बाबू –  जयसिंह भारद्वाज

दिसम्बर के पहले सप्ताह की हल्की गुलाबी ठंडक में सुबह के आठ बज रहे थे और मैं प्रयागराज जाने के लिए फतेहपुर बस अड्डे पर बस की प्रतीक्षा कर रहा था। तभी एक आठ नौ साल का बच्चा मेरे पास आया और बोला, “भूख लगी है साहब, कुछ पैसे दे दो।” मैंने इधर उधर दृष्टि … Read more

तुझे… सब है पता… मेरी माँ ! – डॉ अनुपमा श्रीवास्तवा  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “रोहन की माँ लो यह अपने पूजा पाठ का सामान… जितना याद आया था सब दुकान से लेकर आया हूँ । इस बार खूब मन से जमकर कृष्णाष्टमी मनाओ क्योंकि कान्हा जी ने तुम्हारी मन की मुराद पूरी की है।” माँ ने चौकते हुए कहा-” कौन सी मुराद ?” पिता … Read more

श्रंगार – प्रीति सक्सेना

आज सुबह से घर में चहल पहल शुरु हो गई, संयुक्त परिवार में लोग भी बहुत हैं….. जोर जोर से आवाजों की वजह से सिया भी अपने कमरे से बाहर आ गई….. देखा खूब फूल मालाएं आई हैं ताई जी, चाची सब प्रसाद बनाने में लगे हैं, मन्दिर को ताऊजी पापा चाचा सजा रहे हैं … Read more

वनवास – डॉ. पारुल अग्रवाल : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : आर्यन अठारह साल का आकर्षक सा किशोर जिसने अपनी बारहवीं की परीक्षा बहुत अच्छे अंको से पास की थी।आगे की शिक्षा के लिए उसका मन बाहर की यूनिवर्सिटी में जाने का था पर दिल के कोने में कहीं ना कहीं उसको अपनी मां की भी चिंता थी। असल में आर्यन … Read more

झुमका – संध्या त्रिपाठी  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : क्या बात है छोटी , जब से दिल्ली से आई है खोई खोई रहती है अपने आप हँसती है , मुस्कुराती है और बार-बार ये अपने कान के झुमके को क्यों छूकर शरमा जाती है , तू तो खेलने गई थी ना दिल्ली ? कौन सा खेल , खेल के … Read more

पूरे हुए अरमान – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : अपने हाथों में फोन लिए निशिता की आंखें बहने लगी थी। उसकी आवाज रूंध  गई थी।  वह कुछ बोल ही नहीं पा रही थी। बड़ी मुश्किल से उसने कहा ” बेटा खुश रहो ।”उधर से पूरन उसे फोन कर बार-बार बोल रहा था.. मम्मी तुम ठीक हो ना!”  “बेटा ,मैं … Read more

“मर्यादित रिश्ते” – कविता भड़ाना: Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : चीखने की तेज आवाज़ के साथ कई लोगों की निगाहें उसी ओर उठ गई, एक सुंदर सी महिला ने एक पुरुष को कालर से पकड़ा हुआ था और बेहद गुस्से में बोल रही थी.. “आखिर दिखा ही दिया ना तुमने अपना असली रंग, अपनी बीवी के होते हुए भी अपने … Read more

विकल्प – अमरपाल सिंह ‘ आयुष्कर ’ : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : ऐसा नहीं था कि इस घर में पहले ऐसा पहाड़ न टूटा हो |रतन गया था |दस बरस पहले |बीती बात है, पर आज भी नई – सी  लगती है ,पुरानी नहीं पड़ी |अरे !पुरानी  पड़ेगी भी तो  कैसे ? सर्वजीत बाबू  की साँसें जो नहीं टूट रहीं , ऊपर … Read more

अभिलाषा – संगीता श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : वह किसी की परवाह नहीं करती। खूबसूरत, अल्हड़, हरफनमौला, मस्त मौला……. बेपरवाह……। लड़की होने का कोई गुण नहीं था उसमें। मां ने अभिलाषा नाम रखा था उसका! इस नाम से भी घर के लोगों को चिढ़ थी। दो लड़कियों के बाद उसका जन्म हुआ था। घर के सारे लोग नाक-भौंह … Read more

बुढ़ापे में बेटा हमारा सहारा बनेगा… मीनाक्षी सिंह : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : हर माँ बाप की तरह कौशिक के माँ बाप के भी अरमान थे कि बेटा अच्छे से पढ़ जायें … चाहे उसे पढ़ाने के लिए सब कुछ ही क्यूँ ना बेचना पड़े….फिर बुढ़ापे में बेटा हमारा सहारा बनेगा… करते भी क्या भानूजी पांच भाईयों में सबसे बड़े.. तीन बहनें …बस … Read more

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