हां, मैं अपनी बेटी के साथ रहती हूं – अर्चना खंडेलवाल 

मैं और मेरी दुनिया, हम तीन लोग थे। जीवन से सारी खुशियां हमने चुरा ली थी| साथ में रहते हंसते-हंसते, बस जीवन जी रहे थे| ऐसा लगता था पूरे जीवन भर हमें साथ रहना है, पर ऐसा नहीं होता है, एक-एक करके हम मिलते हैं तो बिछड़ते भी है। आशु मेरे पति, जिंदादिली से जीते, … Read more

“ये मेरे अपने हैं”  – डॉ .अनुपमा श्रीवास्तवा

छोड़ दीजिये उनको ! उनका सही इलाज हो रहा है। जैसी करनी वैसी भरनी ! आकाश ,बेटा ऐसे क्यों बोले तुम?   वह गैर थोड़े ही है जैसे भी हैं तुम्हारे चाचा हैं।रिस्तों का लिहाज मत भूलो बेटा !  आकाश अपनी भौ टेढ़ी करते हुए बोला-”  पता नहीं आप किस मिट्टी की बनी हुई हैं। जितना … Read more

कोहरे भरी रात – रीता मिश्रा तिवारी

“वीर जल्दी से तैयार हो जाइए हमें जाना है “शाम की आरती करते हुए ऋतु अपने पति से बोली जो टीवी देख कम रहे थे मोबाइल ज्यादा शायद पत्नि की बात उसके कानों तक पहुंची भी या नहीं . “अरे ! आप अभी तक यहीं बैठे हैं “और टेबल पर रखा रिमोट उठाकर टीवी बंद … Read more

हमारे बच्चे समझदार हो गये है – संगीत अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : सुनिए सारे त्योहार सर पर है और आपने अभी तक मुझे खर्च के पैसे नही दिये कैसे सब काम करूंगी मैं कुछ दिनों मे । आप तो व्यस्त रहने का बहाना कर देते हो बाज़ार जाने के नाम पर !” मीनाक्षी पति के घर आते ही हंस कर बोली। ” … Read more

मायके ससुराल – अंजूओझा : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : शुभ्रा बहू जरा आओ ना मेरे कमरे में , आवाज देती हैं सास अनिता , जी मम्मी जी कहिए, बहू मेरे भतीजे गौरव की शादी है  दो दिन बाद जाना है और तुरंत से गिफ्ट खरीद पाना संभव नहीं , इसलिए तुम्हारी माँ ने तीज में जो पायल और लाल … Read more

‘ हाँ, मैं स्वार्थी हूँ ‘ –  विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : लीना ने अखबार में एक नर्स की वैकेंसी का विज्ञापन देखा तो उसने तुरन्त फोन नंबर और क्लिनिक का पता नोट कर लिया।फ़ोन लगाने पर उसे इंटरव्यू के लिए शाम चार बजे बुलाया गया।डाॅक्टर का क्लिनिक उसके घर से करीब बीस मिनट की दूरी पर था लेकिन ट्रैफिक और भीड़ … Read more

रिश्तो के भी रंग बदलते हैं – संगीता अग्रवाल : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : दाह संस्कार की तैयारी चल रही थी आखिरकार सासु माँ  देह त्याग ही गई … ससुर जी  तो  शादी के दूसरे साल ही स्वर्ग सिधार गए थे अगल बगल के पड़ोसी और रिश्तेदार सभी आ चुके थे जल्दी करो जल्दी करो का शोर ….. मैं रागिनी घर की एक मात्र … Read more

मन की गिरहें –  लतिका श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : शारदा जी आ तो गईं है  शशांक के साथ पर मन बिलकुल बुझा बुझा सा है….शशांक के पापा के साथ एक ही बार बेटा बहु के पास आई थी ….सारी सुविधाएं होते हुए भी दोनो का मन ज्यादा दिन वहां नहीं लग पा रहा था तब शशांक से कहकर वापिस … Read more

दिल का रिश्ता – सोनल मंजू श्री ओमर : Moral stories in hindi

 Moral stories in hindi : प्रिया और रानी दोनों पक्की सहेलियाँ है। दोनों एक ही स्कूल एक ही क्लास में हैं और दोनों का घर भी आस-पास है, जिसकारण स्कूल के साथ-साथ बाकी का भी अधिकतर समय दोनों का एक साथ ही गुजरता है।         रानी और प्रिया एक ऐसे समाज मे रहती है, जो पुरूष … Read more

माँ की सीख – Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : बड़े आक्रोश में घर में घुसते ही कावेरी को आँगन में काम करती हुई केया भाभी दिखाई पड़ीं पड़ी तो पूछा, “भाभी मम्मी किधर हैं?” “अरे! दीदी प्रणाम। अचानक आगमन आपका! क्या बात है दीदी? न हाय न हेलो… बस मम्मी जी की खोज खबर! आइये बैठिए तो सही।” कहते … Read more

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