सुलझी हुई बहुरानी – मीनाक्षी सिंह : Moral stories in hindi

जया , पिंटू , ललिता सब कहां मर गये…. जल्दी आओ यहां ….. रंजन जी घबराते हुए, पत्नी, बेटे, बहू को आवाज लगाते है …… क्या हो गया पापा…. क्यूँ रात के दो बजे चिल्ला रहे है … मोहल्ले में भी सब जाग गये होंगे आपकी आवाज से….. क्या हुआ….??? बोलिये…… बेटा पिंटू टी -शर्ट … Read more

ऐसे शब्द सुनकर मेरे खून खौल गये – डाॅ उर्मिला सिन्हा : Moral stories in hindi

उपरी तल्ले में जोर-जोर से सामान पटकने… राहुल के चीखने और मीनू की सिसकियों की आवाज़ आ रही थी।  नीचे रमा का हृदय व्यथित हो गया। इसी उठा-पटक तेज मिजाज बदजुबानी के कारण आपस में बोल-चाल बंद थी।  लेकिन  सहृदय रमा का दिल हाहाकार कर बैठा, “जो भी हो हैं… देवर देवरानी ही न… बिना … Read more

जरूरत और फिजूलखर्ची मे फर्क – संगीता अग्रवाल : Moral stories in hindi

” ये क्या बहू इतनी सारी खरीदारी करके आई हो तुम पर क्यो ?” सास उमा जी ने बहू स्नेहा के हाथ मे बैग देख कहा। ” मम्मी जी बस थोड़े से कपड़े ही तो है !” सोफे पर बैठती हुई स्नेहा बोली। ” पर बेटा अभी तुम्हारी शादी को छह महीने ही तो हुए … Read more

मन का अन्तर्द्वन्द – सुषमा यादव : Moral stories in hindi

एक एक करके शिवानी के परिवार ने अंतिम विदाई ले ली थी। पहले सास, फिर पति और अब ससुर जी ने भी। मायके में भी दो भाई, मां और अब पिता जी भी उसे छोड़ कर चले गए। इतना बड़ा घर। शिवानी को बहुत अकेलापन महसूस होता है।। नौकरी से भी रिटायर्ड हो गई है।। … Read more

पापा बस एक वचन चाहिए – बीना शर्मा : Moral stories in hindi

“ना मुझे आपके पैसे चाहिए ना मुझे आपकी संपत्ति चाहिए पापा बस एक वचन चाहिएl “राजेश ने अपने पापा हिरामल से कहा दरअसल कुछ साल पहले राजेश के बड़े भाई राकेश की शादी बेहद संस्कारी और स्वाभिमानी रीना के साथ हुई थी जिसने आते ही उनके घर को स्वर्ग बना दिया था सुबह 4:00 बजे … Read more

धोखे से मिला सबक – अमिता कुचया : Moral stories in hindi

शैली आज मायके जा रही थी। वहीं  उसकी जेठानी का भी मायका था ।वो सोचने लगी भाभी के साथ चली जाऊं। उसने अपने पति से पूछा -“मैं अपनी भाभी के साथ मायके चली जाऊं? मेरी भतीजी निया का आज बर्थडे है, वो मेरे अचानक पहुंचने बहुत खुश होगी कि बुआ ने आज सरप्राइज़ दे दिया।भाभी … Read more

तनाव – वीणा सिंह : Moral stories in hindi

मैं मणि मध्यम वर्गीय परिवार में पली बढ़ी लड़की.. बेफिक्र बिंदास हंसती खिलखिलाती.. कब मध्यम वर्गीय परिवार की  की हीं इकलौती बहु बनकर ससुराल आ गई पता हीं नहीं चला… मां की गोद से स्कूल कॉलेज का सफर तय करते करते ससुराल की देहरी पर सपनों के साथ कदम रख दिया… जैसे वक्त पंख लगा … Read more

तनाव – बेला पुनिवाला : Moral stories in hindi

 इशिका अपने पति ईशान और अपनी बेटी आर्या के साथ रेस्टोरेंट में आई हुई थी और रोनित भी अपनी फैमिली के साथ आया हुआ था, इशिका और रोनित किसी ज़माने में अच्छे दोस्त हुआ करते थे, इसलिए रोनित ने जैसे ही इशिका को देखा, वह सामने से उसे मिलने गया, फिर सब ने साथ में … Read more

बेरंग से रिश्तों में रंग भरने का समय आ गया है-मनीषा सिंह : Moral stories in hindi

झांसी से दिल्ली जा रही बस के पास एक बुजुर्ग महिला इधर-उधर नजरे दौड़ाते हुए पहुंची और कंडक्टर जो सभी यात्रियों का टिकट बना रहा था, से बोली बेटा यह बस दिल्ली तक ही जाती है ना? ” हां मां जी”! कंडक्टर में उस बूढी महिला के तरफ देखकर दूसरे यात्री से बोला अरे भैया … Read more

अंध कूप – बालेश्वर गुप्ता  : Moral stories in hindi

लाला धनीराम जी जैसा अनुशासन अपने प्रतिष्ठान में रखते थे,उतना ही अनुशासन परिवार संचालन में रखते।छोटी छोटी बातों पर भी निगाह रखना उनके स्वभाव में था।एक बार धनीराम जी के मित्र उनके केबिन में बैठे थे कि तभी एक मजदूर आया और बोला बाबूजी तबियत खराब लग रही है,एक दो घंटे आराम यही कर लेता … Read more

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