बच्चों का झगड़ा –  शिव कुमारी शुक्ला : Moral stories in hindi

शर्मा परिवार और मिश्रा परिवार पड़ोसी थे।वे एक ही शहर के रहने वाले थे तथा यहाँ वे नौकरी करते थे, यहां भी संयोग से एक ही कालोनी में पास-पास ही मकान बनाये थे सो यहाँ भी वे पडोसी थे। दोनों के दो दो छोटे बच्चे थे वे साथ खेलते कूदते एक ही विद्यालय में साथ … Read more

फर्ज – शिव कुमारी शुक्ला : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : विकास और मीता की शादी को अभी दो ही वर्ष हुए थे ।हंसी खुशी जीवन बीत रहा था। कभी कभी विकास का पुरुषोचित अहम मीता को विचलीत कर देता। उसे उसकी सोच पर खेद होता। किन्तु वह एक पढ़ी लिखी समझदार लड़की थी सुलझे विचारों वाली, सहज साधारण, आडम्बरों से … Read more

मान सम्मान***एक पत्नी का – शिव कुमारी शुक्ला : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :शुचिता एक बहुत ही  मासूम, बिन्दास लड़की थी। मासूमियत उसके चेहरे पर विखरी पडी थी। अल्हड़ विन्दास अपने आप में मस्त ग्रेज्यूशन के अंतिम वर्ष की छात्रा थी। अभी बीस की भी नहीं हुई थी कि माता पिता ने उसका रिश्ता तय कर दिया। उनके किसी परीचित ने रिश्ता बाताया जो … Read more

आखिर कब तक – शिव कुमारी शुक्ला : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : राधिका जी अपनी तीनो बेटीयों , पति सुमेशजी के साथ हंसी खुशी जीवन बिता रही थी । यूं तो गांव में उनका संयुक्त परिवार था किन्तु यहाँ जयपुर में वे अपने जेठजी के परिवार से अलग रहती थीं ।जब से उनकी बड़ी बेटी थोड़ी समझदार हुई थी तब से वह … Read more

छलावा – शिव कुमारी शुक्ला : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आकाश जैसे ही घर में घुसा उसे जोर जोर से बोलने की आवाज सुनाई दी। वह वहीं ठिठक कर सुनने लगा। अवनी माॅ को बुरी तरह से लताड़ रही थी और एक ही बात बार-बार दोहरा थी कि वह उन्हें इस घर में नहीं रहने देगी। वह उन के साथ … Read more

किस्मत को मात – शिव कुमारी शुक्ला : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : कहावत है कि वक्त से पहले एवम किस्मत से जादा जीवन में कुछ नहीं मिलता। किन्तु आशिष को अपने ऊपर कुछ ज्यादा ही भरोसा था। उसका मानना था कि यदि मेहनत से कोई भी काम किया जाये तो किस्मत भी साथ देती है। अपने इन्हीं विचारों के साथ आशिष ने … Read more

कुंठा – शिव कुमारी शुक्ला   : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : हमारी कालोनी में जहॉ हम रहते थे आमने सामने  बत्तीस  मकान थे। जहाॅ कुछ मकान मालिक स्वय॔ रहते थे कुछ  में  किराएदार।  इतने  मकानो मे से केवल दो महिलये ही नौकरी पेशा थी बाकी की सब गृहणियां थी। ये दोनों ही  महिलाएं उनके लिए गाॅशिप का जरीया  थीं। अलग  अलग … Read more

दहेज-एक लालच – शिव कुमारी शुक्ला : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ‘ वान्या एक उच्च  मध्यम परिवार में पली बढ़ी चुलबुली लड़की थी। पिता का एक छोटा सा बिजनेस था। सान्या उसकी छोटी बहन थी । यह दोनों ही माॅ पिता की दो आँखे थी। ऐसा लगता था कि जैसे वो दोनों बेटियों  को ही देख कर जी रहे थे। दोनों … Read more

महकती फुलवारी – शिव कुमारी शुक्ला : Short Moral stories in hindi

Short Moral stories in hindi  : सरलाजी एवं सुबोध जी अपनी तीन प्यारी-प्यारी बेटीयों के साथ खुशहाल जीवन जी रहे थे। मध्यम बर्गीय परिवार से थे अत: बहुत सम्पन्न नहीं थे। किन्तु पती-पत्नी सरकारी नौकरी में थे तो अच्छी गुजर बसर हो जाती थी। क्योंकि तब आज जैसी तनख्वाह नहीं मिला करती थी। वे अपने … Read more

खुशहाल ससुराल – शिव कुमारी शुक्ला : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : सिया एक अल्हड मस्त अन्दाज में रहने वाली खिलंदड़ स्वभाव की किशोरी धी। उसके मन मे जो आता उस काम को बडी लग्न से करती और जिसमें मन नहीं लगता तो नहीं करती फिर चाहे कोई भी कहे। एक, कान से सुनकर दूसरे कानसे निकाल देती। उसका यही मस्त मोला … Read more

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