इन्हें ना समझे बोझ -रोनिता कुंडु : Moral Stories in Hindi
विदाई की घड़ी चल रही थी, तनु कभी अपने भाई तो कभी अपने माता-पिता से लिपट कर रो रही थी… तभी अचानक उसे याद आया उसकी दादी नहीं है वहां, तनु: मम्मी दादी कहां है..? राधा जी: होगी कहीं, तू जा बेटा… दामाद जी कब से खड़े हैं…? वैसे भी हम सब तो … Read more