तलाक के पेपर – शुभ्रा बैनर्जी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : – संयुक्त परिवार में रहने वाले मनोहर जी घर के मंझले बेटे थे।बड़े भाई का मसालों का कारोबार था,जिसमें उनका बड़ा बेटा हांथ बंटाता था।उनकी बड़ी बहू और मनोहर बाबू की पत्नी में खूब बनती थी।बड़े भाई की बड़ी बहू की छोटी बहन को मनोहर बाबू की धर्मपत्नी अपने इकलौते … Read more

आत्मग्लानि – उमा वर्मा : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : -कैंसर की पीड़ा भोग रही रेणुका चौथे स्टेज पर पहुंच गयी है ।डाक्टर ने जवाब दे दिया है ।बेड पर पड़ी पड़ी उब गई है वह ।कहने को अब कुछ भी नहीं बचा है ।सोचते हुए अतीत में पहुंच गयी है रेणुका ।माता पिता की दुलारी तो बहुत थी वह … Read more

आत्मग्लानि – आरती झा आद्या : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : भोला झुक्की के बाहर बैठा सुबक रहा था। उसकी बड़ी बहन माया उसके बगल में बैठी उसका सिर सहला रही थी। स्कूल जाने के नाम पर बाबू मारता है और स्कूल में मैडम देखते ही गुस्सा हो जाती हैं। कहकर भोला मुॅंह दबाए निःशब्द रो रहा था। भोला और उसकी … Read more

पछतावा- संगीता अग्रवाल: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : बहुत दिनों बाद मिले थे वो दोनो,”कितनी पक्की दोस्ती हुआ करती थी कभी हमारी और आज देखो!अचानक मिल गए..” रंजन ने निशांत को गले लगाते कहा। कितना बदल गया है तू?पहचान ही नहीं आ रहा था,तबियत ठीक नहीं क्या?सब ठीक?? हम्मम.. बुझे स्वर में निशांत बोला,चल रही है जिंदगी…। रंजन … Read more

पल दो पल का साथ – स्नेह ज्योति: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : शंभु भागत हुआ अंदर आया , मैम जल्दी चले ! इस सीजन की पहली बर्फ गिर रही है । तभी शंभु ने मुझे झकझोरा मैम उठो और मैं धड़ाम से नीचे गिर पड़ी । ये देख शंभु घबरा गया क्योंकि वो नया नया ही आया था । उसे मेरे बारे … Read more

अनुसरण..! –  लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : सुबह पांच बजे का अलार्म  जोर जोर से बज रहा था लेकिन सुरभि की हिम्मत ही नहीं हो रही थी बिस्तर छोड़ने की… ठिठुरन भरी ठंड इतनी कि रजाई से बाहर निकालते ही हाथ की उंगलियां भी मानो बाहर की अनदेखी हवा से मिलने की हिम्मत नही बटोर पाती  थीं … Read more

आत्मग्लानि – बीना शर्मा : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “आपका बहुत-बहुत धन्यवाद डॉक्टर साहब मेरी पत्नी की सफलतापूर्वक डिलीवरी कराकर मेरी बेटी और पत्नी का जीवन बचाने  के लिए मैं तो उसके जीने से गिरने की खबर सुनकर बेहद घबरा गया था” रघुनाथ ने डॉक्टर महेश से कहा तो महेश मुस्कुराते हुए बोला” धन्यवाद मेरा नहीं अपने छोटे भाई … Read more

आत्मग्लानि – अमिता कुचया : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : मालती जी को कोई बेटी नहीं थी। उन्हें घर की बहू बेटी जैसी ही दिखती थी।वो चाहती थी कि बहू को इतना प्यार दूं कि बेटी की कमी न रहे •••• वो हमेशा ही बहू को बेटी के नजरिए से देखती और वो हमेशा सोचती कि अगर मेरी बेटी ऐसी … Read more

नई सोच की नई पहल – संगीता त्रिपाठी: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : पाखी, भरी आँखों से कार में बैठ चली गई। अपर्णा खोई हुई सी बरामदे में रखी कुर्सी पर बैठ गई। ये वही बरामदा हैं, जहाँ वो सुबह की चाय पीना पसंद करती हैं , यहीं परिवार के लोगों के ढेरों विचारों का आदान -प्रदान और घर की हर समस्या का … Read more

आत्मग्लानि – अनिला द्विवेदी तिवारी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : सुधा जी  एक सरकारी विद्यालय में प्रधान अध्यापिका थीं, जो अब सेवा निवृत्त हो चुकीं थीं। उनके पति सेना में एक उच्च अधिकारी थे, जो किसी आतंकी हमले में शहीद हो गए थे।  सुधा जी के तीन बेटे थे। सुधा जी के पति की मृत्यु के पश्चात उन्हें सरकार द्वारा … Read more

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