फेर समय का – प्राची अग्रवाल: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज नव्या एक उच्च अधिकारी है और मनीष उसी के ऑफिस में बाबू पद पर कार्यरत है। मनीष को नव्या मैडम के सामने सम्मानजनक व्यवहार प्रस्तुत करना होता था। उससे बड़ी कोफ्त महसूस होती है जब वह नव्या के केविन में किसी औपचारिक कार्य से जाता। उसका इगो बार-बार हर्ट … Read more

सिर्फ नाम की गृहलक्ष्मी नहीं – रोनिता कुंडु : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : शिवानी, अतुल, सभी बाहर आओ… देखो मैं और भैया तुम सभी के लिए क्या लाए हैं..? प्रज्ञा जी ने कहा… अतुल: क्या है मां..?  शिवानी:  हां मां क्या लाई हो..? प्रज्ञा जी:  तुम्हारे भैया तुम लोगों के लिए दिवाली का तोहफा लाया है… आज हम उसी के खरीदारी करने गए … Read more

गृहलक्ष्मी – ऋतु रानी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “हमारी बहू तो ‘गृहलक्ष्मी’ है, जिसने पूरे परिवार को एकसूत्र में बांध रखा है। मैं अपनी दवाई भूल भी जाऊँ लेकिन मेरी बहू , मुझे दवाई देना कभी नहीं भूलती। मेरे लिए समय पर नाश्ते खाने का पूरा ख्याल रखती है। परिवार में छोटे बड़े सभी को पूरा महत्व देती … Read more

गृहलक्ष्मी वो जो रिश्ते सहेजे – संगीता अग्रवाल  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ” अरे शकुन्तला क्या क्या बना रही हो इस बार दीवाली पर!  इस बार हमारी गृहलक्ष्मी हमारी बहू रिया की पहली दीवाली है तो कुछ तो खास होना चाहिए इस बार !” घनश्याम जी अपनी पत्नी से बोले। ” कुछ भी बने पर आपको तो नहीं मिलेगा पता है ना … Read more

जब गृहलक्ष्मी के मन में ही छल कपट आ जाए – स्वाती जैंन  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : बहु , इस बार दिवाली पर गांव जा रहे हैं तो मैंने और तुम्हारे ससुर जी ने सोचा हैं कि हम दोनों थोड़े महिने वहीं रुक जाएंगे अगर तुम्हें कोई दिक्कत ना हो तो ममता जी अपनी बहु रीवा से बोली !! रीवा बोली मम्मी जी , आप तीन चार … Read more

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