जैसी करनी वैसी भरनी – आरती झा आद्या : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज फिर ऑफिस में रूमा के बॉस ने उसे गलत तरीके से छूने की कोशिश की। काम में मगन रूमा हाथ पर कुछ रेंगता हुआ महसूस कर जैसे ही चिहुँक कर अपना हाथ हटाया तो देखती है कि उसका बॉस उसके बगल में खड़ा धूर्तता से मुस्कुरा रहा था। रूमा … Read more

वक्त जवाब देता है – प्राची लेखिका : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : श्रुति स्कूल से लौटी ही थी। पड़ोस वाली करुणा आंटी (जो हर घर की खबर रखती थी) को उसने अपने घर में बैठा पाया। श्रुति नमस्ते करके निकालना ही चाह रही थी कि आंटी ने उसको चालाकी से अपने पास बिठा लिया। श्रुति पढ़ने लिखने में साधारण थी। घर के … Read more

कहानी हर एक औरत की – रुचि पंत : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : बिना मंजिल बिखरते आंसुओ को सम्भाल सुलक्षणा अपना चोटिल चेहरा औरों की नजरों से छुपाकर, गुजरती हुई एक बस में जा चढ़ी। उसे कोई शौक नही था, अपनी शादीशुदा जिंदगी समाप्त कर ससुराल से रातोंरात भाग खड़ा होना, जहा उसके मायके सामान पैसे, रुतबे, ऐशोआराम जरूर से ज्यादा मात्रा में … Read more

दूसरा मौका – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ” साधना….कहाँ हो? ज़रा..मेरी साड़ी की मैंचिंग ब्लाउज ढ़ूँढ तो दो…मिल नहीं रही है..।”     ” अभी देखती हूँ मम्मी…।” कहते हुए साधना अपना टैब बंद करने लगी।    ” कुछ काम रही हो तो पूरा कर लो बेटा..।” ” नहीं मम्मी…वो…बस..ज़रा…।” साधना हकलाने लगी।   तब गायत्री जी प्यार-से उसके सिर पर … Read more

लड़के वाले सीजन -3 (भाग – 19) : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : जैसा कि आप सबने अभी तक पढ़ा कि उमेश और शुभ्रा के घर में रिश्तेदारों का आना शुरू हो गया हैँ…उमेश का प्रमोशन नायब सूबेदार की पोस्ट पर हो गया हैँ… सभी दोस्तों ने इसी ख़ुशी में शाम को पार्टी रखती हैँ…. उमेश अपने प्रमोशन की बात अपने माँ पिताजी … Read more

अंतर्मन की लक्ष्मी ( भाग – 6 ) – आरती झा आद्या : Moral Stories in Hindi

विनया के परांठा बनाते हाथ यथाशीघ्र चल रहे थे और उसकी उत्सुक ऑंखें किचन से बाहर अंजना के कमरे की ओर भी उठ जा रही थी। वो चाहती तो थी कि अंजना के कमरे में जाकर थोड़ी देर उसका इंतजार करने कहे। लेकिन छह महीने का संकोच आड़े आ जा रहा था। अंजना के रूखे … Read more

बूढ़े है!!लाचार नहीं  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज मां का फोन आया फिर बही बात सुनकर कुणाल झल्ला कर बोला क्या मां एक ही बात करती रहती हो यहां आ कर रहना है अब मैं आपको देखूंगा या अपने काम को  यहां बड़े शहर मै रहने की आदत है नही आपको कुछ भी होगा तो मुझे ही … Read more

छोटी सोच –  सविता गोयल  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : राधीका कोई पंद्रह साल की थी जब उसके पिता जी परिवार सहित गाँव छोड़ कर शहर में आ बसे थे। उसकी शादी भी शहर में ही एक बडे़ घराने में हो गई। लेकिन आज भी वो खुद को गाँव से जुड़ा हुआ महसूस करती थी। जब दस साल बाद राधिका … Read more

रिश्ते की नई सुबह – संजय मृदुल : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : .. सुबह सुबह आश्रम के कार्यालय में हम बैठे थे, सावित्री मौसी के बारे में पूरी जानकारी देते। मौसी खामोशी से किनारे बैठी हुई है। मैनेजर ने कहा भाई साब काश ऐसे लोग और हो तो इन बुजुर्गों को कभी भीख न मांगना पड़े। बहुत बुरा लगता है हमें भी, … Read more

ऑल द बेस्ट पापा..! – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ..”हेलो अविनाश अरे यार मुझे तो विश्वास ही नहीं हो रहा है किसने तेरा ट्रांसफर करवा दिया … वो भी इतनी खराब जगह में…..देख ले ईमानदारी का नतीजा.. इसीलिए समझाता था बेटा थोड़ी दुनियादारी सीख ले लेन देन और चाटुकारिता  के बिना आज की दुनिया में चैन से नौकरी करना … Read more

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