पुरानी या सही सोच – रश्मि प्रकाश  : Moral Stories in Hindi

“ ये क्या अनर्थ कर दिया तुमने… तुम्हें किसी ने बताया नहीं है ये तुम जैसे लोगों के बैठने के लिए बिस्तर नहीं लगाया गया है…. नीचे ज़मीन पर बैठ कर खाना चाहिए था… देखो इसको कैसे बेशर्मों की तरह बिस्तर पर बैठ कर खा रहा है।” रत्ना जी जोर जोर से भुवन से कह … Read more

भाभी हो तो ऐसी-रश्मि प्रकाश । Moral stories in hindi

“ क्या हुआ नीति तुम मम्मी जी के कमरे में अकेले बैठ कर क्यों रो रही हो…. चलो बाहर आओ… हमारे साथ बैठो।” राशि ने नीति के सिर पर प्यार से हाथ फेरते हुए कहा  “ हाँ भाभी अभी आई ….।” कहकर नीति आँखों में बहते आँसुओं को पोंछ कर बाहर हॉल में आकर बैठ … Read more

बेटा मुझसे तो नहीं होगा- रश्मि प्रकाश । Moral stories in hindi

“माँ एक कप चाय बना कर दे दो ।” अपने कमरे में काम करते हुए रितेश ने सुभद्रा जी से कहा  “ अभी बनाती हूँ ।” सुभद्रा जी ने कह तो दिया पर आज उनकी हालत ख़राब हो चुकी थी दिन में तारे दिखाई देने लगे थे मन कर रहा था काश मैं चुप ही … Read more

प्यार का असर -रश्मि प्रकाश : Moral stories in hindi

राशि और निकुंज की यूँ तो अरेंज मैरिज हुई थी पर जो भी उन्हें देखता बरबस ही कह उठता आपकी लव मैरिज है क्या….. दोनों के बीच तालमेल इतना अच्छा था कि सब उनकी जोड़ी की अक्सर तारीफ़ करते रहते थे…. वक़्त के साथ साथ प्यार भी दिन ब दिन गहरा और गहरा होता जा … Read more

सही मायने में आज पत्नी बनी – रश्मि प्रकाश  : Moral stories in hindi

वेदिका का पति सरस उसको देख देख कर दंग थे कि आज ये इतनी खुश कैसे हैं ? आखिर इतने सालों बाद अपनी पत्नी को यूँ ख़ुशी से झूमते देख उसका आश्चर्य करना लाज़िमी भी था। वेदिका के पैर आज जमीन पर नहीं पड़ रहे थे…वो पैंतीस की उम्र में छोटी बच्ची के जैसे खुश … Read more

रिश्ता करने से पहले – रश्मि प्रकाश  : Moral stories in hindi

“बला की खूबसूरत थी वो…तराशे हुए नैन नक्श , काले लंबे बाल …..और तो और जब वो बोलती थी तो ऐसा लगता था मानो फूल झर रहे हो…..माँ सच कह रहा हूँ उससे ज़्यादा ख़ूबसूरत लड़की हमारे घर में कोई भी नहीं है… तुम एक बार दीदी से पता तो करो वो है कौन?”अपनी छोटी … Read more

पहले आप नहीं पहले मैं – रश्मि प्रकाश   : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi

आज अपने दादा जी की पुण्यतिथि पर मैं फिर से पुरानी बातों के घेरे में खुद को जकड़ने से रोक नहीं पाई साल दर साल यूँ ही गुजरते चले जा रहे हैं पर नहीं भूले जाते तो वो सारे पल जिसने पल भर में अपनों की असली पहचान करवा दी। कितना वक्त गुजर गया है … Read more

अनचाहे दिल के मेहमान  – रश्मि प्रकाश : Moral stories in hindi

बहुत सालों से अकेले रहने की आदत पड़ जाए तो घर में एक भी इंसान का यूँ अचानक से आना कितना तनाव देने लगता है ये नवल और पुनीता से बेहतर कोई नहीं समझ सकता।  यहां तक की बच्चों को भी किसी और का आना खलने लग गया था। दस सालों से उनके पास दूरियों … Read more

प्रेम की अनुभूति – रश्मि प्रकाश  : Moral stories in hindi

“केशवी सुन तो बेटा किधर भागी जा रही है… तेरे दोस्त आते ही होंगे…अच्छे से तेल लगा लेना नहीं तो रंग छुड़ाते वक्त रोने लगेगी ।”कला अपनी बेटी को घर से बाहर जाते देख कर जोर से बोली “ आती हूँ माँ पहले अपने कान्हा के साथ होली तो खेल आऊँ नहीं तो वो ग़ुस्सा … Read more

रंगो की आड़ में.. – रश्मि प्रकाश : Moral stories in hindi

“ भाभी रसोई से निकलो और बाहर चलो ना… देखो सब रंग खेलने आए हुए हैं आप बाहर नहीं जाएगी तो वो रसोई में आ जाएँगे फिर माँ नाराज़ अलग होगी और हमारी मेहनत डबल… प्लीज़ भाभी चलो ना..।” अपनी भाभी कौशांबी से मनुहार करती तृप्ति कहे जा रही थी  “ आप देख रही है … Read more

error: Content is Copyright protected !!