किसी बात का एक पहलू ही नहीं दूसरा पहलू भी होता है….- संगीता त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

“मैं तुम्हारी माँ के साथ नहीं रह सकती, बहुत टोका -टाकी करती हैं, जब तुम उन्हें गांव छोड़ आओगे, तभी मैं आऊंगी “कह मिली अपना सामान पैक करने लगी। मिहिर सर पर हाथ रखे बैठा था। सास -बहू की रोज की लड़ाईयों से तंग आ गया। किसको समझाये, किसको छोड़े, दोनों ही तो दिल में … Read more

एक रिश्ता ऐसा भी – संगीता त्रिपाठी । Moral stories in hindi

 ” गलती इंसान के जीवन का एक हिस्सा हैं…. निधि, कुछ तुम से हुई और कुछ मुझसे “। मयंक दुखी स्वर में बोला। “हमें उसी समय हिम्मत दिखानी थी। तुम तो कमजोर पड़ी, पर मै क्यों नहीं मजबूत रह पाया अपने निर्णय पर “…    कॉफी के कड़वे घूंट लेती हुई निधि ने कहा -“अब जो … Read more

धिक्कार – संगीता त्रिपाठी   : Moral stories in hindi

माता -पिता के जीवन में बच्चे हिस्सा नहीं बल्कि जीवन होते है लेकिन बच्चों के जीवन में माता -पिता हिस्सा होते है।राम बाबू और यशोदा जी को एक बेटा और दो बेटियाँ थी। बेटा कैलाश छोटा था, दोनों लड़कियों की समयनुसार शादी कर राम बाबू और यशोदा जी गंगा नहा लिये। बेटा कैलाश पढ़ रहा … Read more

मुक्ति – संगीता त्रिपाठी : Moral stories in hindi

“आपकी पत्नी को जो भी पसंद है, वो सामग्री दान करें।” पंडित जी की गंभीर आवाज कमरे में गूंज उठी। सब एक दूसरे का मुँह देख रहे थे। माँ की पसंद….. बहुत याद करने पर सतीश जी को याद आया एक बार इला ने आइसक्रीम खाने की इच्छा प्रकट की थी।”बेटा माँ को आइसक्रीम बहुत … Read more

अन्याय के खिलाफ – संगीता त्रिपाठी : Moral stories in hindi

सायरन बजाती एम्बुलेंन्स दूर चली गई।वसुधा छोटे बेबी को गोद में लिये कांप रही थी।उसकी तरफ उठी हर ऊँगली उसे ही दोषी मान रही थी। बेटा और बेटी उससे लिपट कर डरे -सहमे से खड़े थे। एक बारगी उसका मन भी विचलित हो गया, क्या उसने गलत किया…? पर आखिर वो कितने ज़ख्म, जो नासूर … Read more

मन की गांठ – संगीता त्रिपाठी   : Moral stories in hindi

 सुबह की खटर -पटर नहीं सुनाई देने से  सुहास की नींद देर से टूटी घड़ी आठ बजा रही, हेमा पर गुस्सा करने वाला था, देखा बगल में हेमा अभी तक सोई पड़ी है। हेमा को हिलाते हुये सुहास बोले “हेमा उठो आज अलार्म नहीं लगाया था क्या…? मुझे ऑफिस को लेट हो रहा “। तभी … Read more

फैसला – संगीता त्रिपाठी : Moral stories in hindi

 कितना अच्छा लगता हैं जब कोई तुम्हे “यू डीज़र्व “कह तुम्हारा हौंसला बढ़ाता हैं। कुछ उदास स्वर में कल्पना ने कहा तो मै चौंक पड़ी। हमेशा सब के बीच हँसने खिलखिलाने वाली कल्पना के मुँह से पहली बार ये उदास स्वर सुना।    कल्पना एक बढ़ती उम्र की महिला, जो हमेशा एनर्जी से भरी रहती।जिसके पास … Read more

सिक्के के दो पहलू – संगीता त्रिपाठी  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “सुन मीता, बड़ी खुशखबरी हैं, काम खत्म कर आजा लंच ब्रेक में पार्टी करते हैं “। नैना ने अपनी दोस्त और कलीग मीता को फोन कर बोला ।    “प्रमोशन लिस्ट आ गई क्या..?”   “हाँ पर ऑफिस की नहीं, मिलने पर बताउंगी “कह कर नैना ने फोन काट दिया।        मीता बड़ी … Read more

ये कैसी पहचान – संगीता त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : रात फिर अविरल और मानसी की लड़ाई ने उग्र रूप ले लिया, “तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई, मुझे धोखा देने की…”   “मैंने तुम्हे कोई धोखा नहीं दिया, “अविरल शांत स्वर में बोला.   ” मैंने अपनी आँखों से तुम्हे रिया के साथ देखा, वो क्या था…??     “किसी के साथ कॉफी पी … Read more

अपूर्ण – संगीता त्रिपाठी : short story with moral

short story with moral : वो सभ्य समाज से बाहर, परिवार से बाहर था , लेकिन हौसलों का वो दिया था जिसके सामने तूफानों ने भी घुटने टेक दिया। कल तक उपहास का पात्र था तो आज अनुकरणीय और गर्व का पर्याय था । इंसान चाहे तो अपनी जगह खुद बना सकता है, ये कीर्ति … Read more

error: Content is Copyright protected !!