डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -113)- सीमा वर्मा अंतिम भाग : Moral stories in hindi

नैना धीरे-धीरे विषाद से उबर रही है। अनुराधा! लगातार उसके साथ बनी रह कर उसके मन पर छाई गहरी अंधेरी छायाओं को हटाने में सफल हो रही है। उसे आहिस्ता-आहिस्ता हिमांशु-विहीन जीवन की आदत पड़ने लगी है। औफिस की ज़िम्मेदारियों, नाटकों की ताबड़तोड़ रिहर्सल एवं सफल मंचन से पूर्व की कटु स्मृतियां हाशिए पर जा … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -112)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

आजकल नैना को नींद नहीं आती। अगर कभी भूले- भटके आ भी गई तो एक सपना आता है। जिसमें वह एक खाई के पास खड़ी रहती है। खाई में बहुत पानी भरा है, जिसकी दूसरी ओर कोई एक आदमी हाथ में मटका रख कर खड़ा है। फिर वह आदमी हाथ में पकड़े मटकों को एक- … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -111)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

बहरहाल … सेंटर से निकल कर सीधा घर पहुंचा था। वहां बहुत जतन से रखे हुए पिता पत्र ले कर निकलने जा ही रहा था कि वहां माया को देख कर ठिठक गया। उसे शायद नैना ने मेरे सेंटर से ठीक होकर निकलने की सूचना दी होगी। मैं अचानक उसे देख कर थोड़ा असहज हो … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -110)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

नैना ने कांपते हाथों से पत्र खोला, ” देखो तुम नाराज़ मत होना। और ना ही सोच- सोच कर परेशान होना। अब मेरे लिए घर लौटना संभव नहीं है। वहां रह कर मैं तुमलोग का सामना नहीं कर पाऊंगा।  सच्चाई तो यह है कि, मैंने ही रिशेप्शन पर बैठी स्टाफ से कह कर अपने मुक्त … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -109)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

उस दिन हिमांशु से मिलने सेंटर जाने के लिए पिता भी साथ हो लिए थे। नैना को हिमांशु के चेहरे पर पहले जैसा ही आभा पूर्ण तेज पसरा हुआ दिखा था। चेहरा दमक रहा था आंखों में फिर वही पुरानी जीवंत चमक लौट आई है। नैना ने देखा, लेकिन पिता की चौकन्ना मूल्यांकन करने वाली … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -108)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

ठीक दस बजे वे दोनों रिहैबिलिटेशन सेंटर के गेट से अंदर जा चुके हैं। डौक्टरों की सलाह के मुताबिक नैना को हिमांशु से मिलने आते रहना चाहिए। उस दिन आशा के विपरीत हिमांशु वहां पहले से ही बैठा हुआ अखबार देख रहा है। जिसकी उम्मीद उन्हें बिल्कुल नहीं थी। यह उसकी ओर से साकारात्मक पहल … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -107)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

अगले दिन प्रातः ही विनोद भाई के साथ पिता आए थे। आते ही वे गौर से नैना  को देखकर , ” सुना है हिमांशु को डाक्टर के यहां ऐडमिट  करवाई हो। आखिर उसे हुआ क्या है ?” वे अब तक अंधेरे में हैं। पिता के सामने झूठ नहीं बोल पाई। बचपन से ही  , ” … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -106)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

डाक्टरों ने हिमांशु को क्लीनिक में ऐडमिट कर लेने की सलाह दी है। यद्यपि नैना ने इस संबंध में शोभित से सीधे तौर पर कोई बात नहीं की है। लेकिन अनुराधा ने उसे मुसीबत में पड़ी हुई महसूस कर विनोद की तरह ही शोभित को भी फोन करके इस बिगड़े हुए हालात की सूचना दी … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -105)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

अगले दिन वह अपने सारे शेड्यूल कैंसिल कर हिमांशु के घर पहुंची थी। जहां  पहुंच कर रघु से, ” मैं हिमांशु को यहां से ले जाने के लिए आई हूं “ फिर रघु की मदद से उसे गाड़ी में और बिल्डिंग के चौकीदार  की हेल्प से  ऊपर  बिस्तर पर लिटाकर वह उसके उठने का इंतजार … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -104)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

जैसे विधाता ने उसके प्रारब्ध में वैधव्य मुकर्रर कर दिया हो। इस वक्त उससे उलझना ठीक नहीं था। इसलिए अपने तीव्र होते रुदन के स्वर को शांत कर मैं मरे हुए मन से वहां से वापस लौट आई। वहां से नैना सीधी घर चली आई थी। जहां अनुराधा जिसने नैना की माया से हुई बातचीत … Read more

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