संस्कारों की जीत (भाग 2)- शुभ्रा बैनर्जी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : अब बेटी को  नौकरी भी मिल गई पुणे में।अकेले सब संभालने में माहिर थी।भाई जाकर देख आया और संतोष से बोला”मम्मी,बहुत अच्छा ऑफिस है,घर भी बहुत अच्छी जगह लिया है उसने।हम दोनों कभी नहीं कर पाते इतनी अच्छी व्यवस्था उसके लिए।बेटे के मुंह से सुनकर दिल को ठंडक मिलती।बाद में … Read more

संस्कारों की जीत (भाग 1)- शुभ्रा बैनर्जी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : सुलभा आज बहुत खुश थी।दीपावली की छुट्टियों में बेटी आई थी दस दिनों के लिए।बचपन से ही विद्रोही स्वभाव की आयुषी खुद को पापा जैसी ही कहती थी।दोनों बच्चों के स्वभाव में जमीन -आसमान का अंतर था।सुलभा का बेटा(बड़ा)शांत और कम बोलने वाला था,वहीं बेटी मुंहफट।जिद्दी भी अपने पापा की … Read more

तुम पर विश्वास करना मेरी सबसे बड़ी गलती थी  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : वैभव और राधिका दोनों ही सरकारी डॉक्टर हैं उनका बेटा सार्थक 8th क्लास में पढ़ता है वैभव अपने माता-पिता की इकलौती संतान है वह भी उसी के साथ लखनऊ में रहते हैं वैभव को देखकर कॉलोनी में भी सभी यही कहते हैं बेटा हो तो ऐसा सच में धनीराम जी … Read more

शर्मिन्दा – मंजू ओमर : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : श्यामा आज जैसे ही सब्जी लेने बाहर निकली उनकी पड़ोसन रमा ने टोक दिया क्या बात है श्यामा भाभी जी आजकल आप बिल्कुल भी दिखाई नहीं देती है पहले तो सदियों में कुर्सी डाल कर बाहर धूप में बैठ जाया करती थी अब तो वो भी नहीं । श्यामा नजरें … Read more

फूल ही फूल खिल गए – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : एक तरफ आए हुए फोन ने मुझे चौंका दिया था दूसरी तरफ पुरानी यादें भंवर बनकर मुझपर हावी होने लगी थी।  मेरे बेटे शलभ ने मुझे बधाई देते हुए कहा था “मां,तुम्हारी तपस्या पूरी हो गई।तुम्हारा बेटा जूडिशियल परीक्षा निकाल लिया है।मां अब तो गर्व है ना मुझपर। तुम्हारे वो … Read more

‘जीवनधारा में बदलाव – पुष्पा जोशी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : जिन चिमनलालजी के ओहदे और रूतबे की धाक पूरी कॉलोनी में थी, तथा जिस धन और ऐश्वर्य के नशे में चूर होकर वे इन्सान को इन्सान नहीं समझते थे, वे ही आज किसी से नजर नहीं मिला पा रहै थे। बिल्कुल अकेले रह गए थे। चिमनलालजी फुड ऑफीसर थे। खूब … Read more

आख़िरी इच्छा : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “ बाबूजी ये दवाई खा लीजिए…आराम मिल जाएगा ।” काँपते हाथों से कनक अपने ससुर को दवा पकड़ाते हुए बोली दीनानाथ जी बहू के हाथ से दवाई ले कर खाने को हुए तो एक पल को रूके फिर जल्दी से दवाई गटक ली कनक दवा देकर कमरे से जाने को … Read more

शर्मिंदा – महजबीं : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ” ये कैसे पुराने फैशन के सिंपल कपड़े पहनती है।। इसका तो हेयरकट भी नहीं है, लंबी सी  चोटी बना कर आ जाती है। मिडिल क्लास लगती है, बहन जी टाइप।  सस्ती सी कार से आती है। अपने आप को पता नहीं क्या समझती है।” नव्या के कानों में ये … Read more

जैसी करनी वैसी भरनी – आरती झा आद्या : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज फिर ऑफिस में रूमा के बॉस ने उसे गलत तरीके से छूने की कोशिश की। काम में मगन रूमा हाथ पर कुछ रेंगता हुआ महसूस कर जैसे ही चिहुँक कर अपना हाथ हटाया तो देखती है कि उसका बॉस उसके बगल में खड़ा धूर्तता से मुस्कुरा रहा था। रूमा … Read more

वक्त जवाब देता है – प्राची लेखिका : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : श्रुति स्कूल से लौटी ही थी। पड़ोस वाली करुणा आंटी (जो हर घर की खबर रखती थी) को उसने अपने घर में बैठा पाया। श्रुति नमस्ते करके निकालना ही चाह रही थी कि आंटी ने उसको चालाकी से अपने पास बिठा लिया। श्रुति पढ़ने लिखने में साधारण थी। घर के … Read more

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