समर्पण जब हो नजरअंदाज – रोनिता कुंडू : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi: मां..! अब मैं यहां नहीं रह सकता… इस घर में मेरा और अलका का दम घुटता है.. अतुल ने चीखते हुए कहा.. पर यह घर तेरा भी तो है… तू क्यों कहीं जाएगा..? जिसने यहां नर्क मचा रखा है… वहीं जाए… सरिता जी ने अक्षित की ओर देखकर कहा… हां मां… … Read more

आखिर यह आंसू कब तक..? – रोनिता कुंडू : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  :  हेलो अनुष्का..!  अरे, नहीं.. नहीं… मैं तो उसकी सास बोल रही हूं… वह नहाने गई है … आप मुझे बता सकते हैं, कोई बात है क्या समधी जी..? माला जी ने अनुष्का के पापा अमित जी से फोन पर कहा…  अमित जी:  वह तो अब अनुष्का ही बता सकती है.. … Read more

घर आंगन तो सब का छुटता है.. – रोनिता कुंडु : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : राहुल..! तुमने मुझे धोखा दिया है…. प्रिया ने यह चीखते हुए कहा… राहुल:   धोखा..? पर वह कैसे..? प्रिया:   शादी के पहले तो बड़ा कहते थे कि मैं तुम्हें बहुत खुश रखूंगा… पर यहां आकर अपनी मम्मी-पापा के बीच में मुझे फंसा दिया… मेरी पूरी आजादी ही छीन गई … Read more

परिवार से मदद के लिए गिड़गिड़ाया नहीं जाता – रोनिता कुंडू : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : हेलो अंकित बेटा..! तेरे पापा लगातार बीमार चल रहे हैं… घर और अस्पताल के लगभग हर दूसरे दिन चक्कर लगाने पड़ रहे हैं… मेरे तो घुटनों का दर्द भी बढ़ गया है… बेटा..! मुझसे तो उठा भी नहीं जा रहा है, तो भाग-दौड़ कहां से करूं..? तू अगर कुछ दिनों … Read more

ऐसे पुरुष से पाला क्यों पड़ा..?- रोनिता कुंडु : Samajik kahani

बेटा..! अगले महीने तेरी बुआ के यहां जाना है… रुचि की शादी जो है…और हमें कुछ अच्छा भी देना पड़ेगा… एक सोने का..? रोहित:   सोने का..? मां..! कहने से पहले घर की हालत भी देख लीजिए… अभी अभी पापा के इलाज में इतने रुपए खर्च हो गए… उन सब के कर्ज शुरु ही हुए … Read more

स्वार्थी कौन..? – रोनिता कुंडू

ओफ ओह…! मां… क्या हर छोटी-छोटी बातों का बतंगड़ बना देती हो आप..? अब कहा ना याद नहीं था… मनोज अपनी मां शारदा जी से कहता है… शारदा जी:  बेटा..! यह बाल धूप में सफेद नहीं किए हैं मैंने… मुझे सब पता है… तेरी मां अब तुझ पर बोझ बन गई है… पर क्या करूं … Read more

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