पता नहीं किस जमाने में जी रही है आप – प्रतिभा परांजपे : Moral stories in hindi

सुधा के बेटे के लिए अशोक वर्मा जी की बेटी सिमरन का रिश्ता आया। पढ़ी-लिखी ,देखने में सौम्य,सुंदर लगी  सिमरन । सारी जानकारी देख सुधा को अपने बेटे सुमित के लिए योग्य लगी । सुमित कुछ दिनों की छुट्टी पर आया था तो वह और सुमित दोनों सिमरन को देख आये। सुधा और सुमित ने … Read more

उड़ान मेरी जारी है – प्राची अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : रोशनी एक पढ़ी-लिखी संस्कारी लड़की। उसके मन में बहुत कुछ करने की चाह, आसमान में उड़ने की चाह। किताबों में बहुत दिल रखती, हमेशा कुछ ना कुछ खोजने की कोशिश करती। उसकी बहुत इच्छा थी पढ़ लिखकर अपने माता-पिता का नाम रोशन करें और अपने पैरों पर भी खड़ी हो … Read more

पता नहीं किस जमाने में जी रही हैं आप! – अनिला द्विवेदी तिवारी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : मधुरिमा जी को उनकी बेटी त्रिशा और बहू मेघा घूमने जाने के लिए तैयारी कर रहीं थी।  दोनों ननद, भाभी मधुरिमा के कपड़े एक सूटकेश में भर रहीं थी। बेटी और बहू आपस में बातें भी करती  जा रहीं थी कि माँ-पापा ने हम भाई-बहन के लालन-पालन, पढ़ाई-लिखाई, शादी-ब्याह आदि … Read more

माता-पिता सम्माननीय हैं – शिव कुमारी शुक्ला : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : अरे मंजुला तुझे  क्या बताऊं, मेरा बेटा तो शादी के बाद विल्कुल बदल गया । अब तो उसे कल की आई वह छोरीऔर ससुराल  वाले ही सब कुछ लगे हैं। छोटे-छोटे काम के लिए हर समय  मुझे आवाज देता रहता था अब उसे मेरी जरूरत ही नहीं है। ये सब … Read more

माँ पता नहीं किस ज़माने में जी रही हो आप – के कामेश्वरी  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : दिनेश ऑफिस में था तभी छोटे भाई ने फ़ोन किया था कि भाई दादी अब इस दुनिया में नहीं रही है । दिनेश थोड़ा उदास हो गया था क्योंकि उसे दादी से बहुत प्यार था । वह उन्हें पसंद थीं क्योंकि पुराने ज़माने की होने के बाद भी उनके विचारों … Read more

पता नहीं किस जमाने में जी रहीं हैं आप ! – सुषमा यादव: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : मधु ने अपनी मां को फोन किया। मां, गांव के बगल वाले भैया का फोन आया था कि दीपू की आंख में मोतियाबिंद हो गया है।आप सब परेशान हैं कि यहां छोटे से गांव में कैसे करायें। अम्मा जी,आप और बाबू जी भाई को लेकर हमारे पास आईए, मैं उसका … Read more

प्रेम… तेरे कई रूप – शिप्पी नारंग : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : गाड़ी के चलते ही सविताजी की आंखे धुंधला सी गईं उन्होंने घबरा कर आंखों को पोंछा लेकिन आंखे थी कि फिर फिर भर जाती थीं और फिर उन्हें समझ आया कि उनकी आंखे आंसुओं से भरी जा रही थी अब ये आंसू सुख के थे या पश्चाताप के उन्हें ही … Read more

सासू मां आजकल जमाना बदल गया है। – अर्चना खंडेलवाल : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “रागिनी, तेरा भाई आया है, बाहर कमरे में मैंने बैठा दिया है, जाकर मिल लें, मै सोने जा रही हूं और मुझे आवाज मत लगाना।” मुंह बनाते हुए विनीता जी अपने कमरे में चली गई। “अच्छा!! भैया आ गये, रागिनी ते सुनकर बहुत खुश हुई, अभी दो दिन पहले ही … Read more

पता नहीं किस ज़माने में जी रही हो माँ – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : माँ…. कितनी बार बोला तुमसे कि कोई मेहमान आयें तो बाहर मत आय़ा करो… एक तो कपड़े ऐसे पहनती हो… ऊपर से आपकी भाषा ऐसी है …. जमाना कितना बदल गया है …… अब मैं सिर्फ अब आपका बेटा ही नहीं हूँ….. एक डॉक्टर हूँ…. हर तरह के लोग मिलने … Read more

नई सोच,नया बदलाव – माधुरी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : शुभम व नमिता पूरे तीन साल बाद अपने देश इंडिया लौट रहे थे,दोनों के ही मन में बिचारे की उथल-पुथल चल रही थी। पता नही इन तीन सालों में उन दोनों के पेरेंट्स का क्या हाल हुआ होगा।क्यों कि शुभम व नमिता दोनों ही अपने अपने मां बाप के इकलौते … Read more

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