जुनून – गुरविंदर टूटेजा | family story in hindi

  आज अंगद के इक्किसवें  जन्मदिन की सरप्राइज पार्टी की तैयारी पापा-मम्मी (संजय-अनिता) व छोटी बहन माही सब लगे हुए थे व वो भी बहुत खुश था…!!!!    एक पार्टी तो उसकी रात को दोस्तों के साथ हो गई थी उसे पता था कि घर पर भी बहुत बड़ी पार्टी होगी व गिफ्ट भी वो जो चाह … Read more

 ज्योति की ज्वाला – पूनम अरोड़ा 

      यहाँ  उल्लेख  किए गए पात्रों  के नाम और स्थान काल्पनिक  हैं लेकिन  मनोभाव सत्य । अपने नाम  की तरह  ही खूबसूरती की प्रभा को उज्जवलित  करती ,दामिनी के समान स्फुरित चमक  की लहक से उदीप्त,  अनुपम, अद्भुत  सौन्दर्य  की स्वामिनी  थी “ज्योति” । साधारण सी आय वाले साधारण सी माता पिता की इकलौती संतान थी … Read more

यह पछतावा, पीछा ही नहीं छोड़ता – पुष्पा जोशी

            रविवार,छुट्टी का दिन था , विमल, घर की बालकनी में बैठा कान्हा और मीनू को खेलते हुए देख रहा था, खेलते -खेलते वे बच्चे दादा दादी के पास आकर उनसे चिपक जाते, और एक दूसरे की शिकायत करते। दादा दादी प्रेम से उन्हें समझाते तो वे फिर से खेलने लगते। निर्मल के आंगन में बच्चों … Read more

पछतावा, किस बात का..? – रोनिता कुंडू | online hindi kahani

क्या हुआ माला..? इतना क्या सोच रही हो..? अरुण जी ने अपनी पत्नी माला से कहा..  माला जी एक लंबी आह लेकर कहती है… ऐसे पूछ रहे हैं, जैसे कि कुछ जानते ही नहीं..? अरुण जी:   देखो माला..! हमारी उम्र में तुम जैसा सोच रही हो, यह स्वाभाविक है… पर अगर कभी शांत मन … Read more

पछतावा  – उमा वर्मा

 तुम को गये हुए आठ महीने बीत गए लेकिन एक पल भी ऐसा नहीं था जब तुम्हारी याद नहीं आई हो।कल अमावस्या था और जब जब अमावस्या आता है तो मेरी बेचैनी बढ़ती  जाती है ।क्या करें ।लोग कहते हैं कि अमावस्या को जब कोई जाता है तो बहुत अच्छा होता है ।पता नहीं क्या … Read more

नानक की सीख

श्री गुरुनानकजी महाराज प्रभु-नाम का प्रचार करते हुए पहुंचे बगदाद में। वहां राज करता था खलीफा। लोगों ने बताया कि खलीफा कंजूस बहुत है, किसी को एक कौड़ी भी नहीं देता। | गुरुजी मुस्कुरा, कंकरों की एक पोटली बांध ली और अपने | पास रख ली। सत्संग होने लगा कुछ दिनों के बाद खलीफा भी … Read more

भगवान हमारे भीतर हैं

एक  बार अकबर के दरबार में एक कवि आया. उसने अकबर की शान ए में एक कविता लिखी, ‘अकबर बहुत महान हैं, वह बहुत दयालु हैं’ तो सबने कहा, ‘यह तो बिल्कुल सच बात है!’ उसकी कविता सुन कर लोग उसकी तारीफ करने लगे. तो जब कवि को लगा कि उसकी कविता सबलोगों को पसंद … Read more

खुद को कमजोर समझने वालों  का जीवन बदल देगी ये कथा

 एक चरवाहा जंगल में भेड़-बकरियां चराया करता था। घूमते-घूमते एक | रोज उसे शेर का छोटा बच्चा मिला जिसने अभी आंखें भी नहीं खोली थीं। छोटा बच्चा सबको प्यारा लगता है। यह जानते हुए भी कि यह शेर का बच्चा है, उसे उठा लिया और भेड़ों का दूध पिलाने लगा। वह बच्चा धीरे-धीरे बढने लगा। … Read more

 गलतियों से कितना सीखे

बात आइंस्टीन से जुड़ी है। वह जर्मनी छोड़ चुके थे और दुनिया भर के विश्वविद्यालय उन्हें अपने यहां नियुक्त करने के लिए उत्सुक थे, लेकिन उन्होंने प्रिंसटन यूनिवर्सिटी को चुना, क्योंकि वहां का वातावरण शांत और बौद्धिक था। जब आइंस्टीन पहली बार प्रिंसटन पहुंचे, तब वहां के प्रशासनिक अधिकारी ने उनसे पूछा- सर, मैं आपके … Read more

दिखावा

एक राजा के दरबार में एक बुद्धिमान मंत्री था, जिसके पास हर समस्या का हल था. राजा अपने इस मंत्री से बिना पूछे कोई भी बड़ा- फैसला नहीं लेता था. इस मंत्री से राज दरबार के अन्य लोग जलन रखते थे. एक दिन राजदरबार में राजा ने अपने इस मंत्री से कहा, तुम इतने बुद्धिमान … Read more

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