनी बहू को.. शगुन देने आई हूं.. सविता जी ने अपनी भाई की पत्नी राधा से कहा…  राधा:  क्या दीदी..? शादी पर तो आई नहीं और अब शगुन देने आ रही हो..? इस शगुन से ज्यादा अरुण और बहू को आपका आशीर्वाद चाहिए था..  सविता जी: … Read more

अनुशासन या हुकूमत..? – रोनिता कुंडु : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : लेडीज एंड जैंटलमैन..! अटेंशन प्लीज..! आज की यह शाम मेरे सी ए बेटे पवन सक्सेना के नाम… रमेश ने कहा, फिर पूरी शाम तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठी रमेश: आज मैं आप सभी के साथ अपनी फिलिंग्स शेयर करना चाहता हूं… आज मुझे अपने बेटे पर काफी गर्व हो … Read more

आपने भी तो सुना होगा..? – रोनिता कुंडु : short story with moral

short story with moral : अरे रंजन और बता कैसा चल रहा है सब..? सुना है तेरा इस बार भी प्रमोशन नहीं हुआ..? रंजन की बहन की शादी में उसके दोस्तों ने उससे कहा…  हां यार अब यह सब छोड़… शादी पर आया है तो ऑफिस की बात रहने दे और शादी इंजॉय कर, उधर … Read more

आखिर खानदान का नाम मिट्टी में थोड़े ही न मिलने दूंगी.! – रोनिता कुंडु : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : अरे भाभी..! तुम समझाओ ना पल्लवी को, आखिर लड़कियों में इतना घमंड ठीक नहीं.. हमारे पूरे खानदान में आज तक किसी ने डिवोर्स की बात नहीं कि, इस लड़की ने तो पूरे खानदान का नाम ही डुबो दिया… रजनी अपनी भाभी माया से कहती है माया:  अब क्या कहूं रजनी..? … Read more

आत्मग्लानी – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : अरे सुषमा बहन… कल मेरे बबलू का जन्मदिन है, करण को भेज देना.. 7:00 बजे.. वह क्या है ना सबका जन्मदिन मनता देख उसे भी अपना जन्मदिन मनाना है, पर आपको तो पता ही है हमारी माली हालत..? इसलिए सोचा बस उसके खास दोस्तों को बुलाकर केक कटवा देंगे, तो … Read more

इन्हें ना समझे बोझ -रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

विदाई की घड़ी चल रही थी, तनु कभी अपने भाई तो कभी अपने माता-पिता से लिपट कर रो रही थी… तभी अचानक उसे याद आया उसकी दादी नहीं है वहां,  तनु:   मम्मी दादी कहां है..?  राधा जी:   होगी कहीं, तू जा बेटा… दामाद जी कब से खड़े हैं…? वैसे भी हम सब तो … Read more

गवाँर मां की बेटी – रोनिता कुंडु : hindi stories with moral

hindi stories with moral : तन्वी..! प्रियंका बता रही थी कि तुम्हारे स्कूल में मम्मी पापा को बुलाया गया था पर तुमने तो कभी हमसे कुछ बताया ही नहीं… क्यों..? सुनैना ने अपनी बेटी तन्वी से कहा…  हां नहीं बताया.. तन्वी ने कहा  पर क्यों..? तेरे स्कूल का कोई भी अनुष्ठान होता है तू कभी … Read more

कहां हैं बेटियों का अपना घर..? – रोनिता कुंडु   : hindi stories with moral

hindi stories with moral : पापा… जब भी मेरी याद आए, मेरी गुड़िया से बातें कर लेना कविता अपनी विदाई की घड़ी में अपने पापा अशोक जी से कहती है…  अशोक जी:   बेटा तू जिस तरह इस घर में खुशियां बिखेरती थी, अपने उसे घर में भी इसी तरह खुशियां बिखेरना… अशोक जी के … Read more

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