गंवार  – मनीषा गुप्ता: Moral Stories in Hindi

शालिनी गांव की कम पढ़ी-लिखी परंतु सुंदर सुशील लड़की थी, रामदास जी को शालिनी में पता नहींऐसा क्या पसंद आया कि उन्होंने अपने बेटे शेखर के लिए शालिनी को पसंद कर लिया। परिवार के अन्य सदस्य सास, देवर और ननद को वह अधिक पसंद नहीं थी। पति शेखर को उसका सीधापन और सादगी पसंद आ … Read more

भाई यह मकान नहीं हमारा ‘घर’ हैं – मनीषा गुप्ता  : hindi stories with moral

hindi stories with moral : रिया बहुत खुश थी दीपावली का त्योहार बहुत ही खुशी-खुशी निकल गया था आज भैया दोज थी। रिया खुश थी कि वह अपने भाई को टीका लगाने गांव जाएगी। माता-पिता के जाने के बाद गांव जाना कम ही होता था । लेकिन जब भी जाती वह अपनी बचपन की यादों … Read more

‘मैं सिर्फ आपकी पत्नी नहीं किसी की बेटी भी हूंँ’ – मनीषा गुप्ता : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  :संगीता संयुक्त परिवार की लाडली बेटी थी, मम्मी पापा ताऊ ताई चाचा चाची सभी परिवार में थे, कुल मिलाकर संगीता हर पांच भाई बहन थे, परिवार के सभी बच्चों में बहुत प्रेम था। यह पता लगाना बहुत मुश्किल था कि कौन किसकी संतान है। परिवार के सभी सदस्य दूसरे से बहुत … Read more

अधिकार – मनीषा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : सीमा अपने माता-पिता की इकलौती संतान थी सीमा के पिता की ठीक-ठाक सी सरकारी नौकरी थी, सीमा के माता पिता सीमा की परवरिश बहुत ही अच्छे ढंग से कर रहे थे सीमा को वह सभी सुख मिल रहा था जो एक इकलौती संतान को मिलना चाहिए। सीमा को भी इस … Read more

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