यें गंवार नहीं है, मेरी प्यारी सासु माँ है – कामिनी मिश्रा कनक : hindi stories with moral

hindi stories with moral : मीना एक बार और सोच ले , तू आई॰पी॰एस॰ ऑफ़िसर बन गयी है  , गाऊँ में अपना ट्रांसफ़र  क्यू करा रही है , मीना कि माँ मीना को बार – बार समझाने में लगी थी  । मीना- माँ जब आपने मेरी शादी गाऊँ में रहने वाले आकाश से कि तब  … Read more

गंवार  – मनीषा गुप्ता: Moral Stories in Hindi

शालिनी गांव की कम पढ़ी-लिखी परंतु सुंदर सुशील लड़की थी, रामदास जी को शालिनी में पता नहींऐसा क्या पसंद आया कि उन्होंने अपने बेटे शेखर के लिए शालिनी को पसंद कर लिया। परिवार के अन्य सदस्य सास, देवर और ननद को वह अधिक पसंद नहीं थी। पति शेखर को उसका सीधापन और सादगी पसंद आ … Read more

नालायक बेटा – मंजु ओमर : Moral Stories in Hindi

गोविन्द भइया करीब डेढ़ महीने से बीमार चल रहे थे बहन मालती ने आज भाई से मिलकर हाल-चाल जानना चाहा सो पहुंच गई गोंविदा भाई के पास । मालती जब घर गई तो बाहर चबूतरे में भतीजा राजीव कुछ उदास सा बैठा था , मालती ने पूछा अरे राजीव यहां क्यों बैठे हो तो उसका … Read more

गंवार कौन – आरती झा आद्या : Moral Stories in Hindi

पूरे गाॅंव में ढ़ोल नगाड़े बज रहे थे। क्यूं नहीं होता, रंजन गाॅंव का पहला युवा था, जिसका देश की प्रतिष्ठित प्रशासनिक सेवा में चयन हुआ था। माता–पिता, भाई–बहन के पाॅंव जमीन पर नहीं पड़ रहे थे। बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ था, फोन की घंटी चुप होने का नाम नहीं ले रही … Read more

पढ़ी लिखी गंवार -निशा जैन : Moral Stories in Hindi

पढ़ी लिखी गंवार ही हो क्या बिल्कुल….. तुम्हे पता नही खाना परोसने से पहले चख कर देख लेना चाहिए एक बार कि नमक है या नही, कम है या ज्यादा कितना बकवास खाना बनाया है तुमने आज पूर्वी…. खाने का एक कौर मुंह में रखते ही मोहित पूर्वी पर चिल्लाया। (पूर्वी आज शायद नमक डालना … Read more

रिश्तों का सम्मान – अनिला द्विवेदी तिवारी : Moral Stories in Hindi

नीता की जेठानी सुरभि, हमेशा अपनी देवरानी नीता को गंवार, गांव कहकर पुकारती थी। नीता , तीखे नैन नक्श वाली एक सुंदर, सुशील सी लड़की थी। हर घरेलू काम में दक्ष किंतु पढ़ाई उसने सिर्फ हाईस्कूल तक ही पूरी की थी। वहीं सुरभि साधारण नैन, नक्श वाली लड़की थी किंतु वह विदेश से अपनी पढ़ाई … Read more

गँवार – डाॅ संजु झा  : Moral Stories in Hindi

अमेरिका में बसे हुए अक्षय जैसे ही दफ्तर से घर आता है,वैसे ही उसके फोन की घंटी बज उठती है।फोन पर चाचा का नाम देखते ही उसका मूड खराब हो जाता है,फिर भी अनमने ढंग से फोन उठाता है।चाचा रमेश जी कहते हैं -” बेटा!तुम्हारी माँ इस दुनियाँ में नहीं रहीं,तुम पिता की मृत्यु समय … Read more

पछतावा – पुष्पा जोशी  : Moral Stories in Hindi

  ‘कौन आया है। और तुम्हारे हाथों में यह किसकी चिट्ठी है।’ वसुधा ने उत्सुकता से पूछा। जतिन बाबू ने कहा-‘ अरे कुछ नहीं तुम्हारें काम का नहीं है, रोहन सी.ए. बन गया है, कल  उसका सम्मान समारोह है। तुम्हारी गंवार बहू को भी आमंत्रित किया है, उसका भी सम्मान किया जाएगा।’ जतिन बाबू के कथन … Read more

वो फिर समझ गए – ऋतु गर्ग  : Moral Stories in Hindi

अरे राधिका तुम कैसी गंवार बहु ले कर आ गई,अपने पढ़े लिखे लड़के के लिए । पडोसन ने घर में घुसते हुए जैसे ही कहा तो राधिका चौंक गई। अरे आओ बैठो रितिका, तुमने कुछ कहा क्या राधिका ने अनजान बनते हुए कहा।  रीतिका  ने बात पलटते हुए कहा,  तुम सुनाओ, बहु कैसी है । … Read more

गंवार कौन? – गीता वाधवानी  : Moral Stories in Hindi

शिल्पी की शादी माता-पिता ने उसकी मर्जी से मोहक से करवाई थी। शिल्पी एक बहुत ही पढ़ी लिखी और हाई सोसाइटी से संपर्क रखने वाली लड़की थी। उसे शुरू शुरू में साधारण दिखने वाला मोहक बहुत पसंद आया था लेकिन अब शादी के बाद उसे ऐसा लग रहा उसने मोहक से शादी करके गलती कर … Read more

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