धागे प्रेम के – प्राची अग्रवाल : Moral stories in hindi

घर को फूलों से अच्छी तरह से सजाया जा रहा था। सभी दरवाजों पर वंदरवार लगायी जा रही थी। बैलून डेकोरेशन वाला हार्ट की शॉप में लाल गुलाबी गुब्बारे फुला रहा था। कई मेकअप आर्टिस्ट घर की और रिश्तेदारी की महिलाओं को सजाने-संवारने के लिए लगे हुए थे। कुछ रिश्तेदार आ चुके थे। कुछ आ … Read more

रिश्तों की महक – डाॅ उर्मिला सिन्हा : Moral stories in hindi

 जबसे नैना रमन की जिंदगी में आई है… बहार सी आ गई है। दोनों की नौकरी एक ही मल्टीनेशनल कंपनी में… और सोने पर सुहागा एक ही महानगर में।  दिन भर लैपटॉप में आंखें गडा़ये… एक ही गाडी़ से वापसी… कुछ बाहर से मंगवा लिया या मिलजुलकर बना- खा लिया… हंसे बोले… अपने-अपने घर बात … Read more

कभी किसी को मुक्कमल जहां नही मिलता- अंजना ठाकुर  : Moral stories in hindi

रिया और मीरा दोनों पक्की सहेली थी अपनी सभी बातें वो एक दूसरे को बताती थी ।मीरा की शादी हो गई और वो अपने ससुराल चली गई और दो साल बाद रिया की भी शादी हो गई अब उनकी बातचीत कम हो गई दोनों अपनी जिंदगी मै व्यस्त हो गई। आज अचानक पांच साल बाद  … Read more

हसीन शिकंजा – अंजना ठाकुर  : Moral stories in hindi

होटल के एक टेबल पर अचानक नीरज की नजर ठहर गई उसने नोटिस किया की एक लड़की उसी को देख रही है ।दोनों की नजर मिलते ही लड़की ने एक मुस्कुराहट दी जिसे देखते ही नीरज ने भी एक स्माइल दी  और मन ही मन खुश हो गया उसने अपने दोस्तों को भी बताया ,उन्होंने … Read more

मुझे क्षमा कर दो बाबा –   हेमलता गुप्ता : Moral stories in hindi

बाबा… मेरी सभी सहेलियों का ब्याह हो गया, बस तू ही है जो मेरा विवाह नहीं करना चाहता, पता है बापू …मेरी जो सहेली है रीना, उसको अपने विवाह में चार जोड़ी लहंगा चोली, बहुत सारी साड़ियां आए हैं ,और उसके छोटे भाई को भी दो जोड़ी कपड़े सिलवाए हैं उसके बापू ने! और बाप … Read more

वादा-खिलाफी – मुकुन्द लाल : Moral stories in hindi

   नम्रता को जैसे ही अपने रिश्तेदारों से मालूम हुआ कि दक्षेश की शादी पक्की हो गई है। लड़की का पिता उस शहर का धनी व्यक्ति है। शादी में उसे इतना दान-दहेज़ मिलेगा कि उसका घर धन-दौलत और बेशकीमती सामानों से भर जाएगा। घर के पुरुषों ने लड़की पसंद कर ली है। सिर्फ महिलाओं को देखना … Read more

अंदाज अपना-अपना – करुणा मलिक : Moral stories in hindi

आज पूरे छह महीने के बाद घर में एकदम से सन्नाटा सा पसरा था । नीरा को रह रहकर मिनी और अपने पोते ध्रुव की याद आ रही थी । आज सुबह बेटे मोहित , बहु मिनी और नन्हे से ध्रुव के जाने के बाद से ही मन बड़ा उदास था । जब छह महीने … Read more

टेसू के रंग – लतिका श्रीवास्तव  : Moral stories in hindi

विशाल दालान सूना पड़ा खिलखिलाहटों की बाट जोह रहा था आम्र वृक्षों के नवोदित बौर से सुवासित इस दालान को उन दिनों की मधुर स्मृतियां गुदगुदा रहीं थीं जब फागुन आते ही यह दालान गुंजासुमान हो जाता था नीले पीले लाल हरे बैंगनी ना जाने कितने ही रंगो से किनारे बनवाए गए सीमेंट के टैंक … Read more

जेनरेशन गैप – शिप्पी नारंग : Moral stories in hindi

हरदीप सिंह जी पार्क में बेंच पर बैठे हुए विचारों के सागर में गोते लगा रहे थे उन्हें देखकर ही लग रहा था कि कितना मंथन चल रहा होगा दिल-ओ-दिमाग में।  अचानक कंधे पर एक हाथ पड़ा किसी का उन्होंने एकदम चौंक कर देख सामने बचपन के दोस्त सुरेंद्र जी खड़े थे । “आओ आओ … Read more

पति कमाता है तभी पत्नी की इज्जत होती है- अर्चना खंडेलवाल: Moral stories in hindi

वर्मा परिवार की बेटी नेहा की सगाई होने जा रही थी, परिवार में भाई-भाभी सब तैयारी में लगे हुए थे, वो अपनी सगाई को लेकर बहुत खुश थी, और अपने ससुराल वालों के आने का इंतजार कर रही थी, दोपहर तक सभी ससुराल वाले आ गये, सभी से नेहा मिली पर उसने ये चीज गौर … Read more

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