मन की आंखें – लतिका श्रीवास्तव : hindi stories with moral

hindi stories with moral : टिप टिप गिरती बारिश की बूंदों ने सागर के बढ़ते कदमों को रोक दिया और वो शीघ्रता से विशाल आम्र वृक्ष की सघन शरण में खड़ा हो गया था….हाथ की छड़ी उसने मजबूती से पकड़ी हुई थी और एक हाथ से बजते हुए मोबाइल को जेब से निकालने की कोशिश … Read more

गंवार दीदीया – वीणा सिंह : hindi stories with moral

hindi stories with moral : निम्न मध्यम वर्गीय संयुक्त परिवार में जन्म हुआ था गंगा का.. आठ भाई बहनों में बड़ी गंगा पिता से छोटे तीन भाइयों के बच्चों से भी बड़ी थी.. इसलिए सभी छोटे भाई बहन उसे दीदीया कह के बुलाते.. उस समय के हिसाब से चौदह वर्ष की उम्र में हीं गंगा … Read more

जब जागो तभी सवेरा – हेमलता गुप्ता : hindi stories with moral

hindi stories with moral : हेलो… सुनो मोना बेटा… अभी 30 तारीख को तुम्हारे पापा का रिटायरमेंट का फंक्शन है, हालांकि अभी तो 10 दिन है पर मैं सोच रही हूं अगर तुम दो-चार दिन पहले आ जाती तो मेरी काम में मदद हो जाती, अभी घर में तुम्हारे भैया की शादी भी नहीं हुई … Read more

मैने कोई गलती नहीं की तो मै क्यों बर्दाश्त करूं? – अर्चना खंडेलवाल: hindi stories with moral

hindi stories with moral : सब तेरी गलती है, तेरी वजह से आज मेरा बेटा भूखा चला गया, उसने नाश्ता भी नहीं किया और टिफिन भी लेकर नहीं गया, पता नहीं तू उससे किस जन्म का बदला ले रही है? तू अपनी जिद छोड़ क्यों नहीं देती? तूने पूरे घर का माहौल खराब कर रखा … Read more

मेरा अपना घर – डॉ संगीता अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : ये श्रेया को क्या हो गया है आजकल,बहुत उखड़ी सी रहती है..आपसे कोई बात हुई क्या भैया? विनीता ने अपने देवर रोहित से पूछा। हां…महसूस तो मैंने भी किया था पर फिर सोचा कि शायद डिपार्टमेंटल कोई टेंशन होगी उसे ..देखता हूं किसी दिन बात करूंगा। रोहित और श्रेया की … Read more

‘ एक निर्णय ‘ – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : माताजी , एक वृद्ध महिला दरवाज़े पर खड़ी हैं, उन्हें आपके पास भेज दूँ?” चपरासी ने पूछा।जवाब में हल्के रंग की कलफ़दार साड़ी पहने एक गौर वर्ण महिला ने कहा, ” हाँ-हाँ, उन्हें अंदर ले आओ।” माताजी ने उस महिला का वृतांत सुना और एक सेविका को उन्हें रूम नंबर … Read more

चुप्पी कब तक – शालिनी दीक्षित

अरे बेटा इसमे नींबू पानी क्यों ले आई यह तो वाइन के ग्लास है?” “ओके मम्मी जी अभी चेंज कर लेती हूँ……..” स्नेहा ने अपनी सास से कहा। स्नेहा की सासू माँ अपनी किटी पार्टी की एक सहेली के साथ बैठी बातें कर रही थी, आज दोनों का नींबू पानी पीने का मन था। स्नेहा … Read more

अंतर्मन की लक्ष्मी ( भाग – 19) – आरती झा आद्या : Moral Stories in Hindi

“ये सुबह सुबह क्या मनहूसियत फैला रखी है तुमने बहू और संपदा तुम क्या इसे गले लगाए खड़ी हो। घर ना हुआ अजायबघर हो गया है।” अपने कमरे से बाहर आकर बड़ी बुआ कुर्सी खींच कर बैठती विनया और संपदा की ओर देखती हुई कहती है। “फिर से वही सब ड्रामा शुरू हो गया। हमारी … Read more

घर बड़ा हो न हो पर दिल ज़रूर बडा होना चाहिए – निशा जैन: hindi stories with moral

hindi stories with moral : कावेरी संयुक्त परिवार में पली बढ़ी बहुत ही सुशील और सज्जन लड़की थी। चार भाई बहनों में सबसे बड़ी थी इसलिए उम्र से  कुछ ज्यादा ही समझदार थी। अपनी हर इच्छा को हमेशा छोटे भाई बहनों के लिए भूल जाती थी। घर छोटा था और लोग ज्यादा इसलिए कावेरी को … Read more

मेरा घर कहाँ – कुमुद चतुर्वेदी : hindi stories with moral

hindi stories with moral : ” यह कूँ-कूँ पिल्ले जैसी आवाज कहाँ से आ रही है री नीति ? ” कहती हुई मंदा जब आँगन में निकली तो देखा नीति एक थैला पकड़े स्टोर रूम में जा रही थी। माँ की  आवाज सुन वह डरकर वहीं रुक गई।तबतक मंदा ने पास आकर थैला पकड़ कर … Read more

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