नजर का टीका – बालेश्वर गुप्ता : Short Stories in Hindi

Short Stories in Hindi :   तुम्हे कुछ होश भी है, कुछ भी कहे जा रहे हो।पढ़ लिख लिये हो,नौकरी करते हो इसका मतलब यह तो नही,खानदान की इज्जत को तार तार करोगे।क्यूँ अपने ही खानदान को दागदार करने पर तुले हो?देखो राजीव मैं तुम्हे किसी विधवा से शादी करने की इजाजत नही दे सकता।अधिक आदर्शवादी … Read more

विश्वासघात – शिप्पी नारंग : Emotional Hindi Stories

72 वर्षीय नवीन जी फटी फटी आंखों से अपने सामने बड़ा सा चाकू लहराते हुए अपने नौकर अशोक को देख रहे थे जो अपने साथी पवन, जो नवीन जी की 70 वर्षीय पत्नी निर्मला जी को पकड़ कर खड़ा था । नवीन जी को विश्वास ही नहीं हो रहा था कि 3 साल से उनका … Read more

घमंड – संगीता श्रीवास्तव : best hindi stories

अंजलि मुंहफट औरत थी। उसे किसी को भी नीचा दिखाने में मजा आता था।   उनके पति अच्छे ओहदे पर पोस्टेड थे।वह स्वयं तो खूबसूरत थी ही और बेटी मां से भी खूबसूरत। किसी को अपने में लगाती‌ नहीं थी। एक दिन बातों ही बातों में, अंजलि अपनी देवरानी निर्मला से कहने लगी,”क्या करोगी निर्मला! … Read more

हर घर महाभारत : Moral Story in Hindi

अरे बिना भाभी..! कविश की हल्दी में नहीं आई..?  दोपहर को बाजार में कांता ने अपनी पड़ोसी बिना से कहा…  बिना:   अरे हां.. मुझे तो काफी देर बाद याद आया, के तुमने कविश की हल्दी में बुलाया था… वह क्या है ना..? सुबह से इतने सारे काम थे, कि कुछ याद ही नहीं रहा… … Read more

 दरकते रिश्ते: Emotional Kahaniya

“अनूप और प्रिया आए हैं”। ममता जी कमरे में घुसते हुए पति सूरज जी से कहा । सूरज जी ने अखबार चेहरे से हटाकर पत्नी की तरफ देखा थोड़ा गुस्से से पूछा “कौन आया है ?” “आपके बेटा बहू …’और अभी आगे पति से कुछ कहती कि सूरज जी थोड़ी तल्खी से बोले “आता हूं … Read more

Short Stories In Hindi

अच्छाई बाकी है – डॉ. पारुल अग्रवाल रमाकांत जी उम्र के साठ साल पार करने के बाद भी काफ़ी ज़िंदादिल और सकारात्मक इंसान थे। कुछ दिनों से वो जब अपनी सैर से लौट रहे होते तो एक बारह-तेरह साल के लड़के को पार्क के कोने में जूतें-चप्पल की मरम्मत वाले बक्से और  कुछ पढ़ने की … Read more

नानी का गांव –   कविता भड़ाना

बहुत सालों बाद यूपी के ग्रामीण क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाले प्यारे से “नानी के घर” जानें का मौका मिला गर्मियों की छुट्टी चल रही है तो मैं भी कुछ दिनों के लिए पीहर आई हुई हूं और एक दिन बातों ही बातों में मम्मी  मुझ से बोली … “चल तुझे तेरे नानी के घर … Read more

छुई मुई या चंडी – संगीता अग्रवाल | family story in hindi

” देख देख कितनी सुंदर है वो !” कॉलेज कैंपस मे खड़ी रितिका अपनी सहेली शीना से किसी की तरफ इशारा करती हुई बोली। ” हाँ यार बिल्कुल छुई मुई सी है ये तो मानो कोई छू भी दे तो मैली हो जाये !” शीना उसकी तरफ देखते हुए बोली। कैंपस मे खड़े हर विद्यार्थी … Read more

 ज्योति की ज्वाला – पूनम अरोड़ा 

      यहाँ  उल्लेख  किए गए पात्रों  के नाम और स्थान काल्पनिक  हैं लेकिन  मनोभाव सत्य । अपने नाम  की तरह  ही खूबसूरती की प्रभा को उज्जवलित  करती ,दामिनी के समान स्फुरित चमक  की लहक से उदीप्त,  अनुपम, अद्भुत  सौन्दर्य  की स्वामिनी  थी “ज्योति” । साधारण सी आय वाले साधारण सी माता पिता की इकलौती संतान थी … Read more

लिव इन –  अमित रत्ता

श्रेया बहुत ही पढ़ीलिखी होनहार होशियार और आत्मनिर्भर लड़की थी। माँ बाप का मानना था कि हमारी बेटी एकदिन हमारा नाम रोशन करेगी। श्रेया अभी बाइस साल की हुई थी। आज सुबह जैसे ही वो आफिस जाने लगी तो माँ ने टिफिन हाथ मे पकड़ाते हुए कहा कि पापा तुम्हारे रिश्ते के बारे में बात … Read more

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