छोटे से सफर का मज़बूत साथ -स्नेह ज्योति । Moral stories in hindi

आज बहुत दिनों के बाद मैं अपने घर जा रहा था । घर जाने में थोड़ी देरी हो गयी क्योंकि सब घर वालों की फ़रमाइशों की लिस्ट इतनी बड़ी होती है जिन्हें पूरा करते-करते कब दिन से रात हो गई पता ही नहीं चला । बस भगवान का शुक्र मानो कि यें आख़िरी बस मिल … Read more

सुख-दुःख के रंग अपनो के संग – स्नेह ज्योति : Moral stories in hindi

भोर होते ही दरवाज़े की घंटी बजने लगी । दरवाज़ा खोलने में देर होने पर बार बार बजने लगी । तभी प्रतिभा उठी…..रुक जाओ भाई कौन है जो इतनी सुबह-सुबह शोर मचा रहा है । दरवाज़ा खोलते ही अपने बेटे को सामने देख प्रतिभा ख़ुशी से फूली नही समा रही थी । विप्लव तुम आ … Read more

किसका दायित्व – स्नेह ज्योति : Moral stories in hindi

विक्की आज तुम इस समय घर पर क्या कर रहे हो ?? पापा आज मेरी तबियत ठीक नही थी । इसलिए मैं आज स्कूल नही जा पाया । सच्ची में ख़राब है या किसी कारण वश ऐसा कर रहे हो । नही, पापा सच में ख़राब है……तभी वहाँ विक्की की माँ आ जाती है और … Read more

क़िस्मत की हवा कभी नर्म कभी गर्म – स्नेह ज्योति :Moral stories in hindi

एक दिन रोहन अपने बचपन के दोस्तों से मिला जो कि एक रेड लाइट ऐरिया में डॉक्यूमेंट्री करने जाने वाले थे । तो संजय ने कहा – “यार तुम अच्छी वीडियो ग्राफ़ी करते हो हमारे साथ चलो “। लेकिन रोहन ने वहाँ जाने से साफ इनकार कर दिया । लेकिन अपने दोस्तों के ज़्यादा जोर … Read more

सबक – स्नेह ज्योति  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : माँ अब मैं बड़ी हो गयी हूँ और आप लोग आज भी मुझे कहीं अकेले नही जाने देते । जब देखो तब मुझे हर बात पे टोकते हो । घर जल्दी आना बोल बोल कर बार बार फ़ोन करते है । अब मैं कॉलेज में आ चुकी हूँ । अब … Read more

पहचान – स्नेह ज्योति : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : ठिठुरती सर्दी में जहां रज़ाई से निकलने का मन नहीं करता । वहाँ माँ ही है जो सब सह कर बिना उफ़ किए सबके लिए जीती है । नील और तारा को स्कूल के लिए देरी ना हो जाए इस लिए जया रोज़ जल्दी उठ कर दोनों के लिए खाना … Read more

नई सोच नए नियम : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : बारात दरवाज़े पर पहुँच चुकी थी । सब वर पक्ष का स्वागत करने में लगे हुए थे । दूल्हे को स्टेज पर बैठाने के बाद दुल्हन की बहन और सखियाँ मैथिली को लेने के लिए कमरें में दाखिल होती है । लेकिन कमरें में मैथिली को ना पाकर एक दूसरे … Read more

पल दो पल का साथ – स्नेह ज्योति: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : शंभु भागत हुआ अंदर आया , मैम जल्दी चले ! इस सीजन की पहली बर्फ गिर रही है । तभी शंभु ने मुझे झकझोरा मैम उठो और मैं धड़ाम से नीचे गिर पड़ी । ये देख शंभु घबरा गया क्योंकि वो नया नया ही आया था । उसे मेरे बारे … Read more

प्यार का मौसम (भाग 5)- स्नेह ज्योति : Moral Stories in Hindi

तभी प्रशांत अपने पापा के साथ आया और हम लोगों ने खूब बाते करी ।वीर ने उन्हें पहले ही बता दिया कि वो उनकी तरह अमीर नही हैं ,पर अपनी बेटी के लिए कुछ भी कर सकता हैं । मिस्टर वर्मा ने कहा -“मैं ये सब बातें नही मानता….मैं तो बस अपने बेटे की ख़ुशी … Read more

प्यार का मौसम (भाग 4 )- स्नेह ज्योति : Moral Stories in Hindi

नूरी ने कहा -माँ जी मैं आपसे कुछ नहीं छिपाना चाहती । मैं विजय से प्यार करती हूँ हम दोनो एक साथ काम करते है ,और शादी करना चाहते है । लेकिन बेला मेरी ज़िम्मेदारी है ! जब तक मैं इसे सुरक्षित रुखसत नहीं कर देती , तब तक मैं भी शादी नहीं करूँगी । … Read more

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