कोई अपना सा- डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

मां,क्यों परेशान कर रही हैं?प्लीज!चली जाइए,मुझे आपको मना करते हुए बहुत जोर पड़ता है,साहिल बोला, कब से उसकी मां सुधा दरवाजा खटखटा रही थीं और कह रही थीं “देख बेटा! बस एक बार इससे मिलकर तो देख! तू मना नहीं कर पाएगा इसे,अपनी मां पर यकीन नहीं तुझे?” मन मारकर साहिल उठा, “ये मां रोज … Read more

मदद नही जिम्मेदारी -संगीता अग्रवाल । : Moral Stories in Hindi

 नमन यार उठो ना जल्दी देखो कितनी देर हो गई तुम जरा ये बेड ठीक कर दो मैं इतने कमला को रसोई मे बर्तन खाली करके दे दूँ !” रितिका पति को उठाते हुए बोली। ” क्या यार तुम भी थोड़ा सा सोने नही देती !” नमन झुंझला कर उठता हुआ बोला। ” नमन तुम्हे … Read more

दिल का रिश्ता बड़ा ही प्यारा है -संगीता अग्रवाल Moral stories in hindi

सिया क्या कर रही हो ये …नीचे मम्मी जी आवाज दे रही हैं तुम्हे सुना नही ?” प्रेरणा अपनी देवरानी के कमरे में आ बोली। ” वो ….भाभी कुछ नही ..मैने ध्यान नही दिया मम्मी जी की आवाज पर ..!” सिया अपनी हरकत पर झेंपते हुए बोली और बाहर की तरफ जाने लगी। ” रुको … Read more

एहसास-डॉक्टर संगीता अग्रवाल। Moral stories in hindi

बहू!गर्म चाय मिलेगी क्या?जल्दी दे देती तो घूमने निकल जाता। सोती हुई रंजना के कान में अपने ससुर की आवाज़ पिघले सीसे की तरह पड़ी,वो बिस्तर में लेटी हुई कुनमुनाई और अपने पति आशीष के पास सरक आई। ये पिताजी को भी नींद नहीं आती,सुबह पौ फटते ही चाय की तलब लग जाती है,सोने भी … Read more

और वो मुस्करा दी-डॉक्टर संगीता अग्रवाल । Moral stories in hindi

शायना परेशान थी कई दिनों से,उसकी लाडली बेटी आहना बहुत अनमनी रहने लगी थी कुछ दिनो से।उसने डाइनिंग टेबल पर ब्रेकफास्ट करते हुए ये महसूस किया भी था,पूछना चाहा था उससे…”क्या हुआ आहू बेटा?कुछ “लो” दिख रही हो!कोई बात हुई स्कूल में?” आहना मां को बहुत कुछ बताना चाहती थी पर जानती थी कि मां … Read more

बंधन टूटे न-डॉक्टर संगीता अग्रवाल । Moral stories in hindi

अखिल परेशान था कि उसकी पत्नी रिशा उसके लाख प्रयासों के बाद भी उसके साथ खुश ही नहीं रहती थी,इतनी अच्छी सरकारी नौकरी थी उसकी,आयकर विभाग में बड़ा अफसर था वो,सरकारी आवास,नौकर चाकर मिले हुए थे ,एकमुश्त मोटी सैलरी लाकर रिशा के हाथ में थमा देता था वो लेकिन वो हर वक्त मुंह ही फुलाए … Read more

अपनों का साथ दवाई से ज्यादा असर करता है ! – संगीता अग्रवाल Moral stories in hindi

” हर बीमारी का इलाज सिर्फ दवा नही होती बेटा कभी कभी अपनों का साथ दवा से ज्यादा असर करता है !” महेश जी का परिवारिक डॉक्टर उनके बेटे अतुल से बोला। ” डॉक्टर अंकल हम सब है तो पापा के साथ फिर भी जाने क्यो पापा गुमसुम रहते है !” अतुल बोला। ” बेटा … Read more

बराबरी का रिश्ता – संगीता अग्रवाल  : Moral stories in hindi

“नमस्कार आलोक जी ये है मेरी पत्नी रीमा और मेरा बेटा निकुंज!” कैलाश बाबू अपने मेहमानों से बोले. ” नमस्कार कैलाश जी और भाभी जी.. ये मेरी पत्नी शर्मिला है !” आलोक जी ने अपनी पत्नी का परिचय कराया. सबने एक दूसरे को नमस्ते की और बैठक मे बैठ गए.  ” कैलाश जी मेरे बेटे … Read more

नफरत क्यो ? – संगीता अग्रवाल : Moral stories in hindi

” ये कैसी सब्जी बनाई है तुमने तुम्हे कोई काम ठीक से आता भी है !” विक्रम अपनी पत्नी रीना पर चिल्लाता हुआ बोला। ” वो …आज तबियत कुछ ठीक नहीं थी ऊपर से व्योम भी तंग कर रहा था  इसलिए शायद कुछ ऊंच नीच हो गई सब्जी में रुकिए मैं ठीक करके लाती हूं … Read more

जरूरत और फिजूलखर्ची मे फर्क – संगीता अग्रवाल : Moral stories in hindi

” ये क्या बहू इतनी सारी खरीदारी करके आई हो तुम पर क्यो ?” सास उमा जी ने बहू स्नेहा के हाथ मे बैग देख कहा। ” मम्मी जी बस थोड़े से कपड़े ही तो है !” सोफे पर बैठती हुई स्नेहा बोली। ” पर बेटा अभी तुम्हारी शादी को छह महीने ही तो हुए … Read more

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