गवाँर मां की बेटी – रोनिता कुंडु : hindi stories with moral

hindi stories with moral : तन्वी..! प्रियंका बता रही थी कि तुम्हारे स्कूल में मम्मी पापा को बुलाया गया था पर तुमने तो कभी हमसे कुछ बताया ही नहीं… क्यों..? सुनैना ने अपनी बेटी तन्वी से कहा…  हां नहीं बताया.. तन्वी ने कहा  पर क्यों..? तेरे स्कूल का कोई भी अनुष्ठान होता है तू कभी … Read more

कहां हैं बेटियों का अपना घर..? – रोनिता कुंडु   : hindi stories with moral

hindi stories with moral : पापा… जब भी मेरी याद आए, मेरी गुड़िया से बातें कर लेना कविता अपनी विदाई की घड़ी में अपने पापा अशोक जी से कहती है…  अशोक जी:   बेटा तू जिस तरह इस घर में खुशियां बिखेरती थी, अपने उसे घर में भी इसी तरह खुशियां बिखेरना… अशोक जी के … Read more

संस्कारहीन – रोनिता कुंडु : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : सुमन..! चाय नाश्ते का क्या हुआ..? बुआ जी के जाने के बाद नाश्ता लाओगी क्या.? सरला जी ने कहा…  सुमन हड़बड़ाते हुए चाय नाश्ता लेकर आई और कहा हो गया मम्मी जी… ले आई… सरला जी:   क्या कहूं जीजी..? यह आजकल की लड़कियां सिर्फ फैशन करना जानती है… कुछ … Read more

फर्क ऑनलाइन और ऑफलाइन परिवार का – रोनिता कुंडु : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : हैप्पी बर्थडे मां… आप अपनी आंखें बंद करो… हां अब खोलो, अब इन मोमबत्तियां को बुझा कर जल्दी से केक काटो… वरुण ने अपनी मां कविता को सरप्राइज देते हुए कहा  यह सब क्या है बेटा..? इतने सालों में तो तूने कभी मेरा जन्मदिन ऐसे नहीं मनाया, फिर आज क्या … Read more

सिर्फ नाम की गृहलक्ष्मी नहीं – रोनिता कुंडु : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : शिवानी, अतुल, सभी बाहर आओ… देखो मैं और भैया तुम सभी के लिए क्या लाए हैं..? प्रज्ञा जी ने कहा… अतुल: क्या है मां..?  शिवानी:  हां मां क्या लाई हो..? प्रज्ञा जी:  तुम्हारे भैया तुम लोगों के लिए दिवाली का तोहफा लाया है… आज हम उसी के खरीदारी करने गए … Read more

पिता की ममता – रोनिता कुंडु : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : दो दो बच्चियां… बिन मां के कैसे पालोगे इन्हें..? ना तो इसकी दादी है और ना ही कोई बुआ.. फिर कैसे संभालेगा तू इन्हें..? रमन की बुआ मीना जी ने कहा… रमन की पत्नी शारदा जुड़वा बेटियों को जन्म देकर चल बसी… शारदा अनाथ थी… रमन के पिता तो बचपन … Read more

तू भी तो अभी वही कर रही थी – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : मम्मी..! यह कैसे घर में रिश्ता कर लिया..? इन्हें ना तो हमारे स्टैंडर्ड का ख्याल है और ना ही हमारी इज्जत का… बारात से लौटी प्रिया ने अपनी मां ममता जी से कहा… ममता जी:   प्रिया..! यह सब बाद में सुनूंगी, अभी अपनी भाभी को लेकर अंदर जा… इसके … Read more

आखिरी तस्वीर – रोनिता कुंडू   : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : मां… मेरे सारे दोस्त तो आ गए हैं और हमारी फैमिली भी… फिर हम किसका इंतजार कर रहे हैं..? केक काटू..? नीरज ने अपनी मां पूनम से कहा… थोड़ी देर और रुक जा बेटा… मैंने फोन किया है उसे… वह आ ही रही है बस… पूनम ने कहा  नीरव:  मां … Read more

मेहनत रखती है ताकत, किस्मत बदलने की – रोनिता कुंडु    : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : मेम साहब..! कल मैं नहीं आऊंगी.. लक्ष्मी ने कहा… क्यों कल ना तो होली है ना तो दिवाली…. फिर छुट्टी किस बात की..? पूजा ने कहा.. लक्ष्मी: कल मेरी बेटी की परीक्षा है… वह 12वीं में है ना… वैसे तो हर रोज वह अपनी सहेलियों के साथ मिलकर एक ऑटो … Read more

शिकायत वहां होती है, जहां उम्मीद होती है…- रोनिता कुंडू  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : मां, कहां हो आप..? रजनी ने घर के अंदर आते ही अपनी मां रीना जी को आवाज़ लगाया…. क्या हुआ रजनी..? रीना जी ने कमरे के अंदर से निकलते हुए कहा…  देखो मां… आज मैंने क्या-क्या शॉपिंग की है..? रजनी ने मुस्कुराते हुए कहा… फिर वह एकदम से रुक गई … Read more

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