डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -78)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

नैना बाहर निकली उसे औफिस जाने की जल्दी है। उसकी मानसिक आंखों के आगे रह-रह कर सपना की आंखों की वह विकल हाहाकारमयी छाया, हवा से फहर- फहर करते उसके लंबे काले केश सब मिलकर एक अनोखी बेचैनी भरी कंपकंपी उत्पन्न कर रही है। ये तो वो सपना नहीं है, जो मेरी सखी है। जिसने … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -77)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

नैना ने दरवाजे पर हौले से थाप दी , ” सपना सुन , क्या तोड़- फोड़ से बात बन जाएगी उलट बाद में सिर पर हाथ ले कर रोती रहेगी , हाए कितना नुक़सान कर दिया मैंने। अंदर से सपना ने डपटा उसे , ” तुम जाओ अभी मुझे किसी से कोई बात नहीं करनी … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -76)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

कह कर देवेन्द्र ने फोन रख दिया था। देवेन्द्र उसे गेट पर ही खड़े मिले। नैना ने उतावली हो कर पूछा , ” क्या बात है ? आप यहां बाहर और बेटू ?” ” दरअसल मेरा प्रमोशन और ट्रांसफर हो गया है । मेरी पोस्टिंग बाहर हो जाएगी और सपना बस इसी बात को लेकर … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -75)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

हिमांशु करीब आधे घंटे बाद नैना के फ्लैट से निकल गया था और रुक नहीं पाया ? उसने शायद यही मान लिया था नैना ने मुझे रोका नहीं , ” मुझे उसमें अपने प्रति पहले से अधिक शुष्कता दिखाई दी है “ मैं भी कुछ ज्यादा ही बहस पर उतर आया था और नैना ? … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -74)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

” तुम्हें रंगमंच की सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री होने की बधाई ।” नैना चौंकी , “कैसे मालूम हुआ ? “ पिछले हफ्ते माया से बात हुई थी। ” दीदी  कैसी हैं ?” वहीं अकेलेपन का दुखड़ा , मैं साथ रखने को तैयार हूं पर नहीं  उन्हें तो वही जिद है। “पहले खुद और नैना के लिए कुछ … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -73)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

कुछ देर दोनों के बीच मौन पसरा रहा। हिमांशु ने हाथ बढ़ा कर नैना के हाथ को अपनी हथेलियों को ले लिया। “किसी उलझन में हो ?” ” कुछ उलझन तो है जिसे सुलझाने के लिए मुझे थोड़ा समय चाहिए “ इस बार हिमांशु का स्वर बहुत पास से आया, ” हमें एक दूसरे को … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -72)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

नैना सोच रही है… “प्यार में ऐसी कौन-सी खुशबू होती है कि चारों ओर के वातावरण को सुगंधित कर देती है “ दिनों बाद हिमांशु को इतने करीब पा कर नैना का दिल जोर- जोर से धड़कने लगा है। सांस जैसे थम सी गई। ” पूछोगी नहीं, कब आया हूं ,कैसा हूं ?” ” दिल … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -71)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

वह बादलों से घिरी एक उदास सी शाम थी। जब मैं वहां से निकल कर वापस दिल्ली के लिए स्टेशन पर खड़ा था। जहां रघु मेरे इंतजार में व्यग्र और बेचैन था। उसने मुझे बताया , ” तुम्हारे जाने के बाद नैना आई थी। बहुत खुश लग रही थी। हमने ढ़ेर सारी बातें भी की … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -70)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

सब कुछ अच्छा जा रहा था। सिवाए इसके कि मेरी जानलेवा उधेड़बुन जारी थी। यह समझ में ही नहीं आता , क्या जीवन इसी उधेड़बुन का दूसरा नाम है ? मैं सारी- सारी रात यही सोचता, ” कि काश वह नहीं घटता जिसे नहीं घटना चाहिए था” तब टूट कर बिखर जाने को होता …  … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -69)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

बोलते हुए वे बीच में रुक गये थे।  मेरे मन में यह आया उनकी पीठ सहला दूं पर रुक गया। करीब दसेक मिनटों के बाद जब उनकी सांस स्थिर हुई तो उन्होंने फिर से बोलना शुरू किया। ” मुझमें और तुम्हारी मां में मौलिक अंतर था। वो बहुत पढ़ी- लिखी शहरी लड़की जबकि मैं गांव … Read more

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