राखी – उमा वर्मा

 अब के बरस भेज भैया को बाबुल, सावन में लीजो बुलाये—“” गुनगुना रही थी नन्दिनी ।दो दिन बाद राखी है ।इस बार खुद जाकर राखी बांधना चाहती है वह ।”” भैया को क्यो, खुद ही चली जाओ ना,मै कल ही टिकट का इन्तजाम करता हूँ “” अजय ने कहा ।आठ साल बाद नन्दिनी अपने पीहर … Read more

धन्य है तू भारत की नारी- संगीता अग्रवाल

” क्या हुआ प्रीतो तू यहां अंधेरे मे क्या कर रही है ?” रंजीत अपनी पत्नी के पास आ बोला। ” कुछ नही वो मैं बस यूँही !” प्रीति जिसे रंजीत प्यार से प्रीतो बोलता था वो नज़रे चुराती हुई बोली। ” तू रो रही है प्रीतो एक सच्चे सिपाही की बीवी होकर ऐसे रोना … Read more

लड़का – लड़की दोस्त नहीं हो सकते – रिंकी श्रीवास्तव

नमिता  घर का सामान लाने के लिए बाजार गयी थी,घर लौटी तो शाम के सात बज गये थे| घर मे घुसी तो देखा उसके पति राकेश आफिस से आ गये थे ,उसने कहा अरे आज आप जल्दी आ गये ,रोज तो आप नौ बजे तक आते हैं | राकेश ने कोई जवाब नही दिया  | … Read more

आखिरी पन्ना – पुष्पा पाण्डेय : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : पारुल बचपन से ही शिक्षण के क्षेत्र  में जाना चाहती थी। वह हमेशा शिक्षक बनने की इच्छा व्यक्त करती थी। स्नात्तर की परीक्षा के बाद उसका दोस्त प्रतीक उसे प्रशासनिक  प्रतियोगिता की तैयारी करने की सलाह दे रहा था, लेकिन पारुल अपना सपना पूरा करना चाहती थी। प्रतीक प्रशासनिक प्रतियोगिता … Read more

हमारी माँ .. – अंजू अग्रवाल ‘लखनवी’

पिछले 5 दिन से सासू मां आईसीयू में एडमिट थीं! पिछले महीने ही पति अविनाश के पैर में फ्रैक्चर होने की वजह से वो पूरे रेस्ट पर थे इसलिए सारा बोझ इकलौती बहू रीना पर आ गया हालांकि दोनों ननदें मां की बीमारी की खबर सुनकर अगले दिन ही आ गई थीं!अब रात भर तो … Read more

जब पोती ने दहेज मे दादा जी को मांग लिया – मुकेश पटेल

बिन्नी स्कूल से जैसे ही घर वापस लौटी वो देखती है कि उसके दादाजी अपना बैग पैक कर रहे हैं ।  बिन्नी ने अपने दादा जी से पूछा कि दादाजी आप कहां जा रहे हैं दादाजी ने बताया बेटी  मैं गांव जा रहा हूं और बहुत जल्द ही वापस आ जाऊंगा।  बिन्नी जिद करते हुए … Read more

पराई माँ – मुकेश कुमार

विनोद जी का एक ही बेटा था जिसका नाम विकास था। बचपन से ही पढ़ने में बहुत ही होनहार था।  वह हमेशा घर में कुछ न कुछ नए नए प्रयोग करता रहता था। अपने बेटे के प्रयोग को देखकर विनोद जी ने भी मन बना लिया था कि बड़ा होगा तो बेटे को इंजीनियर बनाऊंगा।  … Read more

दर्द रिश्तो का – मुकेश पटेल 

रामनाथ जी दिल्ली के एक सरकारी बैंक में मैनेजर थे  उनकी शादी के 20 साल गुजर चुके थे  लेकिन अभी तक उन्होंने संतान सुख की प्राप्ति नहीं की थी  उनकी पत्नी सुनंदा इस बात को लेकर हमेशा चिंतित रहती थी कि भगवान उनकी कोख में भी एक बेटा या बेटी दे दे इसके लिए सुनंदा … Read more

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