अलगाव -डॉ संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi
रोते रोते नन्हीं खुशी सो गई थी,उसके गोरे गाल पर आंसू सूख गए थे और निशान बना रहे थे,बीच बीच में अभी भी सुबक उठती वो,उसे देखकर आस्था की सिसकी निकल गई,बुदबुदा उठी वो,कितनी मासूम है ये,बिना बात मैंने इसे चांटा मार दिया। आस्था अपने पति रोहन से अलग रह रही थी कुछ महीनों से … Read more