कैसा ये इश्क है ( भाग – 10) – संगीता अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : ” केशव तुम्हे मेरी याद नही आती कहाँ तो कॉलेज के बाद एक दिन भी मुझसे बात किये बिना नही रह पाते थे कहाँ इतना समय हो गया मुझे यहाँ आये अब तुम्हे कोई परवाह भी नही !” रात मे अक्सर मीनाक्षी फोन मे केशव की तस्वीर से बात करती … Read more

कैसा ये इश्क है ( भाग – 9) – संगीता अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : आज की रात किसी को नींद नही आई ना मीनाक्षी को ना केशव को , ना ही दोनो के घरवालों को । मीनाक्षी समझ नही पा रही थी उसे क्या करना है केशव को तो एहसास भी नही था गुस्से मे उसने क्या खोया है । इधर केशव के माता … Read more

एक प्यारी सी लव स्टोरी (भाग -11) – अनु माथुर : Moral Stories in Hindi

अब तक आपने पढ़ा.. रोहित और ऋतिका की मुलाक़ात होती है… लेकिन शादी का घर होने की वजह से वो  वो ज़्यादा बात नहीं कर पाते…रजत और राशि मिल कर दोनो को कुछ देर अकेला रहने के लिए उनको बाहर ले जाने का plan बनाते हैं अब आगे… रोहित ऋतिका को अपने कमरे में ले … Read more

गलती किसकी? – डॉ संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

जैसे ही रोहन घर में घुसा तो मां के चीखने की आवाज़ आ रही थी, ओह!फिर शामत आ गई नेहा की ,लगता है,आज फिर कोई गलती कर दी उसने। क्या हुआ मां?क्यों लाल पीली हो रही हैं?कितना बुरा लगता है आपकी चीखने की आवाज़ घर के बाहर तक जा रही हैं…। ये बात अपनी बीबी … Read more

अपने पराये – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

“जाने कब ज़िन्दगी में कौन सा मोड़ आ जाये ये कोई नहीं जानता…. ये जिन्दगी भी ना बड़ी अजीब है जाने कब क्या खेल दिखा जाती है….कभी किसी को हँसाती है तो कभी ये रूलाती ।”सोचती हुई वृन्दा जी सब्जी का थैला लिए अपने घर में कदम रखी….चेहरे पर थोड़े दुःख और थोड़े संतोष के … Read more

परिवार की परिभाषा – संगीता त्रिपाठी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : माँ, रमित, नकुल और मै अपनी फैमिली के संग गोवा घूमने जा रहे है “तुषार ने कनक को बताया।   “पर बेटे रमित की मम्मी की तबियत खराब है तो वो कैसे जायेंगी “कनक ने थोड़ा परेशान होते हुये कहा। मन ही मन खुश हो रही थी, पति देव से कितनी … Read more

गुनाह – स्मिता सिंह चौहान 

पहले गा के दिखा या नाच के तब नेग दूंगा दिवाली का” दुकानदार निशा से बोला। “अरे सेठ, अपनी पूरी जिंदगी काट दी इस बाजार में। हम तो नाच गा के ही खाते हैं उम्र भर। हमें कौन सा कोई काम देता है जो हम भी तरीके से खाएंगे?” निशा बोली। “क्या बात? बड़े बड़े … Read more

मन का मिलन (अंतिम भाग ) – सीमा वर्मा : Moral Stories in Hindi

एक रंगीन मुस्कुराहट उसके होठों पर छा गई। अपनी ही लगन में गुनगुनाती हुई उठ कर  बैठ गयी। फ्रेश हो कर आईने के सामने खड़ी हो  तैयार होने लगी। आज उसने गहरे नीले रंग की शिफॉन की साड़ी जिसपर हल्के-हल्के गुलाबी रंग के फूलों बने हुए हैं निकाल ली है। यह रंग उसे बेहद पसंद … Read more

मन का मिलन (भाग 4) – सीमा वर्मा : Moral Stories in Hindi

हालांकि नयी जिन्दगी की शुरुआत इतनी बुरी भी नहीं थी। सुधीर खुले दिल वाले समझदार पति साबित हुए थे। उन्हें इस बात से कि … शिवानी की आगे की पढ़ाई जारी रहे या नौकरी करना चाहे तो ? किसी बात से ऐतराज नहीं था। कितना सरल हो जाता है ना जीवन बिताना तब … जब … Read more

मन का मिलन (भाग 3) – सीमा वर्मा : Moral Stories in Hindi

” ममा आप  ठीक तो हो ” बिटिया की चिंतातुर आवाज … वह फोन लिए हुई बालकॉनी में आ गई और स्नेह भरे स्वर में पूछ बैठी, ” हाँ बोल बेटा “ ” कुछ नहीं बस आपकी बहुत याद आ रही थी या फिर पा और आपकी , आप दोनों की ही ” , ” … Read more

error: Content is Copyright protected !!