छुटकारा (भाग 2)-  माता प्रसाद दुबे : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : सीमा का बर्ताव धीरे -धीरे बदलने लगा था..वह छोटी-छोटी बातों पर उलझ जाती थी..कभी-कभी वह नन्ही परी पर भी अपनी खीझ निकालने लगी थी.. रमादेवी व घर के अन्य सदस्यों को सीमा के व्यवहार में आए बदलाव से चिन्ता होने लगी थी.. आखिरकार रमादेवी ने सीमा की परेशानी जानने का … Read more

छुटकारा (भाग 1)-  माता प्रसाद दुबे : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  :सीमा की शादी हुए पांच साल बीत चुके थे..उसके पति राकेश प्रतिष्ठित संस्थान में कार्यरत थे..तीन साल की नन्ही बच्ची परी उसके ससुराल में सभी लोगों की आंख का तारा थी। उसकी सास रमादेवी,देवर विकास,ननद शीला,सभी लोग परी के साथ खेलते हुए बच्चे बन जाते थे..सभी लोगों की जान नन्ही परी … Read more

गीतांजलि (भाग 3 ) – डॉ पारुल अग्रवाल : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : शुरू के तीन-चार महीने तो आराम से निकल गए पर अब सुमित्रा जी पर कैंसर जैसी असाध्य बीमारी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे वो बिस्तर पर आ गई। डॉक्टर तो उनको पहले ही जवाब दे चुके थे। उनके आखिरी दिनों में गीतांजलि ने उनका बहुत ख्याल रखा। … Read more

गीतांजलि (भाग 2)- डॉ पारुल अग्रवाल : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : आधी रात को रिया नशे में चूर घर पहुंची थी,आज राघव अपने ऊपर नियंत्रण नहीं रख पाया था। गुस्से में उसने रिया को बहुत कुछ सुनाया था। उसकी बातें सुनकर रिया बेचारी होने का नाटक करते हुए थाने पहुंच गई थी। उसने राघव और सुमित्रा जी के खिलाफ़ थाने में … Read more

गीतांजलि (भाग 1) – डॉ पारुल अग्रवाल : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : आज पूरे छः महीने के साथ के बाद सासू मां गीतांजलि को छोड़कर अपनी अंतिम यात्रा की और प्रस्थान कर गई थी। कहने को तो,सुमित्रा जी गीतांजलि की सास थी पर इन छः महीनों में दोनों ने एक-दूसरे के साथ मां-बेटी से भी बढ़कर रिश्ता निभाया था। वो तो बिन … Read more

‘मैं सिर्फ आपकी पत्नी नहीं किसी की बेटी भी हूंँ’ – मनीषा गुप्ता : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  :संगीता संयुक्त परिवार की लाडली बेटी थी, मम्मी पापा ताऊ ताई चाचा चाची सभी परिवार में थे, कुल मिलाकर संगीता हर पांच भाई बहन थे, परिवार के सभी बच्चों में बहुत प्रेम था। यह पता लगाना बहुत मुश्किल था कि कौन किसकी संतान है। परिवार के सभी सदस्य दूसरे से बहुत … Read more

कौन सा घर है मेरा – प्राची लेखिका : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : तनीषा की शादी को 10 वर्ष हो गए हैं। अपने परिवार में खूब खुश हैं। दो प्यारी सी बच्चियाँ आराध्या और आरोही हैं। परिवार में सब उसे खूब प्यार करते हैं। उसका पति मृदुल भी उसकी खूब इज्जत करता। घर धन संपन्न है इसलिए तनीषा को अपने पैरों पर खड़ा … Read more

 तुलसी क्यारा और घर आंगन- पुष्पा जोशी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : शारदा जी और गिरीश बाबू का विवाह हो गया। गिरीश बाबू अपने माता पिता की इकलौती संतान थे। माँ का देहांत हो गया था। घर में तीन प्राणी थे, गिरीश बाबू शारदा जी और उनके ससुर केदार नाथ। पुरखों का बना सुन्दर घर था। सुन्दर रसोई। पानी भरकर रखने का … Read more

खुशी के आंसू- अनिता शर्मा: Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  :“बधाई हो प्रिया इस गांव के अस्पताल में एक होनहार डॉक्टर और मेरी बहू बनकर मेरे घर आंगन की शोभा बढ़ाने और मौसी बनने के लिए ,, ये कहते हुऐ रमा जी ने प्रिया के मुंह में मिठाई का एक टुकड़ा खिला दिया था।तो मुस्कराते हुऐ प्रिया रमा के पैरों में … Read more

घर आंगन – वीणा सिंह : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  :  मैं सिया, उम्र के इस पड़ाव पर भी मुझे अपने घर आंगन  की तलाश और आस अभी भी है..           जब से होश संभाला मां और दादी के मुंह से यही सुना तू किसी और के घर आंगन की शोभा है.. बेटियां उस पौधे की तरह होती हैं जो जनम तो … Read more

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