अपशगुनी – डॉ. पारुल अग्रवाल : moral stories in hindi

moral stories in hindi : सुमित्रा जी अपने छोटे बेटे के पास बैंगलोर आई हुई थी। आज उन्हें अपने बड़े बेटे अमन और उसकी पत्नी प्राची के साथ किए गए अपने बुरे बर्ताव पर आत्मग्लानि हो रही थी। आज उनका मन बार बार प्राची को अपशगुनी बोलने पर कचोट रहा था। असल में सुमित्रा जी … Read more

आत्मग्लानि – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : कामिनी जब से शारदा के घर से आई थी आत्मग्लानि से बोझिल हुई जा रही थी,मैं तुम्हारी मदद करूंगी शारदा को हर वक्त ऐसा बोलने वाली कामिनी आज अपने आपको बहुत छोटा महसूस कर रही थी।                       शारदा कामिनी के घर काम करती थी झाड़ू पोंछा बर्तन वगैरह, उसके तीन बेटियां … Read more

रहमत की जन्नत – ऋतु गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : –पहला दृश्य  आदाब  रहमत मियां क्या हाल चाल है, काम कैसा चल रहा है,घर मे सब बाल बच्चे कैसे हैं।एक लुहार का काम करने वाले रहमत मियां से उनकी दुकान पर आये उनके एक मित्र ने पूछा आदाब अब्दुल मियां अल्लाह के फजल से सब अच्छा है ,बेटे हामिद का … Read more

आत्मग्लानि – डाॅ संजु झा : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : – आज रेखा जी स्तब्ध-सी बैठी हुईं थीं।जिस प्रकार बाँध ढ़ह जाने से पानी का बहाव और तेज हो जाता है,उसी प्रकार उनकी अंतरात्मा आत्मग्लानि के समंदर में डूबकर छटपटा रही थी।उनके अंतर्मन में इतनी आत्मग्लानि महसूस हो रही थी कि  इच्छा हो रही थी कि धरती मैया फट जाएँ … Read more

जैसे तो तैसा – डॉ संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : – राघव का सारा चेहरा आंसुओं से भीग रहा था,उसे रहरह कर अपनी गलतियां ध्यान आ रही थीं पर अब उनसे बचने का कोई रास्ता नहीं था सिवाय उसके दुष्परिणाम भुगतने के। दूर आश्रम में अपने गुरुजन के सानिध्य में बैठा,गौ सेवा करता ,वो सोच रहा था कि कोई सहसा … Read more

मां की साड़ी!! – पूर्णिमा सोनी: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : – मां बहुत ही ग्रेसफुल तरीके से साड़ी पहना करती  थी। उनके गरिमामई व्यक्तित्व की चर्चा सभी ओर थी मुझे याद नहीं कभी जल्दबाजी में भी वो अच्छे से तैयार ना हुई हों।   बालों का जूड़ा बना कर, साड़ी को सलीके  से पिनअप करके , हाथ में घड़ी लगा कर, … Read more

आत्मग्लानि – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : – भाभी जी आपने कहा था कि रिनी शादी में जाना हो कहीं तो मेरी साड़ी ले लिया कर पहनने के लिए…. तो आज दे दीजिये …मुझे इनके ऑफिस के दोस्त की शादी में जाना हैँ…. रिनी सकुचाते हुए पड़ोसन भाभी कमला से बोली… हां हां क्यूँ नहीं…. मैने तो … Read more

आने वाला पल जाने वाला है – निशा जैन  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : –  रोहन बेटा आजकल लेट आ रहे हो ऑफिस से ? कई दिनों से बैठे नही मेरे पास आकर रोहन के पिताजी शंभूनाथ जी ने पूछा  हां पापा आजकल  एक प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है बस उसी मे लगा रहता हूं। अभी निकल ही रहा हूं बस ।  रोहन … Read more

आत्मग्लानि की आंँच – मुकुन्द लाल  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : – एक बाजारनुमा कस्बे में दो भाई अमरेश और मंजीत रहते थे। दोनों भाइयों का संयुक्त परिवार था। बड़ा भाई अमरेश को कपड़े की दुकान थी जबकि छोटा भाई आटा-तेल के मिल में नौकरी करता था। दोनों भाइयों का परिवार पुश्तैनी मकान में ही रहता था।    उनके माता-पिता का निधन … Read more

आत्मग्लानि – संगीता श्रीवास्तव: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : – जैसे ही  गायत्री देवी ने कहा, वह गिड़गिड़ाने लगी।”नहीं मालकिन! मैं नहीं चुराए। देख लो, तलाशी ले लो मेरी। मैं बिल्कुल भी झूठ नहीं बोल रही। मैं अपनी बच्ची की कसम खा कर कहती हूं, मुझ पर विश्वास करो मालकिन!”कजरी ने रोते हुए कहा। “अब झूठ बोलने से कोई … Read more

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