डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -84)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

” क्या कहा आपने  राॅय बाबू ? उसे झूठ बोलना मैं ने सिखाया है  “ झटके से शोभित बोला। ” जिस तरह से तुम उसकी पैरवी कर रहे हो। मुझे लग रहा है यह सब तुम्हारी ट्रेनिंग का ही नतीजा है “ ” मुझे अफसोस है , आप मेरे बारे में ऐसा सोचते हैं ? … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -83)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

” हां, लेकिन  जितनी जल्दी हो उसके हाथ पीले कर दूं तो मन को सुकून मिले आज कल का जमाना  … “ आगे यह वाक्य शोभित ने पूरा किया …  ” बहुत खराब है यही ना ” आप जैसा प्रगतिशील व्यक्ति यह कह रहा है ? ” तुम गलत समझ रहे हो,  इस मामले में … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -82)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

बातें करते हुए दिन के तीन बज गए थे। ‘मिस्टर राॅय ‘ से मिलने का  समय तय कर के शोभित चलने को तैयार हो गया। … अगले दिन मिस्टर राॅय के बंगले पर शाम की चाय के इन्तजाम बहुत जोरों से किए जा रहे थे। कुसुम खुद के बनाए हुए केक पर सफेद और गुलाबी … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -81)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

एक और बात है नैना! उनकी एक जवान बेटी भी जिसका नाम ‘कुसुम’ है ,वो भी उनके साथ आई है। जब मैं कलकत्ते में राॅय साहब के साथ काम करता था उन दिनों कुसुम के साथ मेरी बहुत अच्छी दोस्ती थी। नाटक कंपनी की सारी बागडोर इस कुसुम के हाथों में ही है। एक तरह … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -80)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

अगले दिन … नैना… टैरेस के बागीचे में रखी कुर्सी पर बैठी अपने खुले बालों को ब्रश से सहला रही थी। सामने टेबल पर चाय का भरा मग कप रखा है। उसे बीच- बीच में घूंट भर कर चाय पीना अच्छा लगता है। आज शनिवार है। शोभित ने आने का वाएदा किया है। नैना उसके … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -79)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

नैना ने एक लंबी सांस ली और उमड़ते आंसुओं को दबाने की व्यर्थ चेष्टा करते हुए — , “ठीक कहती हो मुन्नी ! इस समय मैं दुखी और दयनीय हो रही हूं। तुम्हारे दुःख का कारण तुम्हारी अनाथ अवस्था है, तुम्हारा अपना कहने को इस संसार में कोई नहीं है। यह तुम्हारे कष्ट का मुख्य … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -78)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

नैना बाहर निकली उसे औफिस जाने की जल्दी है। उसकी मानसिक आंखों के आगे रह-रह कर सपना की आंखों की वह विकल हाहाकारमयी छाया, हवा से फहर- फहर करते उसके लंबे काले केश सब मिलकर एक अनोखी बेचैनी भरी कंपकंपी उत्पन्न कर रही है। ये तो वो सपना नहीं है, जो मेरी सखी है। जिसने … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -77)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

नैना ने दरवाजे पर हौले से थाप दी , ” सपना सुन , क्या तोड़- फोड़ से बात बन जाएगी उलट बाद में सिर पर हाथ ले कर रोती रहेगी , हाए कितना नुक़सान कर दिया मैंने। अंदर से सपना ने डपटा उसे , ” तुम जाओ अभी मुझे किसी से कोई बात नहीं करनी … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -76)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

कह कर देवेन्द्र ने फोन रख दिया था। देवेन्द्र उसे गेट पर ही खड़े मिले। नैना ने उतावली हो कर पूछा , ” क्या बात है ? आप यहां बाहर और बेटू ?” ” दरअसल मेरा प्रमोशन और ट्रांसफर हो गया है । मेरी पोस्टिंग बाहर हो जाएगी और सपना बस इसी बात को लेकर … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -75)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

हिमांशु करीब आधे घंटे बाद नैना के फ्लैट से निकल गया था और रुक नहीं पाया ? उसने शायद यही मान लिया था नैना ने मुझे रोका नहीं , ” मुझे उसमें अपने प्रति पहले से अधिक शुष्कता दिखाई दी है “ मैं भी कुछ ज्यादा ही बहस पर उतर आया था और नैना ? … Read more

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