खुद को कमजोर समझने वालों  का जीवन बदल देगी ये कथा

 एक चरवाहा जंगल में भेड़-बकरियां चराया करता था। घूमते-घूमते एक | रोज उसे शेर का छोटा बच्चा मिला जिसने अभी आंखें भी नहीं खोली थीं। छोटा बच्चा सबको प्यारा लगता है। यह जानते हुए भी कि यह शेर का बच्चा है, उसे उठा लिया और भेड़ों का दूध पिलाने लगा। वह बच्चा धीरे-धीरे बढने लगा। … Read more

निस्वार्थ प्रेम

पुराने समय में एक व्यक्ति के परिवार में बार-बार वाद-विवाद होते रहते थे. वह इस बात से बहुत दुखी रहता था. तंग आकर उसने एक दिन सोचा कि अब मुझे संन्यास ले लेना चाहिए और |घर पर बिना किसी को कुछ बताए | सबकुछ छोड़कर जंगल की ओर | निकल गया.जंगल में उसे एक आश्रम … Read more

मन की शांति

एक गरीब आदमी था. वो हर रोज नजदीक के मंदिर में जाकर वहां साफसफाई करता और फिर अपने | काम पर चला जाता था. अक्सर वो अपने प्रभु से कहता कि मुझे आशीर्वाद दीजिए तो मेरे पास ढेर सारा धनदौलत आ जाए. एक दिन ठाकुरजी ने बाल रूप में प्रकट हो उस आदमी से पूछ … Read more

दो पत्तों की प्रेरक कहानी

एक समय की बात है। गंगा नदी के किनारे पीपल का एक पेड़ था। पहाड़ों से उतरती गंगा पूरे वेग से बह रही थी कि अचानक पेड़ से दो पत्ते नदी में आ गिरे। एक पत्ता आड़ा गिरा और एक सीधा। जो आड़ा गिरा वह अड़ गया; कहने लगा, “आज चाहे जो हो जाए मैं … Read more

जैसे को तैसा

एक वृद्ध ट्रेन में सफर कर रहा था, संयोग से वह कोच खाली था। तभी 8-10 लड़के उस कोच में आये और बैठ कर मस्ती करने लगे। एक ने कहा – “चलो, जंजीर खीचते है”. दूसरे ने कहा – “यहां लिखा है 500 रु जुर्माना ओर 6 माह की कैद.” तीसरे ने कहा – “इतने … Read more

यदि आपके पास महाभारत ग्रंथ पढ़ने का समय न हो तो भी इसका सार 9 सूत्रों को जानकर अवश्य ही समझ लें

*संतानों की गलत माँग और हठ पर समय रहते अंकुश नहीं लगाया, तो अंत में आप असहाय हो जायेंगे = कौरव* *आप भले ही कितने भी बलवान हों लेकिन अधर्म के साथ हैं, तो आपकी विद्या, अस्त्र – शस्त्र, शक्ति और वरदान सब निष्फल हो जायेगा = कर्ण* *संतानों को इतना महत्वाकांक्षी मत बना दें … Read more

बड़े सोच से ही बड़ा सपना पूरा हो सकता है 

जब भी हम बड़े सपने और सक्सेस बड़े सोच की बात करते हैं, “हमारे दिमाग में बात आती है, – ‘मेरे हालात नहीं है बड़ा सोचने के. लालच बुरी बला दिक्षा वैदकर है, कग में ही खुश रहो. लोग क्या कहेंगे…’ दोस्तों, बचपन में आर्ट क्लास में इस्तेमाल होनेवाली आर्ट बुक तो आपको याद ही … Read more

मोह

__”तुम माँ के पेट में थे नौ महीने तक, कोई दुकान तो चलाते नहीं थे, फिर भी जिए। हाथ-पैर भी न थे कि भोजन कर लो, फिर भी जिए। श्वास लेने का भी उपाय न था, फिर भी जिए। नौ महीने माँ के पेट में तुम थे, कैसे जिए? तुम्हारी मर्जी क्या थी? किसकी मर्जी … Read more

कर्म पीछा नहीं छोड़ते

 एक सेठ जी ने अपने मैनेजर को जरा सी बात पर इतना डांटा— कि मैनेजर को बहुत गुस्सा आया , पर सेठ जी को कुछ बोल ना सका–| वह अपना गुस्सा किस पर निकाले– वो गया सीधा अपने कंपनी स्टाफ के पास और सारा गुस्सा कर्मचारियों पर निकाल दिया। अब कर्मचारी किस पर अपना गुस्सा … Read more

महात्मा बुद्ध और राजा का घमंड

एक राज्य में एक राजा रहता था जो बहुत घमंडी था। उसके घमंड के चलते आस पास के राज्य के राजाओं से भी उसके संबंध अच्छे नहीं थे।  उसके घमंड की वजह से सारे  राज्य के लोग उसकी बुराई करते थे। एक बार उस गाँव से महात्मा बुद्ध  गुजर रहे थे उन्होंने ने भी राजा … Read more

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