बस इतना ही तो चाहिए…!!( भाग 3) – लतिका श्रीवास्तव: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : वो हमेशा सीधे पल्ले की साड़ी पहनती थीं और हमेशा सिर पर पल्ला रहता है ये बात आशी को अच्छी नहीं लगती थी वो चाहती थी मां उल्टे पल्ले की साड़ी सामान्य तरीके से पहने और ऐसे सिर ढक कर नहीं रखें…! अकस्मात उनके दिमाग में वो घटना कौंध गई … Read more

बस इतना ही तो चाहिए…!!( भाग 2) – लतिका श्रीवास्तव: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आशी तुम ऑफिस जा रही हो शाम को तो उनके घर जाना है ना वो बुलाने आई थी जन्मोत्सव के लिए!!नीलिमा जी ने बहू की तरफ मुड़ कर पूछा तब तक बहू बाहर की ओर बढ़ चुकी थी। अब देखते हैं मां …जरूरी नहीं है कि वो बुलाने आई थी … Read more

बस इतना ही तो चाहिए…!!( भाग 1) – लतिका श्रीवास्तव: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : अरे अम्मा जी भी हैं क्या आशी जी आपने बताया नहीं ..तो फिर कल शाम को आप अम्माजी को लेकर आइयेगा हमने घर पर कान्हा के जन्मदिन का उत्सव रखा है अम्माजी का आशीर्वाद भी हमें मिल जायेगा….रीमा बहुत विनम्रता और आदर से हाथ जोड़ कर निमंत्रित कर रही थी … Read more

अति सर्वत्र वर्जयेत् (भाग 3)- डा.पारुल अग्रवाल: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : उन्होनें ने भी फोन पर चित्रा की कोई बात सुने बिना भाई भाभी की बात मानने की सलाह दी। चित्रा बहुत अकेली पड़ गई थी। वो पूरी रात सोई नहीं थी। अगले दिन सुबह वो पास के एक मंदिर में गई,जहां वो अक्सर जाती थी। वहां उसके भजन और शुद्ध … Read more

अति सर्वत्र वर्जयेत् (भाग 2)- डा.पारुल अग्रवाल: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ऐसे में सरिता जी ने उनको ये कहकर दिलासा दिया था कि बहू अभी हम लोगों के साथ इतना रही नहीं है,इस वक्त पर उसकी मां का ही उसके साथ रहना ठीक है। बात आई-गई हो गई। रिया ने बहुत सुंदर बेटे को जन्म दिया। अब रिया के माता-पिता भी … Read more

अति सर्वत्र वर्जयेत् (भाग 1)- डा.पारुल अग्रवाल: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज मनोहर जी के पास यूएस(अमेरिका) से नीलेश की मां का फोन आया था वो चित्रा का हाथ अपने बेटे के लिए मांग रही थी।नीलेश बहुत ही व्यवहारकुशल लड़का था पर चित्रा तो यूएस या विदेश जाने की बात सुनकर ही सिहर उठती थी। यूएस से आने के बाद चित्रा … Read more

बस अब और नहीं – शफ़क रश्मि : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : रीनू आज अपने मायके गई थी। जाते समय वो बहुत खुश थी क्योंकि उसकी छोटी बहन अनु , जिसकी शादी को अभी कुछ ही समय हुआ था, माँ के घर आने वाली थी। जल्दी जल्दी उसने घर के सब काम निपटाए और पति को खबर कर के बेटे को साथ … Read more

बाप बड़ा ना भैया, सबसे बड़ा रुपैया – अनिला द्विवेदी तिवारी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : शुभदा  और वाणी दो सहेलियाँ  थीं। दोनों एक  शहर के टॉप स्कूल में पढ़ रहीं थी। जहाँ वाणी के पिता एक सीनियर  इंजीनियर थे वहीं सुभदा के पिता  इलेक्ट्रीशियन फिटरमैन थे। अर्थात दोनों के जीवन स्तर में काफी अंतर होना लाजिमी था। फिर भी दोनों सहेलियों के बीच अपार घनिष्ठता … Read more

मतलबी रिश्ते – महजबीं : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज रिटायरमेंट के दो वर्ष बाद नैना को इस बात का एहसास हो रहा था कि रिश्ते इतने मतलबी कैसे हो जाते हैं?।  वह सोच रही थी कि वो  क्यों ऐसी नहीं बन पायी। क्यों उसने केवल अपने आप से ही प्यार नहीं किया ,अपने आप के बारे में ही … Read more

बुजुर्गो की इज्जत कम मत करना वरना पछताओगे..! : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :विमलाजी के दिल में पश्चाताप के बादल हमेशा उमड़ते-घुमड़ते रहते।जो व्यक्ति इस संसार में नहीं है ,उससे माफी भी तो नहीं माँगी जा सकती है।आजकल उन्हें नींद भी बहुत कम आती है।बेचैनी में उठकर कुछ देर बिस्तर पर खामोश बैठी रहतीं हैं ,फिर कुछ देर बाद उठकर चाय बनाने लगती हैं। … Read more

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