प्रतिक्रिया (भाग 2) – शिप्पी नारंग : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : अर्चना जी थोड़ी प्रकृतिस्थ हुई । उन्हें अभी भी विश्वास नहीं हो रहा था कि जो उन्होंने सुना वह सही था या कोई सपना। पति को कुछ कहने के लिए मुंह खोला ही था कि उन्होंने पत्नी को चुप रहने का इशारा किया और चुपचाप अपनी आराम कुर्सी पर आकर … Read more

प्रतिक्रिया (भाग 1) – शिप्पी नारंग : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : अर्चना जी पलंग पर बैठी बड़े मनोयोग से टीवी पर रामायण देख रहीं थी पति भारत जी अपनी आराम कुर्सी पर बैठे अखबार पढ़ रहे थे ।अर्चना जी पूरी तरह से रामायण में डूबी थी कि अचानक खट की आवाज आई और टीवी बंद हो गया अर्चना जी एकदम चौंक … Read more

याचक – डा. पारुल अग्रवाल  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : पापा के जाने के बाद परिवार में भाइयों में संपत्ति के विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि वो मां को भी तभी रखने को तैयार थे जब नूतन अपने हिस्से को भी भाइयों के नाम कर दे। नूतन को अपना हिस्सा देने में भी कोई समस्या नहीं थी पर … Read more

प्रतिस्पर्धा- मंगला श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : सुहाना और सविता दोनो बहनें थी। सुहाना बड़ी थी और सविता उससे चार साल छोटी थी । सुहाना को बचपन से ही विहान और संजीता ने बहुत लाड़ प्यार से पाला था क्योंकि उसका जन्म उन लोगो की शादी के काफी दिनों बाद बहुत मान मन्नत से हुआ था, लेकिन … Read more

बेवजह जलन- मंजू तिवारी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : रोज कविता और उसकी सास की सुबह शाम  कहा सुनी होती रहती थी कभी-कभी  बात लड़ाई का रूप भी धारण कर लेती थी   गृह कलह इतना विकराल रूप धारण कर लेता कोई किसी से बात ना करता और खाना पीना भी ना खाने की धमकी कविता की सास दे देती … Read more

कुंठा – शिव कुमारी शुक्ला   : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : हमारी कालोनी में जहॉ हम रहते थे आमने सामने  बत्तीस  मकान थे। जहाॅ कुछ मकान मालिक स्वय॔ रहते थे कुछ  में  किराएदार।  इतने  मकानो मे से केवल दो महिलये ही नौकरी पेशा थी बाकी की सब गृहणियां थी। ये दोनों ही  महिलाएं उनके लिए गाॅशिप का जरीया  थीं। अलग  अलग … Read more

गलती का एहसास – पुष्पा जोशी   : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज फिर माला अपने मायके आ गई। उसका ससुराल और मायका एक ही गॉंव में था। यह उसका हमेशा का काम था, अभी चार दिन पहले तो माँ  जानकी देवी समझा बुझा कर उसे ससुराल में छोड़कर आई थी। और कह दिया था, कि अब अगर वो ससुराल को छोड़कर … Read more

मुझे जलन क्यों हो रही ….. – रश्मि प्रकाश  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज जब से वो कुरिअर गरिमा को मिला वो परेशान सी घर में चहलक़दमी कर रही थी…मुझे गार्गी से आज जलन क्यों हो रही है….. माँ पापा दोनों ने हम दोनों को हमेशा एक जैसा ही समझा…. जहाँ  हमने पसंद किया वहाँ ही शादी भी करवा दी पर आज क्यों … Read more

जलन- अयोध्या प्रसाद उपाध्याय  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : दमयंती के वैवाहिक जीवन के सात साल हो गये थे। अब तक कोई संतान नहीं हुई थी। मन मातृत्व सुख से वंचित होने के कारण उदास रहा करता था। किसी भी काम में मन नहीं लगता था। सदा संतान की चिंता से चिंतित रहा करती थी। दिनों-दिन उसका स्वास्थ्य खराब … Read more

तारीफ हो या बुराई हम दोनों की होगी – अनीता शर्मा बुंदेलखंडी   : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : रिया की शादी हुए अभी सिर्फ दो महीने हुए थे। ससुराल में रिया के पति और सास के अलावा एक जेठ जी और जेठानी जी थे। जेठानी जी के अभी बच्चे नहीं थे। क्योंकि उन की शादी को अभी एक साल ही हुआ था। कुल मिला कर एक खुशहाल परिवार … Read more

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