सजा – डॉ संगीता अग्रवाल : Moral stories in hindi

इतनी रात गए,मानसी के कमरे की लाइट जलती हुई देखकर सुलभा का माथा ठनका,ये लड़की अभी तक जाग रही है या बत्ती जलाकर ही सो गई दिखती है…हे भगवान!कब समझेगी ये लड़की,जब से इसके पिता नहीं रहे,ये मेरी सुनती ही नहीं,खर्चे बढ़ रहे हैं और साथ ही इसकी मनमानियां भी। बड़बड़ाती हुई वो कमरे में … Read more

बिखरा घर – रश्मि प्रकाश : Moral stories in hindi

“देख लिया अपनी माँ को कितना अकड़ था उन्हें अपने ऊपर ….कैसे कहा करती थी ,मुझे किसी सहारे की ज़रूरत नहीं है, आज क्या हुआ पड़ गई सहारे की ज़रूरत…. क्यों जा बैठी है वो मेरे ही बेटे के घर में !” रत्ना पति से ग़ुस्से में बोले जा रही थी  “ बस करो रत्ना…. … Read more

पहला प्यार – हेमलता गुप्ता : Moral stories in hindi

“क्यों दिल बेकाबू हुआ जाता है,  कौन है जो दिल में फिर से दस्तक देकर जाता है”     श्वेता ने जब से उनको अपने पति की मीटिंग में देखा था, घर पर आने के बाद उनका चेहरा आंखों से हट ही  नहीं रहा! समय चक्र क्या इस तरह उसके सामने आकर खड़ा होगा, वह समझ नहीं … Read more

पैसों से शौक पूरे होते हैं खुशियां नहीं – हेमलता गुप्ता : Moral stories in hindi

देख निधि.. जब लड़के वाले आए तो उनके सामने चुपचाप बैठी रहना, ज्यादा खिलखिलाना मत, जितना पूछे उतना ही जवाब देना, गर्दन नीचे ही रखना और अपने यह फालतू के शौक बैडमिंटन, बास्केटबॉल इनके बारे में मत बताना! अगर पूछे तो कह देना मुझे तो सिलाई कढ़ाई और खाना बनाने का शौक है! और हां … Read more

तू बेचारी नहीं है….. रश्मि झा मिश्रा : Moral stories in hindi

अभी उम्र ही क्या हुई थी उसकी… बीस की ही तो थी.. चुलबुली.. अल्हड़.. संजीवनी.. लेकिन अपने कामों के प्रति बिल्कुल सजग थी वह.… जो काम उसे मिल जाता.. वह कभी अधूरा नहीं रहता था…!  भैया की शादी थी.. पूरा घर संभालना था.. और ऐसे में हर जुबान पर एक ही नाम रहता था.. संजीवनी..! … Read more

मुखौटा – संध्या त्रिपाठी : Moral stories in hindi

कीर्ति न जाने कितनी बार डायरी के पन्नों में अपनी लिखी कविता बार-बार पढ़ती और मुस्कुराती… उसे पूर्ण विश्वास था बहुत अच्छे ढंग से अपनी प्रस्तुति देगी….!      कीर्ति आज काफी खुश थी ….उसके ही मोहल्ले में एक पार्क था ..जिसमें आज शाम 4:00 बजे से महिला दिवस के समारोह का आयोजन होना था …। इस … Read more

बच्चे तो शैतानी करेंगे ही – संगीता अग्रवाल : Moral stories in hindi

” अरे अरे क्यो मार रही हो बच्चे को ऐसे ?” अंकिता अपने पड़ोस मे रहने वाली नीमा को अपने चार साल के बेटे को मारते देख बोली। ” भाभी इसकी शैतानियां दिन ब दिन बढ़ती जा रही है ऊपर से ज़िद्दी इतना हो रहा है मेरी कुछ नही सुनता !” नीमा बेटे को मारना … Read more

“एल्बम ” – सेतु कुमार: Moral stories in hindi

तीन महीने होने को आए थे वंदना को मायके में ठहरे हुए. दोनों भाई आज भी जब  रात में दुकान से लौटते थे तो अपनी बहना के पास मिनट भर रुक कर उसका हालचाल लेकर ही अपने अपने कमरे में जाते थे.पर बड़ी भाभी के व्यवहार में कुछ कुछ बदलाव सा दिखने लगा था. अभी … Read more

लडकी के भाई नहीं है। – अर्चना खंडेलवाल : Moral Stories in Hindi

“ऐसे कैसे तूने लड़की के लिए हां कर दी, ना घर-परिवार देखा, ना ही लडकी के पापा की जमीन जायदाद देखी,  ऐसे कैसे कोई भी लड़की इस घर की बहू बन जायेंगी, और लड़की के भाई भी नहीं है। मै तो तुझे इसकी इजाजत नहीं दूंगा, चौधरी जी गुस्से में बोले। उनकी आवाज सुनकर उनके … Read more

बच्चों पर भरोसा कीजिए – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

अरे अरे.. देखो तो.. सुनिधि को क्या हो गया..? अचानक कैसे चक्कर खाकर गिर गई..? सुनिधि के चक्कर खाकर बेहोश होते ही वहां शादी में मौजूद सभी महिला पुरुषों में तरह-तरह की बातें बनना शुरू हो गई! आजकल  क्या  भरोसा लड़कियों का… जाने कहां-कहां किस-किस के साथ उठती बैठती है… पता नहीं कहां गुल खिलाए … Read more

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