एहसास- डॉ संगीता अग्रवाल: Moral Stories in Hindi

राखी एक पढ़ी लिखी,इंडिपेंडेंट लड़की थी,खुद कमाती और खूब खर्च करती,एकदम मस्त रहती। बाकी सब तो ठीक था पर शादी का नाम सुनते ही बिदक जाती। उसके मां बाप परेशान थे,ये ऐसा क्यों करती है,अक्सर उसकी मां उसे समझाती कि शादी बिना इस जीवन का क्या मतलब है,हम कुछ दिन बाद नहीं रहेंगे फिर अकेले … Read more

जब मैंने कोई गलती नहीं की फिर मैं क्यों बर्दाश्त करूं? – बीन शर्मा : hindi stories with moral

hindi stories with moral : “बहु तूने अच्छा नहीं किया अपने पति रोहित को उल्टा जवाब देकर अरे तेरा पति ही तो है यदि तू उसकी चार बातें बर्दाश्त कर लेगी तो तेरा  कुछ घिस नहीं जाएगा पति परमेश्वर होता है यदि वह कुछ कहे तो बर्दाश्त कर लेना चाहिए” विमला ने अपनी बहू रश्मि … Read more

बेटियों वाली- डाॅ उर्मिला सिन्हा: hindi stories with moral

hindi stories with moral : बेटा विवाह का घर… हजारों काम …पुश्तैनी मकान दुल्हन की तरह सजा हुआ था! जगमग रौशनी… मेहमानों का जमघट… हंसी-मजाक… स्वादिष्ट भोजन मिठाईयों का रेलम-रेला!      तिलक चढने की तैयारी चल रही थी।सभी सजधजकर… महिलाएं अपनी सजावट से अप्सराओं को मात दे रही थी।  इस सब भव्य तैयारी के  पीछे खानदान … Read more

जब मैंने कोई गलती नहीं की है तो क्यों बर्दाश्त करूंँ – मुकुन्द लाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : ‘अश्वजीत और तिलक एक ही विभाग के दफ्तर में काम करते थे। दोनों के परिवारों के सदस्यों का एक-दूसरे के घरों में आना-जाना लगा ही रहता था।     तिलक की पत्नी शुभाश्री अश्वजीत की पत्नी स्तुति से अधिक खूबसूरत थी। दोनों की शादी हुए भी अधिक समय नहीं हुए थे। अश्वजीत … Read more

रिश्ते जोड़ता करवा चौथ – संजय मृदुल : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “जीजी चाँद निकल आया जल्दी आ जाइये।” छोटी भाभी की छत पर से आवाज आई।  मन तो नही हो रहा था पर जाना तो पड़ेगा। ज्योति का ये मायके में पहला अवसर था करवा चौथ पर। और शादीशुदा जिंदगी का शायद आखरी। पंद्रह साल की शादी आज दांव पर लगी … Read more

बादलों की घुमड़न- लतिका श्रीवास्तव : hindi stories with moral

hindi stories with moral : एक्सक्यूज मी मैडम…..तीसरी बार वही वाक्य सुनकर शिवानी ने उस ओर देखा तो एक नवयुवक सामने की सीट से उससे कुछ कहने की कोशिश कर रहा था.. क्या बात है पूछने पर समझ आया कि वह अपने  पिता को लेकर चिंतित था जो पहली बार हवाई यात्रा कर रहे थे … Read more

बस…अब और नहीं – विभा गुप्ता : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : ” दीदी… देखिये ना…मैंने इनसे पानी माँगा तो मेरे गले….।”     ” चुप कर शैतान…. ” नंदा ज़ोर-से चीखी और जेठानी के भाई के गाल पर झन्नाटेदार थप्पड़ मारकर अपने कमरे में जाकर फूट-फूटकर रोने लगी।फिर तो जेठानी ने आसमान सिर पर उठा लिया।सुशांत के आते ही फट पड़ी,” देवर जी…अपनी … Read more

जब मैंने कोई गलती नहीं की है तो बर्दाश्त क्यों करूँ – कामिनी मिश्रा कनक: Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : अरे जीजी ये तस्वीर किसकी है , और ये यहाँ पर क्यू  है , ये कोई तस्वीर रखने कि जगह है , मोनिका किचन में शेल्फ को खोलते हुए ……. क्या ये आप है ………?? उस तस्वीर को छुटकि उसी शेल्फ में रख दो ….. वो किसी काम का नहीं … Read more

जब मैंने कोई गलती नहीं की है तो बर्दाश्त क्यों करूँ – के कामेश्वरी: Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : श्रीजा जब दसवीं में स्टेट फस्ट आई तो घर में माता-पिता उतना ख़ुश नहीं हुए जितना कि स्कूल और बाहर के लोग खुश हुए थे ।  उनकी भी गलती नहीं है एक तो ग़रीबी दूसरी उनकी तीन बेटियाँ थीं । उनकी शादियाँ कराना है तो पहले श्रीजा को पार लगाना … Read more

परिवर्तन की लहर – पुष्पा जोशी : hindi stories with moral

hindi stories with moral : आज पॉंच दिन हो गए थे। घर में तनाव का माहौल चल रहा था। कोई किसी से बात नहीं कर रहा था। कोई किसी से कुछ बोलता तो भी बिल्कुल संक्षिप्त में। देवेंद्र बाबू के परिवार में कुल सात सदस्य थे। वे उनकी पत्नी सुशीला। राघव और मीरा उनके बड़े … Read more

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