जिम्मेदारी कभी खत्म नहीं होगी – हेमलता गुप्ता: Moral Stories in Hindi

हां तो गायत्री बहन क्या सोचा फिर आपने.. चलने के बारे में! देखिए.. ज्यादा दिन की बात नहीं है सिर्फ दो दिन का टूर है हम रात को यहां ट्रेन से जाएंगे सुबह पहुंच जाएंगे अगले दिन रात की ट्रेन से चलेंगे उसके अगले दिन यहां वापस आ जाएंगे, इतना अच्छा  मौका मिल रहा है … Read more

हर कन्या माता का रूप – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

मां जल्दी बाहर आईए, देखिए मैं किन्हें साथ लेकर आया हूं, बंटी की आवाज सुनकर मां बाहर दौड़ी हुई आई और देखा 12 साल के बंटी के  साथ में 8-10 छोटी-छोटी गरीब घरों की लड़कियां थी, अरे.. इन्हें कहां से उठा लाया, मैंने तुझे कन्याओं को लाने को कहा था और तू नीचे बस्ती में … Read more

रिश्तो में गलतफहमी की गुंजाइश न हो – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

क्या बात है चारु…  आज तुमने अपनी भाभी को जन्मदिन का ना कोई मैसेज भेजा ना फोन किया और न हीं स्टेटस लगाया, तुम्हारी तबीयत तो ठीक है या फिर कुछ भाभी से अनबन हो गई, रितेश ने अपनी पत्नी चारु से पूछा! नहीं तो.. ऐसी तो कोई बात नहीं है बस मन नहीं किया … Read more

“ खून के रिश्तो से बढ़कर” – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

चलिए चलिए… पार्क बंद होने का समय हो गया है बाहर पार्क का समय लिखा हुआ है फिर भी लोग हैं कि समझते ही नहीं है, 10:00 बजे तक पार्क बंद हो जाता है फिर क्यों यहां बैठे रहते हो?  मुझे सभी को भगाना अच्छा नहीं लगता! सभी जल्दी-जल्दी वहां से निकलने लगे, मिस्टर एंड … Read more

सौभाग्यवती – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

संध्या बेटा.. अभी थोड़ी देर तुम कमरे में ही रहना तेरी भाभी देहरी पूज कर अपने भाई के साथ भाई की शादी में जा रही है मैं नहीं चाहती उस समय तुम सामने आओ, तुम्हें तो पता है ना ऐसे शुभ मौके पर तुम्हारा आना अब उचित नहीं है हालांकि यह बात कहते हुए मां … Read more

परिवार है तो परवाह है – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

सुनो ना निशांत… तुम्हारी यह मीटिंग कोई और नहीं कर सकता हमें यहां आए हुए अभी 2 ही महीने हुए हैं और तुम मुझे  छोड़कर 2 दिन के लिए मीटिंग करने के लिए मुंबई जा रहे हो, मैं कैसे रहूंगी यहां और खासतौर से बिट्टू के साथ जो अभी पूरी साल भर की भी नहीं … Read more

“ मेरी बहु लाखों में एक है” – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

अरे भाभी… तबीयत कैसे खराब कर ली? लगता है शादी की भाग दौड़ में ज्यादा थकान हो गई है पर अब तो शादी हुए भी एक महीना हो गया लगता है बैठे-बैठे खाने की आदत हजम नहीं हो रही, भई तुम ठहरी इतनी कामकाजी अब बहू के हाथों की गरमा गरम रोटियां और आराम सेवा … Read more

लौट आओ ना मां – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

नहीं नहीं.. यह नहीं हो सकता, किसी भी हालत में नहीं हो सकता, ऐसे कैसे कोई चला जाएगा, परसों ही तो मेरी बात हुई है, पगलाइ सी शिप्रा को पति रोहित ने दिलासा देते हुए कहा… देखो शिप्रा अपने आप को संभालो यह वक्त हिम्मत हारने का नहीं है, शांत हो जाओ! अरे कैसे शांत … Read more

उम्मीदें… सही है.. – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

क्या यार निशा.. जब भी मैं तुझसे मिलने तेरे ससुराल में आती हूं तू हमेशा ही घर के कामों में बिजी रहती है ऐसा लगता है कि तू घर की बहू नहीं कामवाली बाई है जो भी आता है तेरे ऊपर हुकुम छोड़ कर चला जाता है, कभी सास ससुर को गर्म चाय गरम खाना … Read more

मैं वापस आ रहा हूं – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

पापा …आप बार-बार अपनी शादी की सीडी चला चला कर क्यों देखते हैं और उसको देखने के बाद हमेशा इमोशनल हो जाते हैं, पापा आपको अपनी शादी की सीडी देखकर दादा दादी और बुआ की याद आती है ना, कई बार आपको अकेले में रोते हुए भी देखा है, पापा मैं इतनी बड़ी तो हो … Read more

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