जब ये घर तुम्हारा है तो मेहमानवाजी की उम्मीद क्यों ?? – सविता गोयल : Moral Stories in Hindi
नीरा फटाफट नाश्ते का काम निपटकर आफिस के लिए तैयार हो रही थी कि दरवाजे की घंटी बजी… नीरा ने फटाक से भागकर दरवाजा खोला “अरे दीदी!! आप अचानक से!!! दरवाजे पर खड़ी अपनी ननद को बिना किसी खबर के अचानक से आया देख नीरा थोड़ा हैरान थी । ” क्यों भाभी , क्या अब … Read more