पसंद नापसंद -बेला पुनिवाला : Moral Stories in Hindi

आज राजेश और रानी की शादी की 25 वी सालगिरह थी, वह दोनों ने बाहर जाने का प्लान बनाया था, दोनों बाहर जाने के लिए तैयार हो रहे थे, तभी रानी ने आज अपनी पसंद का अच्छा सा रेड फ्रॉक पहना। राजेश ने देखा तो तुरंत ही रानी से कहा, कि ” ये क्या पहना … Read more

मान सम्मान -बेला पुनिवाला : Moral Stories in Hindi

हनुमान जन्मोत्सव के दिन पूजा और परेश मंदिर जाने के लिए तैयार हो रहे थे, आरती के लिए सुबह जल्दी घर से निकलना था, इसलिए पूजा ने सुबह जल्दी उठकर घर का सारा काम निपटाया, खाना बनाया, बच्चों के कॉलेज का समय दोपहर का था, इसलिए उनको जाने में अभी देर थी और परेश को … Read more

मां का दूसरा रूप- बेला । Moral stories in hindi

 मेरी कहानी की राधिका का के तीन बच्चें थे, उसमें दो बेटे और एक छोटी बेटी थी, राधिका अपने तीनों बच्चों पर जैसे जान न्योछावर करती थी, कभी कभी राधिका का पति रितेश राधिका को मजाक में कहता, कि ” कभी कबार मेरी तरफ़ भी ध्यान दिया करो, मैं भी तो तुम्हारा बच्चा ही तो … Read more

ज़िम्मेदारी और प्यार – बेला पुनिवाला : Moral stories in hindi

  हर लड़की की तरह मेरी कहानी की नताशा का भी एक सपना होता था, जैसे उसे कोई बहुत प्यार करे, उसकी तारीफ़ करे, उसके लिए मर मिटने की बातें करे, चांद तारें ला ना पाए, तो भी कोई बात नहीं, कभी कभी उसे खुश करने के लिए ऐसी बातें किया करे, उसे सरप्राइज़ दे, उसे … Read more

होली के रंग – बेला पुनिवाला : Moral stories in hindi

   रोहित अपनी पत्नी रीता से बहुत प्यार करता था, आज होली के दिन वह रीता को एक बहुत बड़ी खुशखर देने वाला था, वह रीता से कुछ कहे उस से पहले ही रीता ने उसे बहुत बड़ा झटका दे दिया, वैसे रोहित और रीता के बीच आए दिन पैसों की वजह से छोटे मोटे झगड़े … Read more

बिन तेरे ज़िंदगी (भाग 1) – बेला पुनीवाला

नैना एकदम चुपचाप सी अपने कमरें में बैठी है, वह ना तो घर में किसी से कुछ बात करती है, नाहीं किसी से  कुछ सलाह मशवरा करती है। बस खिड़की की बाहर नज़र गड़ाए ऊपर आसमान की ओर देखे जा रही है। खुला आसमान, आसमान के पीछे बादलो में सूरज, सूरज की तेज़ किरणें सीधे … Read more

 ये कैसा दर्द दिया पिया तूने मोहे ? (भाग 3) – बेला पुनिवाला 

लेकिन आज तो माया का दिल एक दम से टूट ही गया, उसके इतनी कोशिश के बावजूद भी मनोज उस से दूर ही रहता। माया के अंदर  जैसे युद्ध चल रहा था, इतने सालो में उसने मनोज के लिए क्या कुछ नहीं किया ? एक के बाद एक सब याद आने लगा, जो दर्द माया … Read more

 ये कैसा दर्द दिया पिया तूने मोहे ? (भाग 2) – बेला पुनिवाला 

 मनोज का मैसेज पढ़ते ही माया की जान में जान आई, कि चलो मनोज ठीक तो है ! लेकिन दूसरे ही पल माया के दिल में ये ख्याल आया, कि ” ऐसी भी क्या जल्दी जाने की, मैं अपने बच्चों की बजह से ही तो लेट हुई थी, क्या मनोज मेरा इतना भी इंतज़ार ना … Read more

 ये कैसा दर्द दिया पिया तूने मोहे ? (भाग 1) – बेला पुनिवाला 

    मनोज ज़ोर से आवाज़ लगाता है, ” माया, चलो भी अब, तुम्हें तैयार होने में कितनी देर लगती है ? शादी में मेरे सारे दोस्त पहुँच गए है और उन सब का फ़ोन आ रहा है, कि ” तुम कब आओगें ? मेरे दोस्त की बारात भी वहांँ से निकल गई है और हम अब … Read more

वादा राखी का   : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi: डॉली का घर आज सुबह से सजाया जा रहा था, जैसे दिवाली पे घर सजाते है। डॉली के माँ-पापा और डॉली की भाभी, सब लोग आज बहुत ही खुश थे। डॉली ने अपनी माँ को चिढ़ाते हुए कहा, ” वाह, मम्मी क्या बात है, आज रसोई से सुबह से ही बहुत … Read more

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