मुझे हक है – ऋतु गर्ग : Moral Stories in Hindi

कंचन शुरु से ही सीधी साधी लड़की थी। करना तो उसे ही सीधी सादी लड़की थी।     हमेशा हंसती मुस्कुराती अपने काम से काम रखती।  वह अपने सादगी संपन्न व्यवहार के द्वारा सभी का मन जीत लेती। वह छोटे बड़े सभी के साथ  साथ सहजता से घुल मिल जाती।  लेकिन वह स्वयं के निर्णय बहुत सोच … Read more

वो फिर समझ गए – ऋतु गर्ग  : Moral Stories in Hindi

अरे राधिका तुम कैसी गंवार बहु ले कर आ गई,अपने पढ़े लिखे लड़के के लिए । पडोसन ने घर में घुसते हुए जैसे ही कहा तो राधिका चौंक गई। अरे आओ बैठो रितिका, तुमने कुछ कहा क्या राधिका ने अनजान बनते हुए कहा।  रीतिका  ने बात पलटते हुए कहा,  तुम सुनाओ, बहु कैसी है । … Read more

ऊँचा घराना- ऋतु गर्ग : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : नंदा की शादी उच्च घराने में हुई। यहाँ का वातावरण उसके लिए एक दम नया था। लेकिन बड़ी बहु होने के नाते जल्दी ही उसने सभी पर अपना रोब बना कर रखा।  कहा नहीं जा सकता कि जिम्मेदारियों ने उसे कड़क बना दिया या फिर पैसे ने।  वह स्वयं को … Read more

बेटे की चाहत – ऋतु गर्ग : Moral stories in hindi

 Moral stories in hindi : कावेरी को अपने दोनों बेटों पर बड़ा नाज़ था। स्वयं को बहुत भाग्यशाली मानती रही। चूंकि कोई बेटी नहीं थी तो घर में बेटियों का होना क्या होता है। कावेरी को बिल्कुल भी इस बात एहसास नहीं था।  घर भी साधारण था। उस घर को वह बहुत संभाल कर रखती … Read more

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