अपनापन बढ़ाती रस्में!! (भाग -2)- लतिका श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : जैसे ही नहा कर आई और साड़ी पहनने की जद्दोजहद आरंभ की… दरवाजे पर खट खट होने लगी..अरे लगता है देर हो गई मुझे अभी तक तैयार नहीं हो पाई सब उठ गए हैं मारे शर्म के रोना आ गया…. खट खट और तेज हो गई तो धीरे से दरवाजा … Read more

अपनापन बढ़ाती रस्में!! (भाग -1)- लतिका श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : सास गारी देहे……पता नहीं ससुराल का मतलब हर बार सास का घर ही लगा और सास का मतलब गारी देना..!! गौरी इसीलिए चाहती थी कि शादी ही ना हो और शादी हो भी जाए तो सास के साथ बिल्कुल ना रहना पड़े या फिर सबसे अच्छा तो ऐसे घर में … Read more

सास से ससुराल (भाग 2) – शिखा श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : सरोजनी जी वेदिका के पास खड़ी होती हुई बोलीं “मुझे कोई भी बात नहीं जाननी है। पति-पत्नी के बीच की बात आपस में ही रहनी चाहिए। मैं अगर जानती हूँ तो बस इतना कि मैंने किसी को भी मेरे घर की लक्ष्मी का अपमान करने का अधिकार नहीं दिया है। … Read more

सास से ससुराल (भाग 1) – शिखा श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : दोपहर का वक्त था। सरोजनी जी अपने कमरे में आराम कर रही थीं। अचानक कोलाहल की आवाज़ से उनकी नींद टूटी। ध्यान से सुनने पर पता चला कि आवाज़ उनके बेटे-बहू के कमरे से आ रही थी। “ये अचानक इन दोनों को क्या हो गया? अभी खाने की मेज पर … Read more

वो अब भी है दिल में! ! (भाग 4)- गीता चौबे “गूँज” : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : एनीवे… आप चाहें तो मैं अपने एक दोस्त का नंबर दे सकता हूँ जो एक मनोवैज्ञानिक है और आपकी उलझनों को लाॅजिकली साॅल्व करने में आपकी मदद करेगा। “ ” आपकी बातें कुछ हद तक सही हो सकती हैं डॉक्टर! बट, वो कार्ड… ये पता… यह कैसे संभव है? “ … Read more

वो अब भी है दिल में! ! (भाग 3)- गीता चौबे “गूँज” : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : ‘शेखर.. कहाँ चले गए तुम अचानक ‘… सुरभि चिल्ला उठी। पागलों की भांति दौड़ दौड़ के चारों तरफ़ खोजने लगी…. पर दूर दूर तक शेखर का कहीं नामोनिशान नहीं था…। थक हार कर सुरभि वापस घर चली आयी। वह बहुत असमंजस में थी कि शेखर अचानक बिना बताए कहाँ चला … Read more

वो अब भी है दिल में! ! (भाग 2)- गीता चौबे “गूँज” : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : सुरभि के पिता खुशी से इतने उतावले थे कि वे उसी वक़्त सुरभि के पास पहुँच कर उसे सरप्राइज देना चाहते थे। वे सुरभि की माँ के साथ खुद ही कार ड्राइव कर चल पड़े। पर होनी को कुछ और ही मंजूर था… एक तीखे मोड़ पर उन्होनें संतुलन खो … Read more

वो अब भी है दिल में! ! (भाग 1)- गीता चौबे “गूँज” : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi :‘ शीतल मंद सुरभि बह बाउ…’ तुलसीदास जी की इस पंक्ति को सुरभि के लब गुनगुना रहे थे जिसे वह साक्षात आत्मसात कर रही थी। बड़ा ही सुहावना मौसम था। सुंदर सुवासित समीर मंद गति से बह रहा था मानो हौले – हौले किसी महबूब की भांति सुरभि के बदन को … Read more

मै बच्चों को माफ नहीं कर सकती – अर्चना खंडेलवाल : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : राघव मेरा नया चश्मा बनवा दें, मुझे आजकल इसमें से कुछ भी साफ नहीं दिखता है, मै भगवान की पूजा -पाठ भी नहीं कर पाती हूं, ललिता जी ने अपने बड़े बेटे को कहा जो लगभग घर से निकलने को तैयार हो रहा था।ओहहह, मां आपको कितनी बार कहा है … Read more

प्यारा ससुराल – गुरविंदर टूटेजा : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : मम्मा डोली आ गई है आ जाईये जल्दी से..संजना ने आवाज लगाई…!!!!  सीमा जी जल्दी से आरती की थाली लेकर आ गई बहू का स्वागत करने के लिए…ससुराल बहुत प्यार से सबने मिलकर गृहप्रवेश कराया…!!!! हाल में सभी बैठ गए राघव व रिया को घेरकर पहले सब रस्में हुई फिर … Read more

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