बेजुबान- अंजना ठाकुर : Moral Stories in Hindi

ये क्या अनर्थ कर दिया ये बिल्ली के बच्चे कहां से उठा लाया तुझे पता नहीं घर मैं बिल्ली पालना अशुभ होता है दादी पोते यश के हाथ मै बिल्ली के बच्चे देख चिल्लाई । अरे दादी ये  बिल्ली ने सड़क किनारे बच्चे दिए है अब कुत्ते ने देख लिए तो उनको मारने आ रहा … Read more

जिंदगी कीमती है- अंजना ठाकुर : Moral Stories in Hindi

ये क्या अनर्थ कर दिया एक ऐसी लड़की को तू अपने घर की बहू बना लाया जिसकी बारात वापस चली गई  कुसुम आंखे निकालती हुई बोली और लता डर के कारण सुहास के पीछे छिप गई । सुहास बोला मां मेरी बात तो सुनो अगर बारात वापस चली गई तो इसका क्या दोष है ऐन … Read more

ठोस कदम -अंजना ठाकुर Moral stories in hindi

रानी घर घर जा कर काम बर्तन मांजने का काम करती है ।दिखने मैं वो बहुत सुंदर थी लेकिन आत्मसम्मान उस मैं  कूट कूट कर भरा था वो अपना काम बहुत ईमानदारी से करती थी । आज बिल्डिंग में कोई नई फैमिली आई थी उनका बीस साल का बेटा है सूरज ।रानी उनके यहां भी … Read more

मस्ती के पल- अंजना ठाकुर। Moral stories in hindi

मस्ती के पल ।। सोनू को आज फिर बुखार आ गया था सेजल परेशान हो गई थी पांच साल का सोनू अक्सर बीमार और उदास रहता जबकि सेजल खाने में बहुत ध्यान रखती सब कुछ हेल्दी ही खाने को देती लेकिन सोनू के शरीर को कुछ लग नहीं रहा था और वो अक्सर ही बीमार … Read more

रिश्तों की कीमत नहीं होती-अंजना ठाकुर Moral stories in hindi

तनु को अपनी मां से काफी लगाव था एक तो वो घर मैं बड़ी थी और लड़की होने के नाते कुछ लगाव अलग ही होते है और उसके दोनो भाई छोटे थे तो उन्हें भी खुशी होती की दीदी मां के साथ उनका भी ध्यान रख रही है । तनु की शादी के बाद भी … Read more

झूठा प्यार – अंजना ठाकुर : Moral stories in hindi

आज बेटे अर्जुन का फोन आया की उसे मां की बहुत याद आ रही है इसलिए वो पूरे परिवार को ले कर मिलने आ रहा है ये सुनकर आरती के पांव जमीं पर नही पड़ रहे थे ।उसे खुश देख उनके पति रवि भी खुश थे लेकिन उन्हें इस बात मैं कुछ दाल मैं काला … Read more

अंतहीन खुशी – अंजना ठाकुर : Moral stories in hindi

नीतू इस तनाव मैं घुली जा रही थी की मां  की बीमारी  के लिए पैसों का इंतजाम कहां से करे  अचानक पता चला मां को कैंसर है जिसका इलाज काफी महंगा है और उसके पापा तो एक मामूली नौकरी करते है उस पर दो बेटियों की जिम्मेदारी दोनों की शादी करने मैं ही जमा पूंजी … Read more

रिश्ते मैं तकरार हो पर दरार ना हो – अंजना ठाकुर : Moral stories in hindi

बर्षा तू अपने बेटे को समझा ले जब देखो तब मेरी बेटी को मारता रहता है किसी दिन मेरा हाथ उठ गया तो फिर तुझे बुरा लगेगा मीतू अपनी देवरानी से बोली । बर्षा बोली दीदी आपकी बेटी भी दिखने की सीधी है वो भी बराबर से लड़ लेती है आपके सामने भोली बन जाती … Read more

बहू की समझदारी – अंजना ठाकुर  : Moral stories in hindi

जया सुबह से घर साफ करने मैं लगी थी अब बस खाना बनाना रह गया था ।आज उसकी सास शांति जी आ रही थी । जया के पति विराज ऑफिस से लेने जायेंगे । जया एक एक बात का ध्यान रख रही थी क्योंकि उस की सास की आदत थी हर काम मै कमी निकालना … Read more

जिंदगी सुख कम दुख ज्यादा देती है – अंजना ठाकुर : Moral stories in hindi

बेटा ये दवाई खत्म हो गई थी जरा ले आना रात को खानी है ! जी बाबूजी अभी ले आऊंगा दफ्तर से सूरज आ कर बैठा ही था की बाबूजी ने याद दिलाया अंदर से शोभा पानी ले आई उसे पनीर मंगाना था उसका बेटा कई दिनों से जिद्द कर रहा था तो शोभा ने … Read more

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