किस्मत के खेल निराले – शिव कुमारी शुक्ला : Moral stories in hindi
अमर को उसके माता पिता ने बड़े अरमानों से कोटा कोचिंग करने के लिए भेजा था ताकि वह जिदगी में कुछ बन सके। उसे एक PG में कमरा दिलाकर, कौचिंग में प्रवेश कराकर फीस भर उसके लिए आवश्यक सामान जुटाकर सुदेश जी (पिता) लौट गए और बेफिक्र हो गए कि अब तो उनका बेटा डाक्टर … Read more