पापा बस एक वचन चाहिए – बीना शर्मा : Moral stories in hindi

“ना मुझे आपके पैसे चाहिए ना मुझे आपकी संपत्ति चाहिए पापा बस एक वचन चाहिएl “राजेश ने अपने पापा हिरामल से कहा दरअसल कुछ साल पहले राजेश के बड़े भाई राकेश की शादी बेहद संस्कारी और स्वाभिमानी रीना के साथ हुई थी जिसने आते ही उनके घर को स्वर्ग बना दिया था

सुबह 4:00 बजे उठकर जब वह मंदिर में आरती करती तो घर का  वातावरण भक्तिमय हो जाता था उसके बाद जल्दी-जल्दी से सबकी पसंद का खाना बना कर खिलाने के बाद घर का काम निबटाकर सिलाई कढ़ाई और तरह-तरह के अचार बनाने लग जाती थी  उसके इन्हीं गुणों के कारण घर के सभी लोग उससे बहुत प्यार करते थे

राकेश तो जैसे उसे पर जान छिड़कता था घर पर सभी लोगों का प्यार पा कर रीना  फूली ना समाती थी लेकिन अचानक हुई एक घटना ने उसका मन इतना दुखी कर दिया कि वह हमेशा के लिए अपने ससुराल को छोड़कर अपने मायके चली गई थी घर में वैसे तो सभी लोगों का बर्ताव उसके लिए बेहद अच्छा था

परंतु उसके ससुर का बर्ताव उसके प्रति कुछ ज्यादा अच्छा नहीं था कई बार जब वे ऑफिस से घर आते तो शराब के नशे में धुत रहते थे जब उसकी सास उनसे शराब पीने के लिए मना करती तब वे उसकी सास को बुरी बुरी गालियां देने लग जाते थे एक बार शराब के नशे में जब वे उसकी सास को गालियां दे रहे थे

तब रीना ने उन्हें गाली देने से मना किया तो उन्होंने रीना को कुछ अपशब्द कह दिए थे जिससे उसका मन इतना आहत हुआ कि उसने उसी वक्त अपना ससुराल छोड़ दिया था जब ऑफिस से आने के बाद राकेश को इस घटना का पता लगा तो उसने रीना से माफी मांग कर उसे घर आने के लिए कई बार कहा परंतु रीना ने अपनी ससुराल वापस आने से साफ मना कर दिया था और अपने माता-पिता की सहमति से एक कंपनी में नौकरी करके अपना जीवन यापन करने लगी थी

उसके सास  ससुर ने भी उससे माफी मांग कर उसे घर बुलाने की बहुत कोशिश की परंतु ससुर के द्वारा बोले गए अपशब्दों ने उसे इतना आहत कर दिया था कि उसने वापस अपनी ससुराल लौटने से साफ मना कर दिया और राकेश के साथ अलग रहने की मांग करने लगी जिसे अपने मम्मी पापा के कहने पर राकेश ने ठुकरा दिया था।

     राजेश के मन मस्तिष्क पर इन सब बातों का बहुत प्रभाव पड़ा था कुछ समय पहले ही उसके पापा के पास उसकी शादी के लिए एक लड़की का प्रस्ताव आया था जिसे उसके पापा ने मंजूर कर लिया था उसके पापा के पास कुछ पुश्तैनी संपत्ति और पैसा था जिसे वह अपने दोनों बेटों में बराबर बांटना चाहते थे

इसके लिए जब उन्होंने राकेश और राजेश दोनों को बुलाया तो राकेश तो कुछ नहीं बोला परंतु राजेश ने साफ-साफ बोल दिया था कि उसे ना पैसा चाहिए ना उनकी संपत्ति बस एक वचन चाहिए ” राजेश की बात सुनकर  उसके पापा आश्चर्य से बोले” यह तू कैसी बातें कर रहा है तुझे कैसा वचन चाहिए मुझसे?

       “मुझे ऐसा वचन चाहिए कि मेरी शादी के बाद आप मेरी पत्नी से कुछ नहीं कहेंगे यदि आपने उसे कुछ भी बुरा भला कहा तो मैं उसे लेकर यह घर छोड़कर हमेशा के लिए चला जाऊंगा मै नहीं चाहता कि बड़े भैया की तरह मेरा घर भी आपके अपशब्दों के कारण बिखर जाए”राजेश की बात सुनकर उसके पापा शर्मिंदा हो गए थे

क्योंकि उनकी ही गलती से उनकी बड़ी बहू रूठ कर अपने घर चली गई थी अब वह नहीं चाहते थे कि उनकी किसी गलती से उनके छोटे बेटे का घर भी बिखर जाए इसलिए पश्चाताप भरे स्वर में उन्होंने राजेश से कहा “ठीक है बेटा मैं तुझे वचन देता हूं आज के बाद में ना तो शराब पियूंगा और ना ही किसी को गाली दूंगा मैंने देख लिया है

जिस घर में नारी का अपमान होता है उस घर से खुशियां भाग जाती है तेरी मम्मी ने मुझे बहुत समझाया था परंतु मैंने कभी उसकी बात मानी नहीं और उल्टा उसे गाली देकर उसका अपमान करता रहा वह डरपोक थी इसलिए मेरा अपमान सहती नहीं परंतु तेरी भाभी स्वाभिमानी थी जिसे डर से ज्यादा अपना सम्मान प्यारा था

इसलिए वह निडर होकर अपने मायके चली गई और स्वाभिमान के साथ पैसा कमा कर अपना पेट भर रही है आज जैसा साहस तूने दिखाया है ऐसा साहस यदि उस दिन राकेश ने भी दिखाया होता तो आज इसकी पत्नी इसके साथ होती आज मैं तेरी मम्मी से भी अपनी हर गलती के लिए माफी मांगता हूं” कहते हुए हीरामल ने जैसे ही पत्नी के सामने अपने दोनों हाथ जोडे तो उसने अपने बेटे की तरफ गर्व से देखते हुए उन्हें माफ कर दिया था।

बीना शर्मा

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