जिंदगी की सबसे बड़ी सीख — नेकराम : Moral Stories in Hindi

ट्रेन अपनी रफ्तार में दौड़ रही थी मैं जिस डिब्बे में बैठा हुआ था उसी डिब्बे में दो अधेड़ उम्र के आदमी आपस में बातें कर रहे थे लेकिन बार-बार वह दोनों मेरी तरफ ही देख रहे थे शायद अपनी आप बीती एक दूसरे को बताना चाहते थे लेकिन मेरी वजह से वह एक दूसरे … Read more

सजा – देवकृष्ण गुप्ता: Moral Stories in Hindi

टिंग-टिंग…. दरवाजे की घंटी बजी , मां ने कहा सरिता जरा दरवाजे पे देखो कौन है। सरिता, जो कि रेनू देवी की बड़ी बेटी है, उसने दरवाजा खोला और कहा,  मां मोहित की टीचर मैम हैं।  मां ने  कहा कि उन्हें गेस्ट रुम में बिठाओ मैं आती हूं; जब ये सब हो रहा था, तो … Read more

जासूसी दिमाग़ – कल्पना मिश्रा : Moral Stories in Hindi

दोपहर का समय था। सब काम खत्म करके मैं बिस्तर पर आराम से लेटी हुई टीवी पर “क्राइम एलर्ट” सीरियल देख रही थी। स्टोरी क्लाइमेक्स पर पहुँच ही रही थी कि अचानक डोरबेल बज उठी। “अब इतनी देर कौन आया है?” झुंझलाते हुए जल्दबाज़ी में आदत के विपरीत बगैर देखे,बगैर जाने पूछे मैंने फटाक से … Read more

रिश्ते एकतरफा नहीं बनते : Moral Stories in Hindi

“रमा, पापा का फोन आया था इस दशहरा पर मंदिर में दुर्गा जी की स्थापना करा रहे हैं,सबको बुला रहे हैं, बहुत दिन हो गया सब एक बार इकट्ठे होते हैं”सतीश जी ने ऑफिस से आते ही कहा। रमा ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, चुपचाप खाना डाइनिंग टेबल पर लगाने लगी। सतीश जी प्रतिक्रिया चाहते … Read more

मेरा घर – सुनीता संधु : Moral Stories in Hindi

अरी मीणा, किन ख्यालों में खोई हो। जल्दी-जल्दी हाथ चलाओ और जल्दी खाना बनाओ। चांद निकलने वाला है। सुबह से करवा चौथ के व्रत के कारण हम भूखे हैं। अब तो खड़ा भी नहीं हुआ जा रहा। पर तुम्हें क्या? सुबह से भरपेट खाया है। मजे हैं तुम्हारे। न व्रत रखना, ना भूखे रहना, थोड़ा … Read more

हैप्पी फादर्स डे पापा – शुभ्रा बैनर्जी : Moral Stories in Hindi

“हैलो,हां मम्मी।बोलिए,सुन रहा हूं मैं। प्लीज़ पहले रोना बंद कीजिए।हर बार बात करने से पहले ही रोने लगतीं हैं आप।कब आऊंगा,ये मत पूछिएगा?मैं भी आना चाहता हूं मम्मी।कंपनी ने इस बार भी मुझे ही प्रोजेक्ट हेड बनाया है।छह महीने के लिए बुक्ड हो गया हूं।”जयेश बोले जा रहा था,और प्रतिमा की आवाज निकल ही नहीं … Read more

अंतिम पड़ाव.. – विनोद सिन्हा “सुदामा” : Moral Stories in Hindi

खाना शुरू करते ही वर्मा जी ने पत्नी यशोदा से कहा…. क्या बात है आज दाल में नमक डालना भूल गई क्या.. सब्जी भी फीकी लग रही आज तो… क्या कह रहे हैं.. डाली तो थी स्वादानुसार नमक दाल में.. हाँ सब्जी में मिर्ची कम डाली है.. डाक्टर ने मना किया है आपको.. लेकिन आप … Read more

गुरुर – श्रद्धा खरे : Moral Stories in Hindi

शारदा की शादी के कुछ महीने बाद ही उसके देवर मदन की शादी हुई ,और शारदा को घर में एक छोटी बहन के रूप में  कृष्णा मिली ।        दोनों की आपस में बहुत बनती थी, घर के कामों को दोनों मिलजुल कर पूरी लगन से करती  सास ,ननद देवर सब यही कहते  कि इन दोनों … Read more

बहू की समझदारी से रिश्ता बच गया –   हेमलता गुप्ता: Moral Stories in Hindi

मम्मी…. खुशखबरी है आपके लिए, आप फिर से दादी बनने वाली हैं, डॉक्टर ने इस बार किरण को कंप्लीट आराम करने के लिए कहा है,  मम्मी आप कल की ट्रेन से ही आ जाइए। लेकिन बेटा…. यहां तेरे पापा भी ऑफिस जाते हैं, मेरे बिना उनका क्या होगा..,? अरे मम्मी.. छोड़ो सब, आपकी जरूरत यहां … Read more

हमसफ़र… तुम देना साथ मेरा… – रीतु गुप्ता  : Moral Stories in Hindi

कपिल ने रिद्धि को दवाई दी और सुलाने लगा ,वो उसके सर को प्यार से सहला रहा था… कुछ ही मिंटो में रिद्धि सो गयी। कपिल रिद्धि के माथे पर किस कर.. अपनी परी के झूले के पास आ गया ।झूले मे गुड़िया सो रही थी। कपिल उसकी छोटी सी उंगुली को सहलाते हुए बोला.. … Read more

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