अनमोल रिश्ते – स्नेह ज्योति : Moral Stories in Hindi

कांता ओ कांता जल्दी से ऊपर जा बारिश आने वाली है । सारे कपड़े गंदे हो जाएंगे फटाफट से उतार कर लिया । क्या भाभी ? जब मैं पढ़ रही होती हूँ तभी तुम्हें सारें काम कराने होते हैं । जल्दी जाने का बोल सरला अपने पति के लिए चाय बनाने चली गई । सरला … Read more

चलती का नाम ज़िन्दगी – स्नेह ज्योति’   : Moral Stories in Hindi

सुबह की सुनहरी धूप में जब निशा ने आँखे खोली तो वो अपने आने वाले भविष्य की कल्पना करने लगी । उसका सपना भारत क्रिकेट टीम की कप्तान बनने का था । बस बैठें बैठें इस ख़ुशी को महसूस करना शुरू ही किया था कि उसकी माँ निशा निशा चिल्लाती हुई अंदर आई | क्या … Read more

एक मौका – स्नेह ज्योति : Moral Stories in Hindi

अजी सुनती हो सुबह के सात बज गए है । चाय लें आओ……मुझे ऑफिस जाने में देरी हो रही है । यें है हमारी कहानी के मुख्य पात्र केशव कुमार ! जो पेशे से एक प्राइवट फ़र्म में वकील के पद पर कार्यरत है । यें समझ लो की इनके बिना ऑफ़िस का कोई काम … Read more

छोटे से सफर का मज़बूत साथ -स्नेह ज्योति । Moral stories in hindi

आज बहुत दिनों के बाद मैं अपने घर जा रहा था । घर जाने में थोड़ी देरी हो गयी क्योंकि सब घर वालों की फ़रमाइशों की लिस्ट इतनी बड़ी होती है जिन्हें पूरा करते-करते कब दिन से रात हो गई पता ही नहीं चला । बस भगवान का शुक्र मानो कि यें आख़िरी बस मिल … Read more

सुख-दुःख के रंग अपनो के संग – स्नेह ज्योति : Moral stories in hindi

भोर होते ही दरवाज़े की घंटी बजने लगी । दरवाज़ा खोलने में देर होने पर बार बार बजने लगी । तभी प्रतिभा उठी…..रुक जाओ भाई कौन है जो इतनी सुबह-सुबह शोर मचा रहा है । दरवाज़ा खोलते ही अपने बेटे को सामने देख प्रतिभा ख़ुशी से फूली नही समा रही थी । विप्लव तुम आ … Read more

किसका दायित्व – स्नेह ज्योति : Moral stories in hindi

विक्की आज तुम इस समय घर पर क्या कर रहे हो ?? पापा आज मेरी तबियत ठीक नही थी । इसलिए मैं आज स्कूल नही जा पाया । सच्ची में ख़राब है या किसी कारण वश ऐसा कर रहे हो । नही, पापा सच में ख़राब है……तभी वहाँ विक्की की माँ आ जाती है और … Read more

आख़िरी इच्छा – स्नेह ज्योति : Moral Stories in Hindi

मंजू अपने पति से कहती है कि देखो जी ! संजू आज आठ वर्ष का हो गया है । हमने इसे पाने के लिए कितनी मिन्नतें और मुरादें की थी । अब हमें भी अपनी क़सम पूरी करनी चाहिए । क़सम ! कौन सी क़सम ? देखो जी ,अब आप टाल-मटोल मत करो ।आपको अच्छे … Read more

क़िस्मत की हवा कभी नर्म कभी गर्म – स्नेह ज्योति :Moral stories in hindi

एक दिन रोहन अपने बचपन के दोस्तों से मिला जो कि एक रेड लाइट ऐरिया में डॉक्यूमेंट्री करने जाने वाले थे । तो संजय ने कहा – “यार तुम अच्छी वीडियो ग्राफ़ी करते हो हमारे साथ चलो “। लेकिन रोहन ने वहाँ जाने से साफ इनकार कर दिया । लेकिन अपने दोस्तों के ज़्यादा जोर … Read more

सबक – स्नेह ज्योति  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : माँ अब मैं बड़ी हो गयी हूँ और आप लोग आज भी मुझे कहीं अकेले नही जाने देते । जब देखो तब मुझे हर बात पे टोकते हो । घर जल्दी आना बोल बोल कर बार बार फ़ोन करते है । अब मैं कॉलेज में आ चुकी हूँ । अब … Read more

पहचान – स्नेह ज्योति : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : ठिठुरती सर्दी में जहां रज़ाई से निकलने का मन नहीं करता । वहाँ माँ ही है जो सब सह कर बिना उफ़ किए सबके लिए जीती है । नील और तारा को स्कूल के लिए देरी ना हो जाए इस लिए जया रोज़ जल्दी उठ कर दोनों के लिए खाना … Read more

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