होली के रंग – बेला पुनिवाला : Moral stories in hindi

   रोहित अपनी पत्नी रीता से बहुत प्यार करता था, आज होली के दिन वह रीता को एक बहुत बड़ी खुशखर देने वाला था, वह रीता से कुछ कहे उस से पहले ही रीता ने उसे बहुत बड़ा झटका दे दिया, वैसे रोहित और रीता के बीच आए दिन पैसों की वजह से छोटे मोटे झगड़े … Read more

गर्म चाय की प्याली – डा. पारुल अग्रवाल  : Moral stories in hindi

तृप्ति कई दिनों से बहुत अनमनी सी थी। उसको सब कुछ नीरस और बोझिल सा प्रतीत होता था। उसे हरपल ऐसा लगता कि वो कि अब ज़िंदगी में कुछ नहीं बचा है। बच्चे बड़े हो गए हैं अब उनको भी उसकी ज़रूरत नहीं है पति भी अपनी नौकरी में व्यस्त हैं और वो खुद नौकरी … Read more

समय चक्र – वीणा सिंह  : Moral stories in hindi

शीतल का मन आज बहुत व्यथित हो गया था सुबह से हीं.. पति ने बताया आशुतोष भाई नही रहे.. शीतल चालीस साल पहले बीते वक्त के आगोश मे डूब गई.. बाबूजी दो भाई थे.. बाबूजी बड़े थे और चाचा छोटे.. मेरे जन्म के बाद बहुत मन्नत और झाड़ फूंक के बाद भी मेरा कोई भाई … Read more

जीने का मकसद – वीणा कुमारी : Moral stories in hindi

बनारस स्टेशन के एक कोने में बैठ पार्वती काकी ज़ार ज़ार रोए जा रही थी कि तभी पवन की नजर उन पर पड़ी। वह पास जाकर पूछा– क्या हुआ काकी,क्यों इतना रोए जा रहे हो? कुछ खो गया का? रोते रोते ही काकी ने कहा – सब कुछ तो खो ही गया है बिटवा। जब … Read more

पहला उपहार – ऋतु गुप्ता  : Moral stories in hindi

कहां तक बखान करूं ए जिंदगी, तूने सौगात है बहुत सी दीं हैं। दिए हैं उतार-चढ़ाव बहुत से जिंदगी में तूने, पर क्यूं मैं याद करूं उन सभी को, जब तूने यादें मीठी भी बहुत दी हैं। बस एक ऐसा उपहार में नहीं भूलना चाहती जिंदगी भर जब ईश्वर  ने पहली बार गोद भरी थी, … Read more

समय चक्र – डा. इरफाना बेगम : Moral stories in hindi

अपने माता पिता के एकलौते बेटे चक्रधर सरकारी स्कूल में पढाते थे। घर में उनके अलावा उनकी एक छोटी बहन थी जिसका ब्याह हाल ही में हुआ था। नई नई नौकरी नया जोष बहुत ही मेहनत से काम करते थे। उनका बात करने का तरीका हर किसी को मोह लेता था। यहीं स्कूल में ही … Read more

सौदामिनी- शुभ्रा बैनर्जी: Moral stories in hindi

“बड़ी मां,ओ बड़ी मां।कहां हो तुम?” नीलेश जोर-जोर से शांति जी को पुकार रहा था।शांति जी उनकी ताई थीं।आज लगभग एक बरस के बाद अपने पैतृक गांव “साउटिया आया था नीलेश। पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर जिले का एक गांव,जहां उसके दादा -परदादा की जमींदारी थी। बड़ी मां आंखों पर मोटा चश्मा लगाए,लाठी टेककर धीरे-धीरे चलती … Read more

घर की बात – दीपा डिंगोलिया : Moral stories in hindi

 “अरे क्या हुआ है ? रो क्यों रही है ?  सब ठीक तो है ?” सीमा नीता के गले लग सुबक-सुबक कर रो रही थी। करीब दो महीने पहले ही सीमा की शादी हुई थी। नीता और उसके पति निहार सिंह ने बड़े ही चाव से खूब पैसा लगाकर बड़े घर में सीमा की शादी … Read more

समय का पहिया चलता रहता… – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय : Moral stories in hindi

“बहुत-बहुत बधाई हो,रिया आपको। यह आपका पहला चेक है। पूछना तो  ठीक नहीं है लेकिन आप मेरी बेटी जैसी हैं…! मैं यह जान सकता हूं कि आप अपनी पहली सैलरी से क्या करेंगी?”जिस कंपनी में रिया नौकरी करने आई थी वहां का एच आर हरमेश बोला। “थैंक यू सो मच सर इस चेक के लिए। … Read more

समयचक्र- मनीषा सिंह : Moral stories in hindi

रामानंद जी रजिस्ट्री ऑफिस में किरानी की नौकरी करते थे। घर में पत्नी और दो बेटी लता और किरण थी। इनके अलावा दो बेटे अरुण और वरुण जो अभी स्कूल की पढ़ाई कर रहे थे। बेटियां बेटों से बड़ी थी इसलिए इनकी शादी करनी थी। तनख्वाह इतनी थी जितनी में घर चल सके। “अजी सुनते … Read more

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