हम औरतें ससुराल बस क्लेश करने ही तो आती हैं.. -रोनिता कुंडु : Moral stories in hindi

बहु… यह कहां जाने की तैयारी कर रही हो..? मनोरमा जी ने अपनी बहू अक्षरा से कहा  अक्षरा:   मम्मी जी… बताया तो था सिम्मी का रोका है, तो मायके जाना है उसी के तैयारी कर रही हूं मैं… कमला दीदी को सब अच्छे से समझा दिया है और अगर आपको कुछ अलग से कहना … Read more

तकरार रिश्तों का – रोनिता कुंडु : Moral stories in hindi

मम्मी जी…. मैं रोटियां सेकने जा रही हूं, तब तक स्वाति से बोलिए ना के मटर छील दे… ताकि मैं रोटी बनाने के बाद, तुरंत ही सब्जी बना सकूं, पूनम ने अपनी सासू मां केतकी की से कहा  केतकी जी:   क्यों..? स्वाति क्यों छिलेगी..? तुझे जब पता ही था आज मटर बनेगा, फिर पहले … Read more

तनाव किसका..? – रोनिता कुंडु : Moral stories in hindi

सुनिए जी… आकाश का फोन आया था… कह रहा था उसके कॉलेज की दो महीने की फीस साथ में ही जमा करनी है… सुजाता ने अपने पति नवीन से कहा  नवीन:  क्या..? 2 महीने की फीस एक साथ..? यह कॉलेज वाले तो बस फरमान जारी कर देते हैं… पिता की हालत कैसी है उनसे उनको … Read more

औकात दिख गई – रोनिता कुंडु : Moral stories in hindi

अरे जीजी… अच्छा हुआ तुम सभी आ गए… अब मैं बहू को इस शादी की जिम्मेदारी देकर निश्चित हो पाऊंगी… मैं बता नहीं सकती जीजी… मुझे कितनी शांति मिली, तुम सबके आ जाने से… माया जी ने अपनी बड़ी बहन शोभा के परिवार से कहा…  माया जी की बेटी गौरी की शादी थी… जिसमें उनकी … Read more

समयच्रक – रोनिता कुंडु : Moral stories in hindi

मम्मी जी.. मैं अपने मायके जा रही हूं… मम्मी की तबीयत अचानक ज्यादा खराब हो गई है… भैया उन्हें अस्पताल भी लेकर गए थे और अभी-अभी उन्हें घर लेकर वापस आए, मुझे तो पहले कुछ बताया ही नहीं… अभी भैया की भी खबर लूंगी इतना कुछ हो गया और मुझे बताना जरूरी नहीं समझा भैया … Read more

अपनी बेटी शासन चलाएं, दूसरों की बेटी दासी बन जाए – रोनिता कुंडु : Moral stories in hindi

राधिका पूरे घर में भाग भाग कर काम कर रही थी… आज घर में जागरण था तो उसी में राधिका पूरी व्यस्त थी… उसकी सास तारा जी के घुटनों में दर्द रहता था इसलिए वह ज्यादा भाग दौड़ नहीं कर सकती और ननद मायरा जो की बस रिल्स और वीडियो बनाने में ही व्यस्त रहती … Read more

बेटी और बहू का फर्क तो रहेगा ही – रोनिता कुंडु : Moral stories in hindi

मम्मी..! मुझे यह कप सेट बहुत पसंद आया है… यह मैं ले जाऊंगी भाभी से पूछ लो, उन्हें कोई दिक्कत तो नहीं..? राधा ने अपनी मां शारदा जी से कहा शारदा जी:   उससे क्या पूछना..? इस घर के फैसले मैं ही करती हूं… मेरा फैसला ही आखिरी होता है… तू ले जा ना… राधा … Read more

बेटी के लिए दायित्व, पर बहू के लिए एहसान – रोनिता कुंडु : Moral stories in hindi

महक..! मोना का आठवां महीना शुरू हो गया है, तो उसने मुझे बुलाया है… सोच रही हूं उसकी डिलीवरी तक उसके पास ही रहूं… उसकी सास का तो तुम्हें पता ही है.. कोई भी दायित्व लेना नहीं चाहती और डॉक्टर ने मोना को अभी ट्रैवल करने से मना किया है… इसलिए यहां भी वह आ … Read more

बदली अहमियत, तो बदला व्यवहार – रोनिता कुंडू: Moral stories in hindi

सलोनी..! अचार की बरनिया जरा उतार देना, शिव्या और ज्योति आ रही है… उन्होंने खास अचार की मांग की है.. शोभा जी ने अपनी बहू सलोनी से कहा सलोनी:  हां मम्मी जी आपके बनाए हुए अचार होते ही बड़े लाजवाब है.. पिछली बार जब मैं अपने मायके लेकर गई थी, मेरी भाभी ने भी कहा … Read more

किस्मत के खेल से कौन बच सका है भला..? – रोनिता कुंडू:Moral stories in hindi

मैंने इनको कुछ टेस्ट किए हैं… कल आकर रिपोर्ट ले जाइएगा.. डॉक्टर ने अविनाश से कहा   अविनाश: पर डॉक्टर हुआ क्या है इसे..? यह तीसरी बार है जब यूं यह चलते-चलते बेहोश हो गई… डॉक्टर इसलिए तो कुछ टेस्ट करवाए हैं… आप कल आकर रिपोर्ट दिखा जाना.. अगले दिन अविनाश डॉक्टर के पास रिपोर्ट के … Read more

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