आख़िर किसे समझाएँ..? – रश्मि प्रकाश   : hindi stories with moral

hindi stories with moral : “जब मैंने कोई गलती नहीं की तो क्यों बर्दाश्त करूँ … जब देखो सब मुझे ही सुनाने चले आते हैं जैसे मेरी ही गलती हो।”तमतमाती हुई शानू पैर पटकती अपने कमरे में जाकर बैठ कर रोने लगी  “ बहुत सिर चढ़ा रखा है बेटी को…अरे ऐसा क्या ही कह दिया…अब … Read more

मेरे घर में कोई बदलाव नहीं होगा…. – रश्मि प्रकाश  : hindi stories with moral

hindi stories with moral : राशि जब से शादी कर के आई ….ससुराल में इतना सारा बिना काम का सामान देख कर आश्चर्य करती ….पर नई बहू कहे भी तो क्या…. महीने भर बाद वो पति निकुंज के साथ नौकरी वाली जगह रहने चली गई । कुछ समय बाद दिवाली आने वाली थी पहली दिवाली … Read more

मेरा घर आख़िर कौन सा… – रश्मि प्रकाश   : hindi stories with moral

hindi stories with moral : आख़िर आज केतकी इस घर से चली ही गई।उसको जाना ही था, कितने दिन तक सब के ताने सुनती।  जब पति ही इज़्जत न करें तो घर के सदस्यों से क्या ही उम्मीद की जा सकती है….बस घर में सालों से काम करने वाली मुनिया ही केतकी के हर चोट … Read more

उसमें जरा भी संस्कार नहीं है…-रश्मि प्रकाश  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : ‘‘पृथा मुझे दो दिनों के लिए कलकता जाना है….ऑफिस की एक मीटिंग अटेंड करने….सोच रहा था तुम लोगों को भी लेता चलूँ…..तुम्हारे बड़े भाई साहब भी बार बार बुलाते रहते हैं तुम लोगों को ….तो चलो इस बार घूम ही लो।” कार्तिक ने कहा ‘‘ सच्ची!! वाह मैं कभी कलकत्ता … Read more

आख़िरी इच्छा : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “ बाबूजी ये दवाई खा लीजिए…आराम मिल जाएगा ।” काँपते हाथों से कनक अपने ससुर को दवा पकड़ाते हुए बोली दीनानाथ जी बहू के हाथ से दवाई ले कर खाने को हुए तो एक पल को रूके फिर जल्दी से दवाई गटक ली कनक दवा देकर कमरे से जाने को … Read more

खुद के लिए भी सोचना ज़रूरी है … – रश्मि प्रकाश  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : “यार तुम लोग चली जाओ मैं नहीं आ सकती तुम लोगों के साथ….तुम सही कह रही हो मैं कितनी खुश रहा करती थीं पर अब चिड़चिड़ी सी रहने लगी हूँ …मेरा मन नहीं करता अब कही भी आने जाने का उपर से पति , बच्चे और परिवार के बीच मैं … Read more

बातों की चुभन: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “चट्टाक” की आवाज़ से सार घर गूंज गया था पर जिसके गालों पर ये थप्पड़ पड़े थे वो दीया अपने गाल सहलाते हुए भी अपनी माँ नित्या को चुप कराने की कोशिश कर रही थी। “ सॉरी माँ मेरी वजह से मामी ने आपको कितना कुछ सुना  दिया.. समझ सकती … Read more

खुद पर भरोसा कर के तो देखो – रश्मि प्रकाश   : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज रति बहुत शर्मिंदगी महसूस कर रही थी.. सोचा ही नहीं था ये बच्चे भी कभी अपनी माँ को यूँ शर्मिंदा कर सकते हैं। “बहुत हो गया पति और बच्चों पर आत्मनिर्भरता अब खुद ही करना होगा…।” सोचते सोचते रति कुछ पल पहले की बात सोच कर परेशान हो उठी … Read more

पुरानी यादों ने रिश्ते सँभाल लिए… – रश्मि प्रकाश  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “बेटा बहू कहाँ है?” बेटे के घर में आई सरला जी उसे घर का लॉक खोलते देख पूछी  “ अंदर तो चलो बता रहा हूँ ।” महेश ने कहा  अंदर कदम रखते ही अपना पर्स सोफे पर रख पूरे घर को एक नजर देखने के बाद सरला जी ने पूछा,” … Read more

घर वापसी – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  “ माँ इस बार दीवाली और छठ में जो खर्चे होंगे वो बता देना मैं आज ऑफिस से आते वक्त पैसे लेते हुए आ जाऊँगा।” मनन ने अपनी माँ रेवती जी से बोला “ जो तेरा मन करें … वैसे इस बार छठ नहीं करूँगी…अब मेरा शरीर जवाब देने लगा … Read more

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