इन्हें ना समझे बोझ -रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

विदाई की घड़ी चल रही थी, तनु कभी अपने भाई तो कभी अपने माता-पिता से लिपट कर रो रही थी… तभी अचानक उसे याद आया उसकी दादी नहीं है वहां,  तनु:   मम्मी दादी कहां है..?  राधा जी:   होगी कहीं, तू जा बेटा… दामाद जी कब से खड़े हैं…? वैसे भी हम सब तो … Read more

जान है तो जहान है – शिव कुमारी शुक्ला : Moral Stories in Hindi

राजेश जी और अंकिता जी ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि अपनी पचास साल की जमी जमाई गृहस्थी को छोड़कर उन्हें इस तरह भागना पड़ेगा। कोरोना नामक इतना भंयकर तूफान आया था कि उसने अनगिनत जिन्दगीयां लील ली। कितने ही परिवार उजड़ गए। बच्चे अनाथ हो गए तो कही माँबाप संतान विहीन … Read more

समय से सबक – निशा जैन : Moral Stories in Hindi

केतकी के कपड़ों के नए शोरूम का उद्घाटन होने वाला था , सब परिवार वाले जहां बहुत खुश थे वहीं केतकी की आंखों में आसूं थे, उसके पति राजीव से उसकी हालत छिप नहीं सकी और उसने केतकी से पूछा “क्या बात है केतकी आज इतना खुशी का दिन है और तुम्हारी आंखों में आसूं … Read more

दो बुजुर्गों का आशीर्वाद मिला – सुषमा यादव : Moral Stories in Hindi

शिवानी अपने पति, मां और सास के देहांत के बाद अपने पिता और श्वसुर जी को गांव से अपने साथ अपने कार्यस्थल एक शहर में लेकर आई। दोनों अकेले थे।उसके दो बेटियां थीं दोनों को पढ़ा लिखा कर बड़ा किया जो बड़ों के आशीर्वाद से आज उच्च पदों पर बाहर आसीन हैं। वह अकेले ही … Read more

आशीर्वाद – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

एनसीआर  के बहुत पॉश इलाके के एक अपार्टमेंट से शुरू होती है ये कहानी…         अपार्टमेंट के नजदीक के एक पार्क में अक्सर सत्तर साल के बुजुर्ग मिल जाते.. ऑफिस का रास्ता पार्क से होकर हीं जाता था… हाथ जोड़कर नमस्ते करती और आगे निकल जाती..                               लगभग एक महीने से वो बुजुर्ग मुझे दिखाई नहीं दे … Read more

पहला हक – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

  काका की मृत्यु के बाद राजेन्द्र अकेला ही दुनिया मे रह गया।बचपन मे ही माता पिता के निधन के बाद काका ने ही उन्हें पाला पोसा था,अब वो भी नही रहे थे।राजेन्द्र की हार्दिक इच्छा थी कि वह काका की खूब सेवा करे,आखिर वह नौकरी कर कमाने लगा था।काका ने राजेन्द्र को कोई मौका दिया … Read more

कैसा ये इश्क है ( भाग – 13) – संगीता अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : ” बेटा मुझे माफ़ कर दे मैने ये सब सिर्फ तुम दोनो को एक करने को किया था लेकिन मुझे पता होता केशव यहाँ आया है तो मैं नवीन को कभी सामने आने ना देता उसके !” सुरेंद्र जी सोफे पर बैठते हुए दुखी स्वर मे बोले। ” पापा आपने … Read more

गीतांजलि (भाग 3 ) – डॉ पारुल अग्रवाल : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : शुरू के तीन-चार महीने तो आराम से निकल गए पर अब सुमित्रा जी पर कैंसर जैसी असाध्य बीमारी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे वो बिस्तर पर आ गई। डॉक्टर तो उनको पहले ही जवाब दे चुके थे। उनके आखिरी दिनों में गीतांजलि ने उनका बहुत ख्याल रखा। … Read more

गीतांजलि (भाग 2)- डॉ पारुल अग्रवाल : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : आधी रात को रिया नशे में चूर घर पहुंची थी,आज राघव अपने ऊपर नियंत्रण नहीं रख पाया था। गुस्से में उसने रिया को बहुत कुछ सुनाया था। उसकी बातें सुनकर रिया बेचारी होने का नाटक करते हुए थाने पहुंच गई थी। उसने राघव और सुमित्रा जी के खिलाफ़ थाने में … Read more

गीतांजलि (भाग 1) – डॉ पारुल अग्रवाल : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : आज पूरे छः महीने के साथ के बाद सासू मां गीतांजलि को छोड़कर अपनी अंतिम यात्रा की और प्रस्थान कर गई थी। कहने को तो,सुमित्रा जी गीतांजलि की सास थी पर इन छः महीनों में दोनों ने एक-दूसरे के साथ मां-बेटी से भी बढ़कर रिश्ता निभाया था। वो तो बिन … Read more

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