बुढ़ापा – पूजा शर्मा : Moral Stories in Hindi

तो फिर क्या निर्णय लिया आपने, छाया ने विवेक से पूछा। अरे इसमें सोचने वाली क्या बात है वो भाभी थी मेरी, जैसे भी हो वो मेरे बड़े भैया हैं आज अपने जीवनसाथी की मृत्यु के बाद उनकी हालत कैसी होगी मैं समझ सकता हूं। भले ही हम उनके दोनों बेटों की शादी में ना … Read more

अम्माजी -डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

“मिला कोई किराए का मकान आज?”स्वाति ने पूछा तो ऋषभ का मुंह उतर गया,निराशा से बोला, “नहीं!आज भी नहीं।जहां मकान समझ आता है वहां किराया ज्यादा है और जहां किराया कम है वहां जगह समझ नहीं आती,हमें समझ आ भी जाए तो अम्मा जी का क्या करूं?वो नाक में दम कर देंगी।देखा नहीं कैसे पिछले … Read more

अपनी अपनी सोच -माधुरी गुप्ता : Moral Stories in Hindi

अधिकांश लोग बुढ़ापे को एक रोग मानकर रोते कलपते जिन्दगी बिताते हैं,ये लोग बुढ़ापे को ज़िन्दगी का बोझ समझते हैं,इसी मानसिकता के कारण कई सारी बीमारियो को न्योता दे देते हैं।वहीं कुछ ज़िन्दा दिललोग बुढ़ापे को लाइफ़ का स्वर्णिम काल कहते हैं, क्योंकि इस उम्र तक आते-आते आप अपनी जिम्मेदारियों से निश्चित हो चुके होते … Read more

ये वादा रहा -पूर्णिमा सोनी : Moral Stories in Hindi

पूजाघर से घंटी की आवाज आ रही थी ।मां जी ( कल्याणी जी) आरती  गा रही थी।सुबह उठ कर घर में पूजा करती फिर,बहू वैशाली तब तक नाश्ता तैयार कर लेती, फिर नाश्ता करके मंदिर निकल जाती।  मोहल्ले की उनके उम्र की औरतें मंदिर में जाकर दर्शन करने के बाद मंदिर के पीछे वाले चबूतरे … Read more

बेटा श्रवन कुमार होना चाहिए लेकिन दामाद -सविता गोयल : Moral Stories in Hindi

” देखो बहुत साल गुजार दिए मैंने अपना मन मारते- मारते…. अब मुझे नहीं रहना इन सब के साथ…… आखिर मेरी भी कोई जिंदगी है या नहीं??  कब तक तुम्हारे मां बाप की सेवा करती रहूंगी ? ,,  आज अंकिता अपने पति उमेश के घर आते ही उसपर बरस पड़ी। ”  क्या बकवास कर रही … Read more

वो मुझसे ज़्यादा मेरी भाभी की माँ है….. -रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

इन दिनों कॉलोनी में एक नया परिवार बहुत चर्चा में रह रहा था…सभी इन्हें देख कर कहते इस उम्र में भी कोई बेटी अपनी माँ की इतनी सेवा कर सकती है बहुत कम देखने को मिलता है … कुछ दिनों पहले ही वो शिफ़्ट होकर आए थे और पूरे परिवार का ही मिलनसार स्वभाव था … Read more

आपकी पत्नी कोई अनूठी या हुरपरी नहीं हैं समझे !! – स्वाती जैंन : Moral Stories in Hindi

 तुम्हारी इतनी हिम्मत कि तुमने मेरी पत्नी को धक्का मारा इसिलिए बड़ा किया था क्या तुमको कि तुम एक दिन अपनी ही मां को मारो , तुम्हारी मां से पहले यह मेरी पत्नी हैं समझे आलोक जी ने गुस्से में अपने छोटे बेटे मीतांश से कहा !! पापा , यह क्या मेरी पत्नी , मेरी … Read more

बिखरे रिश्ते – शिव कुमारी शुक्ला : Moral Stories in Hindi

रिया ने चटाक एक जोरदार थप्पड़ आशु को लगा दिया। आशु जोर से रोने लगा। तभी  नीलू वहां आई और बच्चे को गोद में उठा चुप कराने लगी और प्रश्न भरी निगाहों से ननद रिया की ओर देखा। गुस्से में रिया चिल्लाकर बोली देखो भाभी आशु कितना शैतान हो गया है इसने मेरे चिन्टु को … Read more

भगवान सब देख रहा है – बीना शर्मा : Moral Stories in Hindi

सुधा आज सुबह से ही बहुत खुश थी उसके बेटा बहू अरुण और हेमलता उसे चार धाम की यात्रा कराने के लिए अपने साथ ले जा रहे थे उसकी वर्षों से तमन्ना थी चार धाम की यात्रा अपने पति के साथ करने की परंतु, घर की जिम्मेदारियां के कारण वह चार धाम की यात्रा न … Read more

सास-बहू का अनोखा रिश्ता – अर्चना खंडेलवाल : Moral Stories in Hindi

सुजाता जी ने जैसे ही नई बहू का घुंघट खोला तो उसके चेहरे पर डर साफ दिख रहा था, नया घर, नये लोग हर लड़की सहम ही जाती है, उस पर अम्मा की कड़क आवाज का रूतबा, नित्या तो चुपचाप ही बैठी थी। बहू तेरी बहू का थोडा सा घुंघट और लंबा कर, अब मुंह … Read more

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