गृहस्थी की डोर – शुभ्रा बैनर्जी  : Moral stories in hindi

विवेक जी रिटायरमेंट के बाद नागपुर में ही घर बनवाकर रह रहे थे।दोनों बेटियों की शादी कर दी थी।इकलौता बेटा दीपक डॉक्टर बना था।पोस्टिंग मध्यप्रदेश में हुई।मां का लाड़ला पहली बार घर से दूर जा रहा था।मां, सुमित्रा जी को सबसे ज्यादा चिंता बेटे के खाने की थी। ज्वाइनिंग का समय नजदीक आते ही विवेक … Read more

सास-बहू और तकरार …- अर्चना खंडेलवाल : Moral stories in hindi

“मम्मी जी, सामान की लिस्ट बना दी है, ये कुछ जरूरी सामान है जो मंगवाना हैं”, कोमल ने लिस्ट अपनी सास रंजना जी के हाथ में थमा दी। रंजना जी ने चश्मा ठीक किया और गहरी नजरें गढ़ा के हर सामान पढ़ा, फिर पेन लाने को कहा,” ये दाल दो किलो की क्या जरूरत है? … Read more

शादी गुड्डे गुड़ियों का खेल नहीं – पूजा शर्मा: Moral stories in hindi

देखो भाभी ,शादी गुड्डे गुड़ियों का खेल नहीं है आप अच्छी तरह से ही देखभाल कर लड़की वालों को हां बोलना इतनी जल्दी भी क्या है ? मेरा तो न जाने क्यों मयंक का इस घर में रिश्ता करने को मन नहीं ठुक रहा है। हमारा मयंक बहुत सीधा है । लड़की कुछ तेज लग … Read more

जब ननद रानी का पासा पलट गया…….-सिन्नी पान्डेय : Moral stories in hindi

वसुधा की शादी के 6 महीने बाद ही उसके बड़े भाई वरुण की शादी थी तो वो अपने ससुराल से रोज़ मायके पहुंच जाती थी और वहाँ अपना पूरा वर्चस्व और प्रभाव दिखाती रहती। वरुण की पत्नी दिशा बहुत सुंदर और गुणी थी। पर वसुधा न जाने क्यों दिशा को पसंद नही करती थी और … Read more

एक नई सुबह – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय: Moral stories in hindi

“बस….चुप हो जाओ…राघव…! बहुत देर से मैं तुम्हें सुन रहा हूं. ऐसा लगता है कि बस तुम ही जवान  हुए हो इस घर में और कोई नहीं! तुम्हें ना अपने मां बाप का सम्मान है और ना ही रिश्ते नातों का लिहाज  है। तुम्हें बताने में शर्म नहीं आई… कैसे बेहया इंसान हो तुम..।अब तुम … Read more

अनुमति तिरस्कार की!! – लतिका श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

कमली अभी तक यहीं खड़ी है कब से कह रही हूं जा तैयार हो जा …. विशाखा जी की तेज आवाज से बेअसर थी कमली ।जाने किस दुनिया में विचरण कर रही थी।चेहरा ऐसा लटका हुआ था मानो किसी ने सौ बुरी बाते सुनाई हों।सामने मां की निकाल कर रखी लाल ड्रेस रखी थी जिसे … Read more

विचारों का मेल – करुणा मलिक : Moral stories in hindi

अम्मी ! मैं परेशान हो चुकी हूँ, रोशन की यह समाज सेवा की आदत….. उफ़्फ़…… कहाँ और किससे हमारा निकाह कर दिया ….  क्या मसला है… नीलू …. तुम दोनों अच्छे डॉक्टर हो … तुम्हारी फूफी का बेटा है रोशन ….. तुम दोनों एक-दूसरे को जानते हो ……फूफा-फूफी का जमा जमाया क्लीनिक……थोड़ी बहुत ख़ैरात दे … Read more

जहां चाह वहां राह – शिव कुमारी शुक्ला : Moral stories in hindi

विनी क्या कर रही है।  अरे माँ चार दिन रह गए मेरा स्कूल खुलने वाला है सो नई किताबें आयेंगीं उन्हीं के लिए अलमारी साफ कर रही हूँ।  पर बेटा तेरे पापा तो  मना कर रहे हैं आगे पढ़ाने से। क्यों मम्मी क्या हुआ  मैं तो पूरे जिले प्रथम आई हूँ अपने स्कूल में और … Read more

हमारे रिश्ते की जन्मतिथि – निशा जैन : Moral stories in hindi

आज सुप्रिया की एनिवर्सरी थी और आज सुबह ही पति सुशांत से फिर तकरार हो गई बच्चों को लेकर…..  (उनकी लड़ाई हमेशा या तो बच्चों को लेकर या किसी थर्ड पर्सन को लेकर होती थी, दोनो की आपस की कोई लड़ाई नहीं हुई कभी)  शादी की सोलहवीं वर्षगांठ और शुरुआत तकरार के साथ…..  सुप्रिया को … Read more

तकऱार – मंजू ओमर : Moral stories in hindi

उर्मिला अग्रवाल और मीरा जायसवाल दोनों अड़ोसी पड़ोसी थे । दोनों की उम्र में कोई आठ दस साल का अंतर होगा मतलब मीरा छोटी थी अग्रवाल भाभी से । उर्मिला भाभी का ऐसा सोचना था कि मैं जो काम करती हूं वैसा मुहल्ले में कोई कर ही नहीं सकता। वैसे तो वो बहुत फ़ूहड़ किस्म … Read more

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