बेटियों वाली- डाॅ उर्मिला सिन्हा: hindi stories with moral
hindi stories with moral : बेटा विवाह का घर… हजारों काम …पुश्तैनी मकान दुल्हन की तरह सजा हुआ था! जगमग रौशनी… मेहमानों का जमघट… हंसी-मजाक… स्वादिष्ट भोजन मिठाईयों का रेलम-रेला! तिलक चढने की तैयारी चल रही थी।सभी सजधजकर… महिलाएं अपनी सजावट से अप्सराओं को मात दे रही थी। इस सब भव्य तैयारी के पीछे खानदान … Read more